उन्होंने सात दिन तक बेखमीर रोटी का पर्व आनन्द-उल्लास से मनाया; क्योंकि प्रभु ने उन्हें आनंदित किया था, और असीरिया के सम्राट का हृदय उनकी ओर उन्मुख किया था। असीरिया के सम्राट ने इस्राएली कौम के परमेश्वर के भवन के निर्माण में उनकी सहायता की थी।
यिर्मयाह 30:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब नगर में मेरी स्तुति के गान सुनाई देंगे; आनन्द मनानेवालों का शोर वहां सुनाई देगा। मैं उनकी आबादी बढ़ाऊंगा, और तब वे जनसंख्या में थोड़े न होंगे। मैं उनका गौरव दिन दूना - रात चौगुना बढ़ाऊंगा, और वे फिर तुच्छ न समझे जाएंगे। पवित्र बाइबल उन स्थानों पर लोग स्तुतिगान करेंगे। वहाँ हँसी ठट्ठा भी सुनाई पड़ेगा। मैं उन्हें बहुत सी सन्तानें दूँगा। इस्राएल और यहूदा छोटे नहीं रहेंगे। मैं उन्हें सम्मान दूँगा। कोई व्यक्ति उनका अनादर नहीं करेगा। Hindi Holy Bible तब उन में से धन्य कहने, और आनन्द करने का शब्द सुनाई पड़ेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उनमें से धन्य कहने, और आनन्द करने का शब्द सुनाई पड़ेगा। सरल हिन्दी बाइबल उनसे धन्यवाद तथा हर्षोल्लास का स्वर आता रहेगा. मैं उनकी संख्या में वृद्धि करूंगा, उनकी संख्या कम न होगी; मैं उन्हें सम्मान्य बना दूंगा, वे नगण्य न रहेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उनमें से धन्य कहने, और आनन्द करने का शब्द सुनाई पड़ेगा। |
उन्होंने सात दिन तक बेखमीर रोटी का पर्व आनन्द-उल्लास से मनाया; क्योंकि प्रभु ने उन्हें आनंदित किया था, और असीरिया के सम्राट का हृदय उनकी ओर उन्मुख किया था। असीरिया के सम्राट ने इस्राएली कौम के परमेश्वर के भवन के निर्माण में उनकी सहायता की थी।
अत: लोग घर लौट गए। उन्होंने खाया-पीया, और गरीब लोगों को भोजन खिलाया। यों उन्होंने बड़ा आनन्द मनाया; क्योंकि जो बात उनसे कही गई थी, उसको उन्होंने समझ लिया था।
इस प्रकार समस्त धर्मसभा ने, अर्थात् उन सब लोगों ने, जो निष्कासन से लौटे थे, मण्डप बनाए और वे उनमें पर्व मनाने के लिए रहने लगे। यहोशुअ बेन-नून के समय से अब तक इस्राएलियों ने इस प्रकार पर्व नहीं मनाया था। अत: लोगों ने खूब उत्साह से यह पर्व मनाया।
भला हो कि सियोन से इस्राएल का उद्धार प्रकट हो! जब परमेश्वर अपने निज लोगों को समृद्धि पुन: प्रदान करेगा तब याकूब आनन्द मनाएगा और इस्राएल हर्षित होगा।
तू उस दिन यह कहेगा : “प्रभु, मैं तुझे धन्यवाद देता हूं। यद्यपि तू मुझ पर क्रोधित था, तथापि तेरा क्रोध अब शान्त हो गया, और तूने मुझे सांत्वना दी।
किन्तु प्रभु, तूने हमारे राष्ट्र को बढ़ाया; निस्सन्देह तूने हमारे राष्ट्र को बढ़ाया, और यों अपने नाम की महिमा की। तूने हमारे देश की सब सीमाओं को बढ़ाया।
आगामी दिनों में याकूब राष्ट्र जड़ पकड़ेगा, इस्राएल देश पुष्पित होगा, उसमें शाखाएँ फूटेंगी, वह अपने फलों से समस्त संसार को भर देगा।
प्रभु के द्वारा मुक्त किए गए लोग सियोन को लौटेंगे; वे हर्ष के गीत गाते हुए आएंगे। शाश्वत आनन्द से उनके मुख चमकते होंगे। उन्हें हर्ष और सुख प्राप्त होगा; उनके दु:ख और आहों का अन्त हो जाएगा।
प्रभु के द्वारा मुक्त किए गए लोग हर्ष के गीत गाते हुए सियोन में आएंगे। शाश्वत आनन्द से उनके मुख चमकते होंगे। उन्हें हर्ष और सुख प्राप्त होगा। उनके दु:ख और आहों का अन्त हो जाएगा।
मैं-प्रभु सियोन को सांत्वना प्रदान करूंगा; मैं उसके उजाड़ स्थलों को शान्ति दूंगा, उसके निर्जन प्रदेश को अदन वाटिका के सदृश हरा-भरा कर दूंगा। उसका मरुस्थल मेरे उद्यान के समान हरा-भरा हो जाएगा। सियोन के हर कोने में हर्ष और आनन्द उपलब्ध होगा; चारों ओर धन्यवाद का गीत, और स्तुतिगान गूंजेगा।
ओ यरूशलेम के उजाड़ स्थानो! उमंग में, सब मिलकर गीत गाओ; क्योंकि प्रभु ने उपने निज लोगों को शान्ति प्रदान की है; उसने यरूशलेम को मुक्त किया है।
तू उन राष्ट्रों को बुलाएगा, जिनको तू नहीं जानता है; और जो राष्ट्र तुझको नहीं जानते हैं, वे तेरे पास दौड़कर आएंगे। तेरे प्रभु परमेश्वर के कारण, इस्राएल के पवित्र परमेश्वर के कारण वे तेरे पास आएंगे, क्योंकि उसने तेरा गौरव बढ़ाया है।
