‘धन्य है वह मनुष्य जिसको परमेश्वर ताड़ित करता है। अत: ओ अय्यूब, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की ताड़ना को तुम स्वीकार करो।
यिर्मयाह 31:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘मैंने एफ्रइम को विलाप करते हुए सुना है। वह मुझ से कह रहा था, “तूने मुझे सजा दी, और मैं ताड़ित हुआ, मानो मैं नवसीखिए बछड़े के समान हूं जो जूए में जोतने के योग्य नहीं होता और बहुत ताड़ना पाता है। मुझे स्वदेश वापस ले जा, तब मैं पुन: प्रतिष्ठित होऊंगा, क्योंकि तू ही मेरा प्रभु परमेश्वर है। पवित्र बाइबल मैंने एप्रैम को रोते सुना है। मैंने एप्रैम को यह कहते सुना है: ‘हे यहोवा, तूने, सच ही, मुझे दण्ड दिया है और मैंने अपना पाठ सीख लिया। मैं उस बछड़े की तरह था जिसे कभी प्रशिक्षण नहीं मिला कृपया मुझे दण्ड देना बन्द कर, मैं तेरे पास वापस आऊँगा। तू सच ही मेरा परमेश्वर यहोवा है। Hindi Holy Bible निश्चय मैं ने एप्रैम को ये बातें कह कर विलाप करते सुना है कि तू ने मेरी ताड़ना की, और मेरी ताड़ना ऐसे बछड़े की सी हुई जो निकाला न गया हो; परन्तु अब तू मुझे फेर, तब मैं फिरूंगा, क्योंकि तू मेरा परमेश्वर है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) निश्चय मैं ने एप्रैम को ये बातें कहकर विलाप करते सुना है, ‘तू ने मेरी ताड़ना की, और मेरी ताड़ना ऐसे बछड़े की सी हुई जो निकाला न गया हो; परन्तु अब तू मुझे फेर, तब मैं फिरूँगा, क्योंकि तू मेरा परमेश्वर है। सरल हिन्दी बाइबल “वस्तुस्थिति यह है कि मैंने एफ्राईम का विलाप करना सुना है: ‘जिस प्रकार उद्दंड बछड़े को प्रताड़ित किया जाता है उसी प्रकार आपने मुझे भी प्रताड़ित किया है, और मैंने इससे शिक्षा ग्रहण की है. मुझे अपनी उपस्थिति में ले आइए, कि मैं पूर्ववत हो जाऊं, क्योंकि याहवेह, आप ही मेरे परमेश्वर हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 निश्चय मैंने एप्रैम को ये बातें कहकर विलाप करते सुना है, ‘तूने मेरी ताड़ना की, और मेरी ताड़ना ऐसे बछड़े की सी हुई जो निकाला न गया हो; परन्तु अब तू मुझे फेर, तब मैं फिरूँगा, क्योंकि तू मेरा परमेश्वर है। |
‘धन्य है वह मनुष्य जिसको परमेश्वर ताड़ित करता है। अत: ओ अय्यूब, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की ताड़ना को तुम स्वीकार करो।
प्रभु, मैं जानता हूं कि तेरे न्याय-सिद्धान्त धार्मिक हैं, और तूने मुझे सच्चाई से पीड़ित किया है।
इसलिए तुम अश्व अथवा खच्चर जैसे न बनो, जिसमें विवेक नहीं होता; जिसे रास और लगाम से वश में करना पड़ता है; अन्यथा वह तुम्हारे निकट न आएगा।
हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु परमेश्वर, हमें पुन: स्थापित कर; अपने मुख की ज्योति प्रकाशित कर, कि हम बच जाएँ।
हे स्वर्गिक सेनाओं के परमेश्वर, हमें पुन: स्थापित कर; अपने मुख की ज्योति प्रकाशित कर कि हम बच जाएँ!
