समस्त देश उच्च स्वर में रो पड़ा। राजा दाऊद किद्रोन घाटी में खड़ा था, और सब लोग उसके सामने से गुजरते हुए निर्जन प्रदेश की ओर चले गए।
यिर्मयाह 31:40 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सम्पूर्ण घाटी, जहां लाशें और राख के ढेर पड़े हैं, तथा किद्रोन नाले तक के सब खेत और पूर्व के अश्व-द्वार के कोने तक की समस्त भूमि मुझ-प्रभु के लिए पवित्र मानी जाएगी। ‘यह नगर फिर कभी ध्वस्त नहीं होगा, और न यह ढाया ही जाएगा।’ पवित्र बाइबल पूरी घाटी जहाँ शव और राख फेंकी जाती है, यहोवा के लिये पवित्र होगी और उसमें किद्रोन घाटी तक के सभी टीले पूर्व में अश्वद्वार के कोने तक सम्मिलित होंगे। सारा क्षेत्र यहोवा के लिये पवित्र होगा। यरूशलेम का नगर भविष्य में न ध्वस्त होगा, न ही नष्ट किया जाएगा।” Hindi Holy Bible और लोथों और राख की सब तराई और किद्रोन नाले तक जितने खेत हैं, घोड़ों के पूवीं फाटक के कोने तक जितनी भूमि है, वह सब यहोवा के लिये पवित्र ठहरेगी। सदा तक वह नगर फिर कभी न तो गिराया जाएगा और न ढाया जाएगा पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) लोथों और राख की सब तराई और किद्रोन नाले तक जितने खेत हैं, घोड़ों के पूर्वी फाटक के कोने तक जितनी भूमि है, वह सब यहोवा के लिये पवित्र ठहरेगी। सदा तक वह नगर फिर कभी न तो गिराया जाएगा और न ढाया जाएगा।” सरल हिन्दी बाइबल शवों तथा भस्म से आच्छादित संपूर्ण घाटी तथा किद्रोन सरिता तक विस्तृत खेत, पूर्व तोड़ के घोड़े-द्वार के कोण तक का क्षेत्र याहवेह के निमित्त पवित्र ठहरेगा. यह क्षेत्र तब सदा-सर्वदा के लिए न तो उखाड़ा जाएगा और न ही ध्वस्त किया जाएगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 शवों और राख की सब तराई और किद्रोन नाले तक जितने खेत हैं, घोड़ों के पूर्वी फाटक के कोने तक जितनी भूमि है, वह सब यहोवा के लिये पवित्र ठहरेगी। सदा तक वह नगर फिर कभी न तो गिराया जाएगा और न ढाया जाएगा।” |
समस्त देश उच्च स्वर में रो पड़ा। राजा दाऊद किद्रोन घाटी में खड़ा था, और सब लोग उसके सामने से गुजरते हुए निर्जन प्रदेश की ओर चले गए।
अत: शतपतियों ने रानी अतल्याह को पकड़ा। वे उसको अश्व-द्वार से राजमहल में ले गए, और वहां उसका वध कर दिया।
यहूदा के राजाओं ने आहाज के राजभवन के उपरले कक्ष की छत पर वेदियां बनाई थीं। मनश्शे ने भी प्रभु-भवन के दो आंगनों में वेदियां निर्मित की थीं। राजा योशियाह ने उनको तोड़ा, उनकी बुकनी बनाई, और बुकनी को किद्रोन घाटी में फेंक दिया।
उसने अशेराह देवी की मूर्ति प्रभु-भवन से बाहर निकाली। वह उसको यरूशलेम नगर के बाहर, किद्रोन घाटी में ले गया, और वहां उसने उसको जला दिया। उसने उसको पीसकर बुकनी बना दिया, और जन-साधारण की कबरों पर बिखेर दिया।
अत: शतपतियों ने रानी अतल्याह को पकड़ा। वे उसको अश्व-द्वार से होकर राजमहल में ले गए, और वहाँ उसका वध कर दिया।
तेरा स्वामी- प्रभु परमेश्वर, जो अपने निज लोगों का मुकदमा लड़ता है, तुझ से यों कहता है : ‘देख मैंने तेरे हाथ से लड़खड़ानेवाली मदिरा का प्याला ले लिया है; तू मेरे क्रोध का प्याला फिर कभी नहीं पियेगी।
देख, आज मैं तुझको राष्ट्रों और राज्यों पर प्रबन्धक नियुक्त करता हूं, कि तू उनको उखाड़े, और गिराए; कि तू उनको नष्ट करे और ध्वस्त करे; कि तू उनको बनाए, और रोपे!’
यह सच है कि जब मैं किसी कौम अथवा राज्य के सम्बन्ध में यह घोषित करता हूं कि मैं उसको उसके देश से उखाड़ कर नष्ट कर दूंगा और ध्वस्त कर दूंगा;
‘इसलिए अब इस्राएल का प्रभु परमेश्वर इस नगर के विषय में यों कहता है: तुम लोग कहते हो कि तलवार, अकाल और महामारी के कारण यह नगर बेबीलोन के राजा के हाथ में सौंप दिया गया है।
उनकी हड्डियां सूर्य, चन्द्रमा और आकाश के तारागणों के सामने बिखरा दी जाएंगी; क्योंकि इनसे ही वे प्यार करते थे। इन की ही उन्होंने सेवा की थी, और इनका ही अनुसरण किया था। वे इन से ही शकुन विचारते थे, और इनकी ही पूजा करते थे। उनके इन्हीं दुष्कर्मों के कारण उनकी हड्डियां एकत्र नहीं की जाएंगी, और न वे पुन: गाड़ी जाएंगी। कूड़े के ढेर की तरह उनकी हड्डियों का ढेर जमीन पर पड़ा रहेगा।
प्रभु ने मुझे घाटी के चारों ओर घुमाया। मैंने देखा कि घाटी की सतह पर बहुत हड्डियां हैं, और वे पूर्णत: सूखी हुई हैं।
जो देश मैंने अपने सेवक याकूब को दिया था, वहां वे अपने पूर्वजों के देश में पुन: निवास करेंगे। वे और उनके वंशज, पीढ़ी से पीढ़ी तक वहीं स्थायी रूप से रहेंगे; और मेरे सेवक दाऊद के वंशज युग-युगांतर उनके प्रशासक होंगे।
‘मैं इस्राएल के वंशजों पर अपना आत्मा उण्डेलूंगा,और फिर कभी उनसे अपना मुंह नहीं मोड़ूंगा। स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।’
‘तब तुम्हें अनुभव होगा, कि मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूं, और मैं अपने पवित्र पर्वत सियोन पर निवास करता हूं। यरूशलेम पवित्र नगर बनेगा, और उसके मार्ग से विदेशी कभी नहीं जा सकेंगे।
यरूशलेम नगर आबाद रहेगा। वह विनाश का शाप नहीं भोगेगा। यरूशलेम के निवासी सुख-चैन से निवास करेंगे।
उस दिन घोड़ों की घंटियों पर भी यह लिखा होगा : ‘प्रभु के लिए पवित्र’। जैसे वेदी के सम्मुख कटोरे पवित्र होते हैं, वैसे ही प्रभु के मन्दिर की हंडियां पवित्र होंगी।
यह सब कहने के पश्चात् येशु अपने शिष्यों के साथ किद्रोन नाले के उस पार गये। वहाँ एक उद्यान था। उन्होंने अपने शिष्यों के साथ उसमें प्रवेश किया।