यद्यपि वह घायल करता है, तथापि वह घावों पर पट्टी भी बांधता है। वह प्रहार करता है, पर उसके हाथ रोगी को स्वस्थ करते हैं।
यिर्मयाह 30:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं-प्रभु कहता हूँ : मैं तेरा स्वास्थ्य तुझे लौटाऊंगा, मैं तेरे घाव भर दूंगा। क्योंकि तेरे शत्रुओं ने तुझे ‘परित्यक्ता’ कहा है : “देखो, यह है सियोन नगरी, जिसकी अब कोई चिन्ता नहीं करता।” पवित्र बाइबल मैं तुम्हारे स्वास्थ को लौटाऊँगा और मैं तुम्हारे घावों को भरूँगा।” यह सन्देश यहोवा का है। “क्यों क्योंकि अन्य लोगों ने कहा कि तुम जाति—बहिष्कृत हो। उन लोगों ने कहा, ‘कोई भी सिय्योन की परवाह नहीं करता।’” Hindi Holy Bible मैं तेरा इलाज कर के तेरे घावों को चंगा करूंगा, यहोवा की यह वाणी है; क्योंकि तेरा नाम ठुकराई हुई पड़ा है: वह तो सिय्योन है, उसकी चिन्ता कौन करता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं तेरा इलाज करके तेरे घावों को चंगा करूँगा, यहोवा की यह वाणी है; क्योंकि तेरा नाम ठुकराई हुई पड़ा है : वह तो सिय्योन है, उसकी चिन्ता कौन करता है? सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि मैं तुम्हारा स्वास्थ्य पुनःस्थापित करूंगा, तथा तुम्हारे घावों को भर दूंगा,’ यह याहवेह की वाणी है, ‘क्योंकि उन्होंने तुम्हें गृहवंचित घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा है, यह ज़ियोन है; उन्हें तुम्हारी कोई चिंता नहीं.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं तेरा इलाज करके तेरे घावों को चंगा करूँगा, यहोवा की यह वाणी है; क्योंकि तेरा नाम ठुकराई हुई पड़ा है: वह तो सिय्योन है, उसकी चिन्ता कौन करता है? |
यद्यपि वह घायल करता है, तथापि वह घावों पर पट्टी भी बांधता है। वह प्रहार करता है, पर उसके हाथ रोगी को स्वस्थ करते हैं।
प्रभु यह कहता है, “पीड़ित लुट गए, दरिद्र विलाप करते हैं। इस कारण अब मैं उठूंगा; मैं उसे सुरक्षित रखूंगा, जो सुरक्षा चाहता है।”
मैं दाहिनी ओर दृष्टि करता हूं और यह देखता हूं कि मुझे पहचाननेवाला कोई नहीं है। मेरे लिए शरण-स्थल भी नहीं रहा; मेरी चिन्ता करनेवाला कोई नहीं है।
प्रभु ने कहा, ‘यदि तुम अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी ध्यानपूर्वक सुनोगे, जो कार्य मेरी दृष्टि में उचित है, उसे करोगे, मेरी आज्ञाओं पर कान दोगे और मेरी समस्त संविधियों का पालन करोगे, तो मैं तुम पर महामारियाँ नहीं डालूँगा, जो मैंने मिस्र-निवासियों पर डाली थीं, क्योंकि मैं प्रभु हूं−तुम्हें स्वस्थ करने वाला।’
वह इन राष्ट्रों को चेतावनी देने के लिए झण्डा फहराएगा, वह इस्राएली राष्ट्र से निष्कासित लोगों को एकत्र करेगा। वह पृथ्वी की चारों दिशाओं से यहूदा के बिखरे हुए निवासियों को बटोरेगा।
उस दिन जब प्रभु अपने निज लोगों की चोटों की मरहम पट्टी करेगा। जब वह उनके घावों को स्वस्थ करेगा जो उसके प्रहार से हुए थे, तब चन्द्रमा का प्रकाश सूर्य के प्रकाश के सदृश हो जाएगा, और सूर्य का प्रकाश सात गुना तेज होगा, सप्ताह भर का सम्मिलित प्रकाश एक दिन में होगा!
तब कोई भी निवासी यह न कह सकेगा, “मैं बीमार हूं,” क्योंकि वहां रहनेवाले लोगों के अधर्म क्षमा कर दिए जाएंगे।
प्रभु ने तुझे ऐसे बुलाया है, जैसे त्यागी हुई और दु:खी मन वाली स्त्री को पुन: बुलाया जाता है। क्या कोई युवावस्था की पत्नी को भुला सकता है? तेरा परमेश्वर यह कहता है:
स्वामी-प्रभु जो इस्राएल के निष्कासित लोगों को एकत्र करता है, यह कहता है : ‘जो एकत्र हो चुके हैं उनके अतिरिक्त अन्य लोगों को भी मैं उनके पास एकत्र करूंगा।’
मैंने उसका आचरण देखा, तो भी मैं उसको स्वस्थ करूंगा। मैं उसका पथ-प्रदर्शन करूंगा, मैं उसकी क्षति के बदले में उसको शान्ति प्रदान करूंगा। जो उसके लिए शोक करते हैं, उन्हें मैं स्वयं अपने मुंह से शान्ति के वचन कहूंगा।’
प्रभु यह कहता है : ‘जो समीप है, और जो दूर है, दोनों का कल्याण हो, उन्हें शान्ति प्राप्त हो। मैं उन्हें स्वस्थ करूंगा।
तब तेरे आनन्द का प्रकाश प्रात: के पौ फटने के सदृश चमकेगा। तेरा घाव अति शीघ्र भरेगा। तेरी धार्मिकता मार्ग में तेरे आगे-आगे तेरा मार्गदर्शन करेगी, और प्रभु की महिमा तेरे पीछे-पीछे रक्षक बनकर तेरी रक्षा करेगी।
‘तू त्याग दी गई थी; लोग तुझसे घृणा करते थे, और तुझमें से होकर नहीं जाते थे। पर मैं तुझे सदा के लिए भव्यता प्रदान करूंगा, युग-युगांत के लिए तुझे आनन्दमयी कर दूंगा।
मेरा घर उजड़ गया, शत्रुओं ने मेरे तम्बू की कनातें उखाड़ लीं। मेरे बच्चे मुझसे छीन लिये। अब वे नहीं रहे। अब मेरे घर को फिर खड़ा करनेवाला कोई नहीं है। मेरे तम्बू की कनातें कौन खड़ी करेगा?
