यिर्मयाह 23:32 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु की यह वाणी है, ‘देखो, मैं झूठी नबूवत, झूठे दर्शन की बातें करनेवाले नबियों के विरुद्ध हूं। मैंने इन नबियों को नहीं भेजा है, और न ही नबूवत सुनाने का दायित्व सौंपा है। ये अपने झूठ और व्यर्थ बातों से मेरे निज लोगों को पथ-भ्रष्ट करते हैं। इन झूठे नबियों से इस प्रजा को कुछ लाभ नहीं होता है;’ प्रभु की यह वाणी है। पवित्र बाइबल मैं उन झूठे नबियों के विरुद्ध हूँ जो झूठे स्वप्न का उपदेश देते हैं।” यह सन्देश यहोवा का है। “वे अपने झूठ और झूठे उपदेशों से मेरे लोगों को भटकाते हैं। मैंने उन नबियों को लोगों को उपदेश देने के लिये नहीं भेजा। मैंने उन्हें अपने लिये कुछ करने का आदेश कभी नहीं दिया। वे यहूदा के लोगों की सहायता बिल्कुल नहीं कर सकते।” यह सन्देश यहोवा का है। Hindi Holy Bible यहोवा की यह भी वाणी है कि जो बिना मेरे भेजे वा बिना मेरी आज्ञा पाए स्वप्न देखने का झूठा दावा कर के भविष्यद्वाणी करते हैं, और उसका वर्णन कर के मेरी प्रजा को झूठे घमण्ड में आकर भरमाते हैं, उनके भी मैं विरुद्ध हूँ; और उन से मेरी प्रजा के लोगों का कुछ लाभ न हेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा की यह भी वाणी है कि जो बिना मेरे भेजे या बिना मेरी आज्ञा पाए स्वप्न देखने का झूठा दावा करके भविष्यद्वाणी करते हैं, और उसका वर्णन करके मेरी प्रजा को झूठे घमण्ड में आकर भरमाते हैं, उनके भी मैं विरुद्ध हूँ; और उनसे मेरी प्रजा के लोगों का कुछ लाभ न होगा। सरल हिन्दी बाइबल यह समझ लो, मैं उन सभी से रुष्ट हूं जिन्होंने झूठे स्वप्नों को भविष्यवाणी का स्वरूप दे दिया है,” यह याहवेह की वाणी है. “तथा इन स्वप्नों को मेरी प्रजा के समक्ष प्रस्तुत करके अपने लापरवाह झूठों तथा दुस्साहसमय गर्वोक्ति द्वारा उन्हें भरमाते है. मैंने न तो उन्हें कोई आदेश दिया है और न ही उन्हें भेजा है. मेरी प्रजा को इनसे थोड़ा भी लाभ नहीं हुआ है,” यह याहवेह की वाणी है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा की यह भी वाणी है कि जो बिना मेरे भेजे या बिना मेरी आज्ञा पाए स्वप्न देखने का झूठा दावा करके भविष्यद्वाणी करते हैं, और उसका वर्णन करके मेरी प्रजा को झूठे घमण्ड में आकर भरमाते हैं, उनके भी मैं विरुद्ध हूँ; और उनसे मेरी प्रजा के लोगों का कुछ लाभ न होगा। |
ओ मेरे निज लोगो, बच्चे तुम पर अत्याचार करते हैं; स्त्रियाँ तुम पर राज्य करती हैं। ओ मेरे निज लोगो, तुम्हारे नेताओं ने तुम्हें पथ-भ्रष्ट किया; तुम्हें तुम्हारे मार्ग से बहका दिया।
मैंने सामरी प्रदेश के नबियों में यह मूर्खतापूर्ण बात देखी थी : वे बअल देवता के नाम से नबूवत करते थे, और मेरे निज लोग-इस्राएलियों को पथभ्रष्ट कर देते थे।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘तुम इन नबियों की नबूवत मत सुनो; क्योंकि ये तुम में झूठी आशा जगाते हैं। ये ईश्वरीय दर्शन की बातों का दावा करते हैं; पर ये बातें मुझ-प्रभु के मुख की नहीं, वरन् इनके मस्तिष्क की उपज होती हैं।
‘मैंने इन नबियों की झूठी नबूवतें सुनी हैं, जो उन्होंने मेरे नाम से की हैं। ये कहते हैं, “हम ने परमेश्वर का दर्शन पाया है! हमने परमेश्वर का दर्शन पाया है।”
मैं झूठे नबियों के खिलाफ हूँ जो झूठ-मूठ अपने मुंह से यह कहते हैं : “प्रभु यह कहता है।” ’
प्रभु ने नबी यिर्मयाह से कहा : ‘बेबीलोन में निष्कासित लोगों को यह सन्देश भेज: नेहेलाम नगर के शमायाह के विषय में प्रभु यों कहता है : शमायाह ने तुम-लोगों से नबूवत की, जब कि मैंने उस को नहीं भेजा है, और उसने तुम को झूठी आशा दी,
जो दर्शन तेरे नबियों ने तेरे लिए देखे थे, वे सफेद झूठ थे। उन्होंने तेरा अधर्म तुझ पर प्रकट नहीं किया, अन्यथा तू बन्दिगी बनकर निर्वासित न होती। तेरे नबियों ने तेरे लिए ऐसी नबुवतें कीं, जो झूठी और भ्रामक थीं।
उसके नबी बकवादी हैं, वे धोखेबाज हैं। उसके पुरोहित पवित्र को अपवित्र करते हैं। वे व्यवस्था का उल्लंघन करते हैं।
गृह-देवता बकवास करते हैं, शकुन विचारने वाले झूठे शकुन विचारते हैं। स्वप्न दर्शी झूठे स्वप्न देखते हैं, और झूठी शान्ति देते हैं। अत: जनता भेड़ के सदृश भटक गई है, उनका चरवाहा नहीं है, अत: वे संकट में हैं।
उन्हें रहने दो; वे अन्धों के अन्धे पथप्रदर्शक हैं। यदि अन्धा अन्धे को मार्ग दिखाए तो दोनों ही गड्ढे में गिरेंगे।”
मेरा निश्चय यही था। तो, क्या मैंने अकारण ही अपना विचार बदल लिया? क्या मैं सांसारिक मनुष्य की तरह निश्चय करता हूँ? क्या मुझ में कभी ‘हां’ और कभी ‘नहीं’-जैसी बात है?
परन्तु जो नबी ढिठाई से मेरे नाम से ऐसे वचन कहेगा जिनको बोलने की आज्ञा मैंने नहीं दी है, अथवा जो दूसरे देवताओं के नाम से बोलेगा, उस नबी का वध किया जाएगा।”
पशु बन्दी बनाया गया और उसके साथ वह झूठा नबी भी, जिसने पशु के निरीक्षण में चमत्कार दिखा कर उन लोगों को बहकाया था, जिन्होंने पशु की छाप ग्रहण की थी और उसकी प्रतिमा की आराधना की थी। वे दोनों जीवित ही धधकते गन्धक के अग्निकुण्ड में डाल दिये गये।