धन्य है वह मनुष्य, जिसको, प्रभु, तू ताड़ित करता है, और यों उसे अपनी व्यवस्था सिखाता है।
जो मनुष्य बार-बार डांटे जाने पर भी अपना हठ नहीं छोड़ता, उसका अचानक सर्वनाश होगा, और वह फिर नहीं सुधर सकेगा।
प्रिय शिष्य, प्रभु की ताड़ना की उपेक्षा मत करना, जब वह तुझे दण्ड दे तब तू उससे घृणा मत करना।
अब तुम्हारे किस अंग पर प्रहार किया जा सकता है? तुम्हारा कोई अंग भी मार से बचा नहीं, फिर भी तुम बार-बार विद्रोह करते हो! तुम्हारा सारा सिर घायल है, तुम्हारा सम्पूर्ण हृदय रोगी है।
तेरे पुत्र मूर्छित पड़े हैं, वे जाल में फंसे हिरण के सदृश प्रत्येक गली के छोर पर पड़े हैं। प्रभु के प्रकोप की मार से, तुम्हारे परमेश्वर की डांट से वे आहत हैं।
वह सताया गया, उसे पीड़ित किया गया, तोभी उसके मुंह से ‘आह’ न निकली। जैसे मेमना वध के लिए ले जाते समय चुप रहता है, जैसे भेड़ ऊन कतरने वाले के सामने शान्त रहती है, वैसे ही वह मौन था।
यद्यपि हमारे पूर्वज अब्राहम और इस्राएल हमें नहीं जानते, हमें नहीं पहिचानते, तो भी तू हमारा पिता है। प्राचीनकाल से तेरा नाम ‘हमारा मुक्तिदाता’ है, निस्सन्देह तू ही हमारा पिता है।।
जिनको प्रभु ने ताड़ित किया था, वे फिर भी प्रभु की ओर नहीं लौटे, उन्होंने स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु को नहीं खोजा।
हे प्रभु, मुझे स्वस्थ कर, तो मैं स्वस्थ हूंगा; मुझे बचा तो मैं बच जाऊंगा; क्योंकि प्रभु, मैं तेरी ही स्तुति करता हूं।
‘मैंने व्यर्थ ही तुम्हारे बच्चों को मारा, वे मेरी ताड़ना से सुधरे नहीं; तुमने अपनी तलवार से अपने नबियों को चीर-फाड़ डाला, जैसे गरजता हुआ सिंह अपने शिकार को फाड़ता है!
हमें तो शर्म के मारे गड़ जाना चाहिए। हमें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। हमने अपने प्रभु परमेश्वर के प्रति पाप किया है। हम और हमारे पूर्वज बचपन से आज तक पाप करते आए हैं। हमने अपने प्रभु परमेश्वर की बातों को नहीं माना।’
ओ इस्राएल! एक दिन ऐसा भी आएगा जब पहरेदार एफ्रइम के पहाड़ी क्षेत्र में पुकार-पुकार कर कहेगा, “ओ सोनेवालो, उठो! और सियोन पर्वत पर अपने प्रभु परमेश्वर के पास चलो।” ’
वे आनन्द के आंसू बहाते हुए आएंगे; और मैं उनको शान्ति देता हुआ उनका मार्ग-दर्शन करूंगा। मैं उनको झरनों के किनारे चलाता हुआ लाऊंगा, उनको सीधे मार्ग से ले जाऊंगा, जहां वे लड़खड़ा कर नहीं गिरेंगे; क्योंकि मैं इस्राएली कौम का पिता हूं, और एफ्रइम मेरा ज्येष्ठ पुत्र है।’
‘हे प्रभु, क्या तू सच्चाई को नहीं देखता? देख, तूने उनको मारा, किन्तु उन्हें पीड़ा का अनुभव ही नहीं हुआ! तूने उनका संहार किया, फिर भी उन्होंने इससे पाठ नहीं सीखा! उन्होंने अपना हृदय चट्टान से अधिक कठोर बना लिया, उन्होंने पश्चात्ताप करने से इन्कार कर दिया।’
हे प्रभु, हमारी ओर उन्मुख हो, ताकि हम तेरी ओर उन्मुख हों; प्राचीन काल के सदृश हमारे दिन फेर दे।
वहां तुम्हें स्मरण होगा कि तुमने अपने आचरण और कार्यों से स्वयं को भ्रष्ट किया था। तब तुम अपने आप से घृणा करोगे कि तुमने ऐसे बुरे काम किए थे।
