उन्होंने हरएक पहाड़ी शिखर पर और हरे-भरे वृक्ष के नीचे वेदियां, पूजा-स्तम्भ और लकड़ी के खम्भे प्रतिष्ठित किए।
यिर्मयाह 3:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा योशियाह के राज्य-काल में मुझे प्रभु का यह संदेश मिला। उसने मुझसे कहा, ‘विश्वासघातिनी इस्राएल प्रदेश की जनता के कामों को क्या तूने देखा है? वह पहाड़ी-शिखर के प्रत्येक मन्दिर में गई। उसने हरएक हरे वृक्ष के नीचे मूर्ति की पूजा की। यों उसने मेरे प्रति विश्वासघात किया। पवित्र बाइबल उन दिनों जब योशिय्याह यहूदा राष्ट्र पर शासन कर रहा था। यहोवा ने मुझसे बातें की। यहोवा ने कहा, “यिर्मयाह, तुमने उन बुरे कामों को देखा जो इस्राएल ने किये तुमने देखा कि उसने कैसे मेरे साथ विश्वासघात किया। उसने हर एक पहाड़ी के ऊपर और हर एक हरे पेड़ के नीच झूठी मूर्तियों की पूजा करके व्यभिचार करने का पाप किया। Hindi Holy Bible फिर योशिय्याह राजा के दिनों में यहोवा ने मुझ से यह भी कहा, क्या तू ने देखा कि भटकने वाली इस्राएल ने क्या किया है? उसने सब ऊंचे पहाड़ों पर और सब हरे पेड़ों के तले जा जा कर व्यभिचार किया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर योशिय्याह राजा के दिनों में यहोवा ने मुझ से यह भी कहा, “क्या तू ने देखा कि भटकनेवाली इस्राएल ने क्या किया है? उसने सब ऊँचे पहाड़ों पर और सब हरे पेड़ों के नीचे जा जाकर व्यभिचार किया है। सरल हिन्दी बाइबल तत्पश्चात राजा योशियाह के राज्य-काल में, याहवेह ने मुझसे बात की, “देखा तुमने, विश्वासहीन इस्राएल ने क्या किया है? उसने हर एक उच्च पर्वत पर तथा हर एक हरे वृक्ष के नीचे वेश्या-सदृश मेरे साथ विश्वासघात किया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर योशिय्याह राजा के दिनों में यहोवा ने मुझसे यह भी कहा, “क्या तूने देखा कि भटकनेवाली इस्राएल ने क्या किया है? उसने सब ऊँचे पहाड़ों पर और सब हरे पेड़ों के तले जा जाकर व्यभिचार किया है। |
उन्होंने हरएक पहाड़ी शिखर पर और हरे-भरे वृक्ष के नीचे वेदियां, पूजा-स्तम्भ और लकड़ी के खम्भे प्रतिष्ठित किए।
जब योशियाह ने राज्य करना आरम्भ किया तब वह आठ वर्ष का था। उसने राजधानी यरूशलेम में इकतीस वर्ष तक राज्य किया।
किन्तु तुम, ओ जादूगरनी के पुत्रो, ओ व्याभिचारिणी की सन्तान, ओ वेश्या-पुत्रो, यहाँ पास आओ।
यिर्मयाह को जब प्रभु का संदेश मिला तब यहूदा प्रदेश पर राजा योशियाह बेन-आमोन राज्य करता था, और उसके राज्यकाल का तेरहवां वर्ष था।
वे अपने पूर्वजों के दुष्कर्मों की ओर लौट गए हैं। जैसा उनके पूर्वजों ने मेरे वचनों को सुनने से इन्कार कर दिया था, वैसा ही उन्होंने किया है। वे अन्य कौमों के देवी-देवताओं की पूजा करने के लिए उनका अनुसरण करने लगे हैं। इस्राएल प्रदेश के और यहूदा प्रदेश के लोगों ने भी उस विधान को तोड़ दिया है, जो मैंने उनके पूर्वजों से स्थापित किया था।
