तब काइन प्रभु के सम्मुख से चला गया। वह अदन की पूर्व दिशा में नोद नामक प्रदेश में रहने लगा।
यिर्मयाह 23:39 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: देखो, मैं तुम्हें निस्सन्देह भार के सदृश उठाऊंगा, और अपनी उपस्थिति से निकाल कर फेंक दूंगा − न केवल तुम्हें, बल्कि तुम्हारे नगर को भी जो मैंने तुम्हें और तुम्हारे पूर्वजों को दिया था। पवित्र बाइबल किन्तु तुमने मेरे सन्देश को दुर्वह भार कहा, अत: मैं तुम्हें एक दुर्वह भार की तरह उठाऊँगा और अपने से दूर पटक दूँगा। मैंने तुम्हारे पूर्वजों को यरूशलेम नगर दिया था। किन्तु अब मैं तुम्हें और उस नगर को अपने से दूर फेंक दूँगा। Hindi Holy Bible इस कारण देखो, मैं तुम को बिलकुल भूल जाऊंगा और तुम को और इस नगर को जिसे मैं ने तुम्हारे पुरखाओं को, और तुम को भी दिया है, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस कारण देखो, मैं तुम को बिलकुल भूल जाऊँगा और तुम को और इस नगर को जिसे मैं ने तुम्हारे पुरखाओं को, और तुम को भी दिया है, त्यागकर अपने सामने से दूर कर दूँगा। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये ध्यान से सुनो, मैं निश्चयतः तुम्हें भूलना पसंद करके तुम्हें अपनी उपस्थिति से दूर कर दूंगा, इस नगर को भी जो मैंने तुम्हें एवं तुम्हारे पूर्वजों को प्रदान किया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस कारण देखो, मैं तुम को बिलकुल भूल जाऊँगा और तुम को और इस नगर को जिसे मैंने तुम्हारे पुरखाओं को, और तुम को भी दिया है, त्याग कर अपने सामने से दूर कर दूँगा। |
तब काइन प्रभु के सम्मुख से चला गया। वह अदन की पूर्व दिशा में नोद नामक प्रदेश में रहने लगा।
मैं आकाश के नीचे उन सब प्राणियों को, जिनमें जीवन का श्वास है, नष्ट करने के लिए पृथ्वी पर जल-प्रलय करूंगा। पृथ्वी के सब प्राणी मर जाएंगे।
प्रभु ने कहा, ‘जैसे मैंने इस्राएल प्रदेश को अपने सम्मुख से हटा दिया है, वैसे यहूदा प्रदेश को भी हटा दूंगा। जिस यरूशलेम नगर को मैंने चुना था, उसको मैं त्याग दूंगा। जिस भवन के विषय में मैंने यह कहा था कि मैं वहां अपना नाम प्रतिष्ठित करूंगा उसको भी मैं त्याग दूंगा।’
जो मनुष्य परमेश्वर के वचन को तुच्छ समझता है, वह स्वयं अपने विनाश का कारण बनता है! पर प्रभु की आज्ञाओं का आदर करनेवाला पुरस्कार पाएगा!
मैंने, हां मैंने ही यह कहा है, मैंने ही कुस्रू को बुलाया है। मैं ही उसको लाया हूं, उसका हर काम सफल होगा।
प्रभु कहता है : ‘मैं, मैं ही वह हूं, जो तुझे शांति देता है। तब तू नश्वर मनुष्य से, घास के समान तत्काल सूख जानेवाले इन्सान से क्यों डरता है?