मूसा की व्यवस्था में लिखित समस्त विपत्तियाँ हम पर पड़ीं, तो भी हमने अपने प्रभु परमेश्वर की कृपा-दृष्टि प्राप्त करने का प्रयत्न नहीं किया और न हम अपने अधर्ममय आचरण को छोड़कर तेरे सत्य वचन सुनने को तत्पर हुए।
एफ्रइम सीखी हुई कलोर है जो अन्न दांवना पसन्द करती है। मैंने उसकी सुन्दर गरदन पर अब तक जूआ नहीं रखा था, पर अब मैं एफ्रइम की गरदन पर जूआ रखूंगा; यहूदा को खेत जोतना ही होगा। याकूब हेंगा खींचेगा।
हठीली कलोर के समान इस्राएली जाति भी हठीली है। अत: क्या अब प्रभु विशाल चरागाह में चरते हुए मेमने के समान उन्हें चरा सकता है? कदापि नहीं।
मैं जा रहा हूं, मैं अपने स्थान को लौट रहा हूं, जब तक वे अपना अपराध स्वीकार न करेंगे और मेरा दर्शन पाने का प्रयत्न न करेंगे; जब तक अपने संकट में मुझे नहीं ढूंढ़ेंगे, मैं उनसे विमुख रहूंगा।
जब परमेश्वर ने यह देखा कि नीनवे के निवासियों ने पश्चात्ताप किया है, और उन्होंने अपना दुराचरण छोड़ दिया है, तब उसने उन पर विपत्ति ढाहने का विचार त्याग दिया। परमेश्वर ने कहा था कि वह उन पर विपत्ति ढाहेगा। पर उसने ऐसा नहीं किया।
वह किसी की बात पर ध्यान नहीं देती, वह ताड़ना पाने पर भी नहीं सुधरी। वह प्रभु पर भरोसा नहीं करती। वह परमेश्वर की आराधना के लिए उसके मन्दिर में नहीं आती।
जो प्रभु के प्रति श्रद्धा-भक्ति रखते थे, उन्होंने आपस में बात की। प्रभु ने ध्यान दिया, उनकी बात सुनी। उसके सम्मुख एक स्मरण-पुस्तिका लिखी गई। इसमें उन लोगों के नाम लिखे गए, जो प्रभु का चिंतन करते थे।
वह माता-पिता के हृदय को उनकी सन्तान की ओर और सन्तान का हृदय उसके माता-पिता की ओर उन्मुख करेगा, ताकि सब लोग पश्चात्ताप करें। ऐसा न हो कि मैं पृथ्वी पर आऊं और उसका पूर्ण संहार कर दूं।’
‘पश्चिम दिशा में अपने दल-बल सहित, ध्वजा के साथ एफ्रइम का पड़ाव होगा। एफ्रइम वंशीय दल का नेता अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा होगा।
वह नबी एलियाह के सदृश आत्मा और सामर्थ्य से सम्पन्न होकर प्रभु का अग्रदूत बनेगा, जिससे वह माता-पिता और उनकी संतान में मेल कराए और आज्ञा-उल्लंघन करने वालों को धार्मिकों की सद्बुद्धि प्रदान करे, और प्रभु के लिए एक सुयोग्य प्रजा तैयार करे।”
तब वह उठ कर अपने पिता के घर की ओर चल पड़ा। वह दूर ही था कि उसके पिता ने उसे देख लिया और वह दया से द्रवित हो उठा। उसने दौड़कर उसे गले लगा लिया और उसका चुम्बन किया।
परमेश्वर ने सब से पहले आप लोगों के लिए अपने सेवक येशु को पुनर्जीवित किया और आपके पास भेजा, जिससे वह आप लोगों में हर एक को कुमार्ग से विमुख करें और आशिष प्रदान करें।”
परमेश्वर अपना प्रेमपूर्ण उद्देश्य पूरा करने के लिए आप लोगों में सद् इच्छा भी उत्पन्न करता और उसके अनुसार कार्य करने का बल भी प्रदान करता है।
क्या आप लोग धर्मग्रन्थ का यह प्रबोधन भूल गये हैं, जिस में परमेश्वर आप को अपनी संतान कह कर सम्बोधित करता है? “मेरे बच्चो†! प्रभु के अनुशासन की उपेक्षा मत करो और उसकी फटकार से हिम्मत मत हारो;
मैं जिन से प्रेम करता हूँ, उन्हें डाँटता और दण्डित करता हूँ। इसलिए उत्साही बनो और पश्चात्ताप करो।