क्या उनके पुत्र-पुत्रियां पहाड़ों पर, खुले मैदानों में हरे-हरे वृक्षों के नीचे, ऊंची-ऊंची पहाड़ियों पर स्थापित अपनी वेदियों और अशेरा देवी की मूर्तियों को एक पल के लिए भी भूल सकते हैं? अत: ओ यहूदा प्रदेश! जो पाप तूने अपने प्रदेश में किए हैं, उनके दण्ड के लिए मैं तेरी सारी सम्पत्ति, तेरा बहुमूल्य खजाना लुटेरे शत्रु को दे दूंगा।
उसने देखा कि उसकी बहिन विश्वासघातिनी इस्राएल के व्यभिचार-कर्म के कारण − कि उसने मुझे त्यागकर अन्य देवताओं की पूजा की − मैंने तलाक पत्र लिखकर उसको भगा दिया है, फिर भी उसकी कपटी बहिन यहूदा प्रदेश की जनता नहीं डरी! बल्कि उसने भी वही आचरण किया और वह भी व्यभिचारिणी बन गई।
ओ चंचल पुत्री! तू कब तक यहां-वहां भटकती रहेगी? मैं-प्रभु ने पृथ्वी पर एक नई व्यवस्था की है : नारी पुरुष की रक्षा करेगी।’
इस्राएल के वंश ने, यहूदा के कुल ने मुझसे बड़ा विश्वासघात किया है,’ प्रभु की यह वाणी है।
परन्तु उन्होंने मेरी आज्ञा का पालन नहीं किया, और न ही उस पर कान दिया। वे मनचाहे मार्ग पर चलते रहे, अपने हठीले हृदय के अनुरूप दुराचरण करते रहे। उनके कदम मेरी ओर आगे नहीं बढ़े, बल्कि पीछे हट गए।
हर एक गली के प्रवेश-द्वार पर तू पूजा-कक्ष बनाती है। तू प्रत्येक चौराहे पर ऊंची वेदी प्रतिष्ठित करती है। तो भी, सुन, तू वेश्या से भी नीच है, क्योंकि तू वेश्यावृत्ति के मूल्य का मजाक भी उड़ाती है।
जब मैं उन्हें उस देश में ले आया जिसको देने की शपथ मैंने खाई थी, तब उन्हें जहां-कहीं भी पहाड़ी शिखर दिखाई दिए और जहां-कहीं उन्होंने हरे वृक्ष देखे, वहां वे बलि चढ़ाने लगे, पूजा करने लगे, और अपनी बलि और पूजा से मुझे चिढ़ाया। वहां वे सुगन्धित धूपद्रव्य जलाते थे, और अपनी पेयबलि उण्डेलते थे।
‘ओहोला की बहिन ओहोलीबा ने अपनी बहिन का विनाश देखा, तो भी उसने मोहित होकर अपनी बहिन से अधिक व्यभिचार किया। वह अपनी बहिन से एक कदम आगे बढ़ गई।
‘बड़ी बहिन का नाम ओहोलाऔर छोटी बहिन का नाम ओहोलीबा था। मैंने उन दोनों बहिनों को अपना लिया। उनके पुत्र-पुत्रियाँ उत्पन्न हुए। ‘ओहोला मानो सामरी नगर है, और यरूशलेम ओहोलीबा है।
मेरे अपने लोग तुले बैठे हैं कि वे मेरे पास नहीं लौटेंगे; अत: उनको जूए में जोता जाएगा; उनको जूए से कोई भी अलग नहीं कर सकेगा।
वे पहाड़ी शिखर की वेदियों पर बलि चढ़ाते हैं; वे पहाड़ियों पर, बांज, चिनार और एला वृक्षों के नीचे धूप जलाते हैं; क्योंकि उन्हें इन वृक्षों की छाया भली लगती है। तुम्हारी पुत्रियाँ भी वेश्यावृत्ति करती हैं। तुम्हारी बहुएँ भी व्यभिचार करती हैं।
किन्तु इस्राएलियों ने शासकों की बात भी नहीं सुनी। उन्होंने अन्य जातियों के देवताओं का अनुसरण कर वेश्या के सदृश प्रभु के प्रति विश्वासघात किया। उन्होंने उन देवताओं की झुककर वंदना की। जिस मार्ग पर उनके पूर्वज चले थे, उससे वे शीघ्र ही भटक गए। जैसा उनके पूर्वजों ने प्रभु की आज्ञाओं का पालन किया था वैसा उन्होंने नहीं किया।