‘दिन में तुझे प्रकाश के लिए सूर्य की आवश्यकता न होगी; और न रात में चन्द्रमा की चांदनी की। किन्तु प्रभु तेरा शाश्वत प्रकाश होगा, तेरा परमेश्वर ही तेरा तेज होगा।
उनमें से छोटे-से-छोटे व्यक्ति से कुल बनेगा, सबसे दुर्बल मनुष्य से शक्तिशाली राष्ट्र का उद्भव होगा, मैं प्रभु हूं, ठीक समय पर, मैं इसे अविलम्ब पूरा करूंगा।’
समुद्रतट के द्वीप प्रभु की प्रतीक्षा करेंगे; सर्वप्रथम तर्शीश के जलयान दूर देश से सोना और चांदी के साथ तेरे पुत्र-पुत्रियों को लाएँगे। प्रभु ने मुझे और सुन्दर बनाया है, अत: वे तेरे प्रभु परमेश्वर के नाम के लिए, इस्राएल के पवित्र परमेश्वर के लिए उन्हें लाएंगे।
तब यहूदा प्रदेश के सब नगरों से, यरूशलेम नगर के आसपास के गांवों से, बिन्यामिन के भूमि-क्षेत्र से, शफेलाह के मैदानी नगरों से, पहाड़ी क्षेत्र से और नेगेब क्षेत्र से सब लोग अग्नि-बलि, पशु-बलि, अन्न-बलि और सुगन्धित धूप-बलि लाएंगे, और प्रभु के गृह, यरूशलेम के मन्दिर में स्तुति-बलि के रूप में उनको चढ़ाएंगे।
उन दिनों में, जब तेरी आबादी इतनी बढ़ जाएगी कि लोग देश में भर जाएंगे, वे “प्रभु की विधान-मंजूषा” के विषय में चर्चा नहीं करेंगे। उसका विचार उनके मस्तिष्क में नहीं आएगा। वे उसका स्मरण नहीं करेंगे। वे उसकी अनुपस्थिति भी अनुभव नहीं करेंगे, और नयी विधान-मंजूषा भी नहीं बनाएंगे।
प्रभु यों कहता है : ‘देखो, समय आ रहा है जब मैं इस्राएल और यहूदा प्रदेशों के मनुष्यों और पशुओं की आबादी बढ़ाऊंगा।
मैं तेरा पुनर्निर्माण करूंगा, और तू फिर बसेगी, तू फिर सोलह श्रृंगार करेगी, और आनन्द मनानेवालों के बीच में नाचते-गाते हुए निकलेगी।
जैसे आकाश के तारों की और समुद्र-तट के रेतकणों की गणना नहीं हो सकती है, वैसे मैं अपने सेवक दाऊद के वंशजों को तथा मेरी सेवा करनेवाले लेवीय पुरोहितों को अगणित बनाऊंगा।’
स्वामी-प्रभु यों कहता है, ‘मैं इस्राएल वंशियों को अनुमति दूंगा कि वे मुझसे विनती करें और मैं उनके लिए उस कार्य को करूं। निस्सन्देह वे मुझसे विनती करेंगे, और मैं उनके मनुष्यों की संख्या भेड़-बकरियों की तरह बढ़ा दूंगा।
अत: मैंने जीवन के सांस को प्रभु का सन्देश सुनाया, जैसा प्रभु ने मुझे आदेश दिया था। तब शवों में जीवन का सांस भर गया और वे जीवित हो गए। वे अपने पैरों पर खड़े हो गए! वे संख्या में इतने अधिक थे मानो विशाल सेना हो!
मैं उनके साथ शान्ति का विधान स्थापित करूंगा। यह विधान उनके साथ शाश्वत विधान होगा। मैं उनको आशिष दूंगा, और उनकी आबादी बढ़ाऊंगा। मैं उनके मध्य में स्थायी रूप से अपना पवित्र निवास-स्थान बनाऊंगा।
‘मैं सीटी बजाकर उन्हें एकत्र करूंगा; क्योंकि मैंने उनको छुड़ाया है। वे संख्या में बढ़ जाएंगे। जैसे वे प्राचीन काल में असंख्य थे।
प्रभु यरूशलेम नगर के निवासियों के लिए मानो ढाल बनेगा और उनकी रक्षा करेगा। फलत: उस दिन यरूशलेम वासियों का दुर्बल से दुर्बल व्यक्ति राजा दाऊद के समान बलवान बनेगा। दाऊद का परिवार ईश्वर के समान, प्रभु के दूत के समान उनका नेतृत्व करेगा।
दूत ने उससे कहा, ‘दौड़, और उस जवान से यह कह: “यरूशलेम नगर की आबादी इतनी बढ़ जाएगी, उसमें इतने मनुष्य और पशु बसेंगे कि वह गाँवों के सदृश बिना दीवारों का नगर बन जाएगा!
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : चौथे, पांचवें, सातवें और दसवें महीने के उपवास-दिवस यहूदा के वंशजों के लिए आनन्द और हर्ष के दिन होंगे, उत्सव के पर्व होंगे। अत: सच्चाई और शान्ति से प्रेम करो।
“तू ने मुझे जो महिमा प्रदान की, वह मैंने उन्हें दे दी है, कि जैसे हम एक हैं, वैसे वे भी एक हों :
यह इसलिए होता है कि आपका विश्वास परीक्षा में खरा निकले। सोना भी तो आग में तपाया जाता है और आपका विश्वास नश्वर सोने से कहीं अधिक मूल्यवान् है। इस प्रकार आपका विश्वास येशु मसीह के प्रकट होने पर स्तुति, प्रशंसा और प्रतिष्ठा का कारण बने।