हे प्रभु, मुझे स्वस्थ कर, तो मैं स्वस्थ हूंगा; मुझे बचा तो मैं बच जाऊंगा; क्योंकि प्रभु, मैं तेरी ही स्तुति करता हूं।
प्रभु ने उनसे कहा था, ‘ओ विश्वासघाती सन्तान, लौट आ! मैं तेरे विश्वासघात के घाव को भर दूंगा।’ वे बोले, ‘देख, हम तेरे पास लौट आए हैं; क्योंकि तू ही हमारा प्रभु परमेश्वर है
तुझे न्याय दिलानेवाला कोई नहीं है। तेरे घाव की कोई दवा नहीं है; तेरा रोग स्वस्थ नहीं होगा।
‘यिर्मयाह, क्या तूने ध्यान दिया कि ये लोग मेरे बारे में क्या कह रहे हैं? ये कहते हैं कि प्रभु ने जिन दो परिवारों को चुना था, उनको त्याग दिया है। यों ये मेरे निज लोगों को अपनी दृष्टि में तुच्छ समझने लगे हैं कि अब वे राष्ट्र नहीं रहे; एक कौम के रूप में मेरे निज लोगों का अस्तित्व समाप्त हो गया।
‘किन्तु, यिर्मयाह! मैं इस प्रहार के बाद इस नगर में औषधि और स्वास्थ्य लाऊंगा, और इस के निवासियों को स्वस्थ कर दूंगा। मैं इनको सुरक्षा और समृद्धि प्रदान करूंगा।
क्या गिलआद प्रदेश की बलसान औषधि समाप्त हो गई? क्या वहां अब वैद्य भी नहीं रहे? तब मेरे लोगों के घाव क्यों नहीं भर रहे हैं?
मार्ग से गुजरनेवाले तुझे देखकर ताली बजाते हैं। वे यरूशलेम कि पुत्री को देखकर छी-छी करते और मुंह बनाकर यह कहते हैं : ‘क्या यह वही नगरी है, जिसको “विश्व का आनन्द” , “परम-सुन्दरी” कहा जाता था?”
मैं खोई हुई भेड़ को ढूंढ़ूंगा। भटकी हुई भेड़ के घावों पर पट्टी बांधूंगा। मैं निर्बल को बलवान बनाऊंगा। मैं मोटी-ताजी, स्वस्थ भेड़ की रक्षा करूंगा। मैं उनको उचित रीति से चराऊंगा।
ओ एदोम, तूने इस्राएल देश के पहाड़ी क्षेत्रों के विरुद्ध तिरस्कारपूर्ण वचन कहे हैं, और मैं-प्रभु ने उन सबको सुना है। तूने कहा है, “इस्राएल के ये पहाड़ी क्षेत्र उजाड़ पड़े हैं। ये हमें हड़पने के लिए दिए गए हैं।”
वे जिस-जिस देश में गए, वहाँ भी उन्होंने मेरे पवित्र नाम को अपवित्र किया। उस देश के लोग उनके बारे में यह कहते थे, “ये प्रभु के निज लोग हैं, फिर भी उसके देश से इनको निकाल दिया गया।”
मैंने ही एफ्रइम को चलना सिखाया था; मैं उसको अपनी गोद में लेकर घुमाता था। परन्तु वह यह नहीं जानता है कि मैं ही उसे पाल रहा हूं।
लोग यह कहते हैं : ‘आओ, हम प्रभु के पास लौटें। उसने हमें क्षत-विक्षत किया है, अब वही हमें स्वस्थ करेगा। उसने हमें घायल किया है, अब वही हमारे घावों पर पट्टी बांधेगा।
पर तुम मेरे नाम के प्रति श्रद्धा-भक्ति रखते हो, इसलिए तुम पर धार्मिकता का सूर्य उदय होगा, उसके पंखों में रोग-निवारण की किरणें होंगी, जिनके स्पर्श से तुम स्वस्थ होगे। जैसे पशुशाला से छूटकर बछड़ा आनन्द से कूदता-फांदता है, वैसे ही तुम मुक्त होकर आनन्द से विचरण करोगे।
वह अपने शरीर में हमारे पापों को क्रूस के काठ पर ले गये, जिससे हम पाप के लिए मृत हो कर धार्मिकता के लिए जीने लगें। आप उनके घावों द्वारा स्वस्थ हो गये हैं।
नगर चौक के बीचों-बीच बहती हुई नदी के तट पर, दोनों ओर एक जीवन-वृक्ष था, जो बारह प्रकार के फल, हर महीने एक बार फल, देता था। उस पेड़ के पत्तों से राष्ट्रों की चिकित्सा होती है।