‘ओ यिर्मयाह, मैंने अपना घर त्याग दिया: अपनी मीरास को छोड़ दिया। मैंने अपनी प्राण-प्रिय प्रेमिका को शत्रुओं के हाथों में सौंप दिया।
‘यिर्मयाह! जब इस प्रजा में कोई व्यक्ति, नबी अथवा पुरोहित तुझ से यह पूछे: “प्रभु के वचन का भार क्या है?” तो तुम उससे कहना, “तुम ही भार हो! और मैं इस भार को फेंक दूंगा, प्रभु की यह वाणी है।”
किन्तु यदि तुम कहोगे, “प्रभु के वचन का भार,” तो मैं यह कहता हूं: क्योंकि तुमने मेरे वचन को भार कहा है, जब कि मैंने तुम्हें मना किया था कि तुम यह मत कहना: ‘प्रभु के वचन का भार’,
अत: मैं, इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु परमेश्वर, यों कहता हूं : जिन विपत्तियों की घोषणा मैंने की थी, वे सब मैं यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों पर ला रहा हूं। मैंने इन लोगों को अपना सन्देश सुनाया था, लेकिन इन्होंने नहीं सुना। मैंने इन को पुकारा, किन्तु इन्होंने मेरी पुकार का उत्तर नहीं दिया।’
मैं उसको, उसकी सन्तान को, और उसके कर्मचारियों को उनके अधर्म के लिए दण्ड दूंगा। मैं उन पर, यहूदा प्रदेश की समस्त जनता पर, यरूशलेम के निवासियों पर सब विपत्तियां ढाहूंगा, जिनकी घोषणा मैंने की थी, और जिनको उन्होंने नहीं सुना था।” ’
निस्सन्देह प्रभु के क्रोध के कारण राजधानी यरूशलेम और यहूदा प्रदेश में घटनाएं घटीं, और प्रभु ने सिदकियाह को अपनी उपस्थिति से निकाल दिया। सिदकियाह ने बेबीलोन के राजा के विरुद्ध विद्रोह किया।
इसलिए, सुनो: जो भवन मेरे नाम से प्रसिद्ध है, और जिस पर तुम भरोसा करते हो, और जो मैंने तुम्हें और तुम्हारे पूर्वजों को दिया था, उसको मैं शीलोह के समान तहस-नहस कर दूंगा।
जैसे मैंने तुम्हारे सब जाति-भाई-बंधुओं, एफ्रइम के वंशजों को अपने सामने से हटा दिया था, वैसे ही मैं तुम्हें अपने सम्मुख से निकाल दूंगा।
प्रभु, तूने हमें क्यों सदा के लिए भुला दिया, तूने इतने दिन तक हमें क्यों छोड़ रखा है।
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : देखो, मैं स्वयं अपनी भेड़ों की सुधि लूंगा, और उनको ढूंढ़ने जाऊंगा।
‘इसलिए स्वामी-प्रभु उनसे यह कहता है : देखो, मैं स्वयं मोटी और दुबली भेड़ों के मध्य न्याय करूंगा।
अत: सुनो, मैं, स्वामी-प्रभु क्या कहता हूँ: मैं, हां मैं, तुम्हारे विरुद्ध हूँ। मैं इन्हीं राष्ट्रों के सामने तुम्हारे मध्य में अपना न्याय-निर्णय सुनाऊंगा।
ओ इस्राएल के पहाड़ो! स्वामी-प्रभु का यह सन्देश सुनो: स्वामी-प्रभु पहाड़ों और पहाड़ियों, घाटियों और तराइयों के सम्बन्ध में यों कहता है: देखो, मैं, हाँ मैं, तुम पर शत्रु की तलवार चलवाऊंगा, और यों मैं तुम्हारी पहाड़ी शिखर के पूजागृह नष्ट कर दूंगा।
अत: मैं उनसे क्रोधपूर्ण व्यवहार करूंगा। मैं उन पर दयादृष्टि नहीं करूंगा। मेरी आंखों से छिप कर वे भाग नहीं सकेंगे। वे ऊंचे स्वर से मुझे पुकारेंगे तो भी मैं उनकी दुहाई नहीं सुनूंगा।’
जवान, बूढ़े, कन्याएं, बच्चे, औरतें, उन सब का वध करो; किन्तु उन लोगों पर हाथ न उठाना जिनके माथे पर लिपिक ने चिह्न अंकित किया है। वध का काम मेरे पवित्र स्थान से आरम्भ करो।’ अत: जल्लादों ने वध का काम आरम्भ किया, और उन धर्मवृद्धों का वध कर दिया जो प्रभु के भवन के सामने थे।
मेरे निज लोग ईश्वरीय ज्ञान के अभाव में नष्ट हो गए। तूने मेरा ज्ञान प्राप्त करना स्वीकार नहीं किया, इसलिए मैं भी तुझे पुरोहित-पद पर स्वीकार नहीं करूंगा। तू मुझ-परमेश्वर की व्यवस्था भूल गया, अत: मैं भी तेरे पुरोहित-वंश को भूल जाऊंगा।
मैं एफ्रइम के लिए एक सिंह हूं; यहूदा प्रदेश के लिए युवा सिंह हूं; मैं, हां मैं, उन्हें फाड़ दूंगा, मैं उन्हें मुंह में उठाकर ले जाऊंगा। उन्हें मुझसे कोई न छुड़ा सकेगा।
तो मैं क्रोध में भर कर तुम्हारे विरुद्ध चलूंगा। मैं स्वयं क्रोध में भर कर तुम्हारे पाप के कारण तुम्हें सात गुना ताड़ित करूंगा।
“तब राजा अपनी बायीं ओर के लोगों से कहेगा, ‘शापित लोगो! मुझ से दूर हो और उस अनन्त आग में जा पड़ो, जो शैतान और उसके दूतों के लिए तैयार की गयी है;
अब मुझे देखो! मैं, हाँ मैं, वही हूँ! मेरे अतिरिक्त कोई ईश्वर नहीं है। मैं ही प्राण लेता हूँ, मैं ही जीवन देता हूँ। मैं ही घायल करता हूँ, मैं ही स्वस्थ करता हूँ। मेरे हाथ से छुड़ानेवाला कोई नहीं है।
ऐसे लोगों को प्रभु के सान्निध्य और उनके तेजोमय सामर्थ्य से पृथक होकर अनंत विनाश का दण्ड मिलेगा।