प्रभु सियोन से तुझे आशिष दे! तू अपनी आयु के समस्त दिन यरूशलेम की समृद्धि भोगे। तुझे दीर्घ आयु प्राप्त हो
यिर्मयाह 31:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : ‘जब मैं यहूदा प्रदेश के निवासियों की समृद्धि लौटा दूंगा, तब वे पुन: अपने नगरों में, यहूदा प्रदेश में यह कह कर सियोन की प्रशंसा करेंगे : “ओ पवित्र सियोन पर्वत, धर्म से परिपूर्ण नगर यरूशलेम! प्रभु तुझ पर आशिष की वर्षा करता रहे।” पवित्र बाइबल इस्राएल का परमेश्वर सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है: “मैं यहूदा के लोगों के लिये फिर अच्छा काम करूँगा। उस समय यहूदा देश और उसके नगरों के लोग इन शब्दों का उपयोग फिर करेंगे: ‘ऐ सच्ची निवास भूमि ये पवित्र पर्वत यहोवा तुम्हें आशीर्वाद दे।’ Hindi Holy Bible इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यों कहता है: जब मैं यहूदी बंधुओं को उनके देश के नगरों में लौटाऊंगा, तब उन में यह आशीर्वाद फिर दिया जाएगा: हे धर्मभरे वासस्थान, हे पवित्र पर्वत, यहोवा तुझे आशीष दे! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यों कहता है : “जब मैं यहूदी बन्दियों को उनके देश के नगरों में लौटाऊँगा, तब उनमें यह आशीर्वाद फिर दिया जाएगा : ‘हे धर्मभरे वासस्थान, हे पवित्र पर्वत, यहोवा तुझे आशीष दे!’ सरल हिन्दी बाइबल इस्राएल के परमेश्वर, सेनाओं के याहवेह की यह वाणी है: “जब मैं उनकी समृद्धि लौटा दूंगा, तब यहूदिया देश में तथा उसके नगरों में पुनः ‘उनके मुख से ये वचन निकलेंगे, पवित्र पर्वत, पूर्वजों के आश्रय, याहवेह तुम्हें आशीष दें.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है “जब मैं यहूदी बन्दियों को उनके देश के नगरों में लौटाऊँगा, तब उनमें यह आशीर्वाद फिर दिया जाएगाः ‘हे धर्मभरे वासस्थान, हे पवित्र पर्वत, यहोवा तुझे आशीष दे!’ |
प्रभु सियोन से तुझे आशिष दे! तू अपनी आयु के समस्त दिन यरूशलेम की समृद्धि भोगे। तुझे दीर्घ आयु प्राप्त हो
राह से गुजरनेवाले भी यह नहीं कहते, ‘प्रभु की आशिष तुम पर हो! हम तुम्हें प्रभु-नाम से आशिष देते हैं।’
प्रभु, अपने लोगों का उद्धार कर; अपनी मीरास को आशिष दे; तू उनका मेषपाल बन और उन्हें युग-युग तक संभाल।
जो नगरी सती-साध्वी थी, वह कैसे वेश्या बन गई! वह न्याय-प्रिय थी, उसमें धर्म का निवास था। पर अब? वहाँ हत्यारे बसे हुए हैं।
मैं पहले-जैसे तेरे प्रशासकों को, प्राचीन काल के समान तेरे मन्त्रियों को पुन: नियुक्त करूंगा। तब तू धार्मिक नगरी कहलायेगी। लोग तुझे विश्वास-योग्य नगरी कहेंगे।’
मेरे समस्त पवित्र पर्वत पर वे न किसी को दु:ख देंगे, और न किसी का अनिष्ट करेंगे; क्योंकि मुझ-प्रभु के ज्ञान से पृथ्वी परिपूर्ण हो जाएगी, जैसे जल से समुद्र भरा रहता है।
प्रभु महान है; क्योंकि वह उच्च स्थान पर विराजमान है। वह सियोन पर्वत को न्याय और धार्मिकता से परिपूर्ण करेगा।
तेरे सब निवासी धार्मिक होंगे; वे सदा के लिए देश पर अधिकार करेंगे, जिससे मेरी महिमा हो। ये लोग मेरे पौधे की शाखाएँ हैं; इन्हें मैंने अपने हाथ से रचा है।
मुझ-प्रभु की यह वाणी है: निस्सन्देह मैं तुम्हें सुलभ होऊंगा। मैं तुम्हारी समृद्धि लौटा दूंगा, और विश्व के सब राष्ट्रों से, जहां तुम बिखर गए हो, पुन: एकत्र करूंगा।
‘प्रभु यों कहता है : देखो, मैं याकूब के ध्वस्त मकानों का वैभव लौटाऊंगा : उसके निवास-स्थानों पर दया करूंगा। नगर का पुनर्निर्माण उसके मलबों के ढेर पर होगा। राजमहल वहां फिर खड़ा होगा, जहां वह पहले था।
बिन्यामिन के कुल-क्षेत्र में, यरूशलेम नगर के आसपास के गांवों में, यहूदा प्रदेश के नगरों में, पहाड़ी क्षेत्र के नगरों में, मैदानी इलाके के नगरों में, दक्षिणी क्षेत्र के नगरों में लोग खेत मोल लेंगे, वे दस्तावेज पर गवाहों के हस्ताक्षर कराएंगे और मुहर लगाएंगे। ‘मैं-प्रभु यह कहता हूं : मैं उनकी समृद्धि लौटा दूंगा।’
जिन्होंने भटकी हुई भेड़ों को पाया, वे उनको खा गए। उनके शत्रुओं ने कहा, “हमारा इसमें कोई दोष नहीं है; क्योंकि उन्होंने अपने सच्चे प्रभु के प्रति पाप किया है; ऐसा प्रभु जो धर्म का आधार है, जो उनके पूर्वजों का आश्रय था।”
सियोन पर्वत पर बचे हुए लोग निवास करेंगे। सियोन पर्वत पुन: पवित्र होगा, याकूब वंशीय पुन: अपना अधिकार प्राप्त करेंगे।
आनेवाले दिनों में यह होगा: प्रभु-भवन का पहाड़ पहाड़ों में सर्वश्रेष्ठ माना जाएगा; वह पहाड़ियों में ऊपर रहेगा। हर राष्ट्र के लोग जल-धारा के समान उसकी ओर बहेंगे।
प्रभु यों कहता है: मैं सियोन पर्वत को लौटूंगा। मैं यरूशलेम के मध्य निवास करूंगा और यरूशलेम “सत्य नगर” कहलाएगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का पर्वत “पवित्र पर्वत” होगा।
बोअज बेतलेहम नगर से आया। उसने फसल काटनेवालों से कहा, ‘प्रभु तुम्हारे साथ हो!’ उन्होंने उत्तर दिया, ‘प्रभु आपको आशिष दे।’