तब नबी सिदकियाह बेन-कनायाह मीकायाह के समीप आया। उसने उसके गाल पर थप्पड़ मारा, और उससे पूछा, ‘क्यों? प्रभु का आत्मा मुझे छोड़ कर तुझसे वार्तालाप करने के लिए किस प्रकार गया?’
यिर्मयाह 23:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इन नबियों में से कौन नबी प्रभु के दरबार में खड़ा था, और किसने प्रभु की बातें सुनीं, और उनको समझा है? किसने प्रभु के वचन सुने, और उन पर ध्यान दिया है? पवित्र बाइबल किन्तु इन नबियों में से कोई भी स्वर्गीय परिषद में सम्मिलित नहीं हुआ है। उनमें से किसी ने भी यहोवा के सन्देश को न देखा है न ही सुना है। उनमें से किसी ने भी यहोवा के सन्देश पर गम्भीरता से ध्यान नहीं दिया है। Hindi Holy Bible भला कौन यहोवा की गुप्त सभा में खड़ा हो कर उसका वचन सुनने और समझने पाया है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) भला कौन यहोवा की गुप्त सभा में खड़ा होकर उसका वचन सुनने और समझने पाया है, या किसने ध्यान देकर मेरा वचन सुना है? सरल हिन्दी बाइबल कौन याहवेह की संसद में उपस्थित हुआ है, कि याहवेह को देखे तथा उनका स्वर सुने? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 भला कौन यहोवा की गुप्त सभा में खड़ा होकर उसका वचन सुनने और समझने पाया है? या किसने ध्यान देकर मेरा वचन सुना है? (रोम. 11:34) |
तब नबी सिदकियाह बेन-कनायाह मीकायाह के समीप आया। उसने उसके गाल पर थप्पड़ मारा, और उससे पूछा, ‘क्यों? प्रभु का आत्मा मुझे छोड़ कर तुझसे वार्तालाप करने के लिए किस प्रकार गया?’
तब नबी सिदकियाह बेन-कनानाह मीकायाह के पास आया। उसने उसके गाल पर थप्पड़ मरा, और उससे पुछा, ‘क्यों? प्रभु का आत्मा मुझे त्यागकर तुझसे वार्तालाप करने के लिए कैसे आया?’
‘क्या कोई व्यक्ति परमेश्वर को ज्ञान की बातें सिखा सकता है? परमेश्वर तो प्रतिष्ठित लोगों का भी न्याय करता है!
ओ अय्यूब, ध्यान से मेरी बात सुनो! और बीच में मुझे टोको मत, चुप रहो, मुझे और बोलने दो।
यदि ये मेरे दरबार में उपस्थित रहते, तो निस्सन्देह ये मेरे निज लोगों को मेरा वचन सुना सकते थे, और उन्हें बुरे मार्ग से मेरे पास लौटा ले आते; उन्हें उनके बुरे रास्तों से वापस ले आते।’
निस्सन्देह स्वामी-प्रभु अपने सेवक नबियों पर अपना भेद प्रकट किए बिना कोई कार्य नहीं करता।
अब से मैं तुम्हें सेवक नहीं कहूँगा। सेवक नहीं जानता कि उसका स्वामी क्या करने वाला है। मैंने तुम्हें मित्र कहा है, क्योंकि मैंने अपने पिता से जो कुछ सुना, वह सब तुम्हें बता दिया है।
क्योंकि जैसा धर्मग्रंथ में कहा गया, “प्रभु का मन कौन जानता है? कौन उसे परामर्श दे सकता है?” और हम में तो मसीह का मन विद्यमान है।