यिर्मयाह 14:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु, तू इस्राएल की आशा है। संकट-काल में तू ही बचानेवाला है। तब तू क्यों हम से परदेशियों की तरह व्यवहार कर रहा है? तू ऐसा व्यवहार कर रहा है मानो तू राह से गुजरता हुआ पथिक है जो एक रात का मेहमान होता है। पवित्र बाइबल परमेश्वर, तू इस्राएल की आशा है। विपत्ति के दिनों में तूने इस्राएल को बचाया। किन्तु अब ऐसा लगता है कि तू इस देश में अजनबी है। ऐसा प्रतीत होता है कि तू वह यात्री है जो एक रात यहाँ ठहरा हो। Hindi Holy Bible हे इस्राएल के आधार, संकट के समय उसका बचाने वाला तू ही है, तू क्यों इस देश में परदेशी की नाईं है? तू क्यों उस बटोही के समान है जो रात भर रहने के लिये कहीं टिकता हो? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे इस्राएल के आधार, संकट के समय उसका बचानेवाला तू ही है, तू क्यों इस देश में परदेशी के समान है? तू क्यों उस बटोही के समान है जो रात भर रहने के लिये कहीं टिकता हो? सरल हिन्दी बाइबल आप जो इस्राएल की आशा के आधार हैं, आप जो इसके संकट में इसके बचानेवाले रहे हैं, आप देश में ही विदेशी सदृश क्यों हो गए हैं, अथवा उस यात्री के सदृश, जिसने मात्र रात्रि के लिए ही तंबू डाला हुआ है? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे इस्राएल के आधार, संकट के समय उसका बचानेवाला तू ही है, तू क्यों इस देश में परदेशी के समान है? तू क्यों उस बटोही के समान है जो रात भर रहने के लिये कहीं टिकता हो? |
प्रभु, यद्यपि मैं संकटमय मार्ग पर चलता हूं, तो भी तू मेरी जीवन-रक्षा करता है। तू मेरे शत्रुओं के क्रोध से मेरी रक्षा के लिए अपना हाथ बढ़ाता है, तेरा दाहिना हाथ मुझे बचाता है।
जब वह मुझे पुकारेगा, मैं उसे उत्तर दूंगा; संकट में मैं उसके साथ रहूंगा; मैं उसे मुक्त करूंगा और उसे महिमान्वित करूंगा।
हे प्रभु, हम पर कृपा कर, हम तेरी प्रतीक्षा करते हैं। रोज सबेरे तू हमारा सम्बल बन और संकट के दिन हमारा उद्धारकर्ता!
क्योंकि मैं तेरा प्रभु परमेश्वर हूं; मैं तुझे बचानेवाला, इस्राएल का पवित्र परमेश्वर हूं। मैंने तेरे विमोचन के मूल्य में मिस्र देश दिया है, तेरे बदले में इथियोपिआ और सबा देश दिए हैं।
अपनी बात कहो, प्रमाण को सामने लाओ, तुम आपस में विचार-विमर्श करो। किसने प्राचीनकाल से ये बातें बताई थीं? किसने बहुत पहले से ये घटनाएँ प्रकट की थीं? मैंने, मैं-प्रभु ने ही ये बातें तुम पर प्रकट की थीं। मेरे अतिरिक्त अन्य ईश्वर नहीं है। मुझे छोड़ दूसरा धार्मिक और उद्धारकर्ता ईश्वर नहीं है।’
प्रभु ने यह कहा, ‘निस्सन्देह ये मेरे निज लोग हैं, ये मेरे पुत्र-पुत्रियां हैं, और मुझे धोखा नहीं देंगे।’ उनके दु:ख में प्रभु उनका उद्धारकर्ता बन गया। न किसी संदेशवाहक ने, न किसी स्वर्गदूत ने वरन् स्वयं उसकी उपस्थिति ने उनका उद्धार किया। प्रभु ने अपने प्रेम और दया के कारण उन्हें छुड़ाया। वह प्राचीनकाल से उन्हें शिशु के सदृश गोद में उठाकर ले जा रहा है।
हे प्रभु, तू ही मेरा बल और मेरा गढ़ है; संकट के समय मैं तेरी ही शरण में आता हूं। प्रभु, विश्व के कोने-कोने से, सब राष्ट्रों के लोग तेरे सम्मुख आएंगे, और यह कहेंगे : ‘निस्सन्देह, हमारे पूर्वजों को पैतृक अधिकार में असत्य के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला; उन्हें निस्सार वस्तुएं प्राप्त हुई जो मनुष्य को लाभ नहीं पहुंचातीं।
हे प्रभु, तू ही इस्राएल की आशा है! जो तुझको त्याग देते हैं, वे अंत में अपने शत्रु से पराजित होते हैं। जो तुझ से मुंह मोड़ लेते हैं, उनका नाम और निशान पृथ्वी की सतह से मिट जाता है; क्योंकि उन्होंने तुझ-प्रभु को, जीवन-जल के झरने को, त्याग दिया है।
उफ! वह महा संकट का दिन है। उस के तुल्य और कोई दिन नहीं है। वह याकूब के लिए दु:ख का दिन है। फिर भी याकूब उससे बच जाएगा।
जिन्होंने भटकी हुई भेड़ों को पाया, वे उनको खा गए। उनके शत्रुओं ने कहा, “हमारा इसमें कोई दोष नहीं है; क्योंकि उन्होंने अपने सच्चे प्रभु के प्रति पाप किया है; ऐसा प्रभु जो धर्म का आधार है, जो उनके पूर्वजों का आश्रय था।”
प्रभु सियोन पर्वत से हुंकार रहा है, वह यरूशलेम नगर से गरज रहा है। आकाश और पृथ्वी कांप उठे। प्रभु अपने निज लोगों का शरण-स्थल है। इस्राएली कौम का वह गढ़ है।
ओ आशा रखनेवाले बन्दियो, अपने गढ़ में लौट आओ। आज मैं यह घोषित करता हूं : मैं तुम्हें दुहरी समृद्धि लौटाऊंगा।
इसी कारण मैंने आप लोगों को आमंत्रित किया कि आपसे मिलूं और बातें करूं। क्योंकि इस्राएल की आशा के कारण ही मैं इस जंजीर से जकड़ा गया हूँ।”
विश्वास में सच्चे पुत्र तिमोथी के नाम पौलुस का पत्र, जो हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर और हमारी आशा के आधार येशु मसीह के आदेशानुसार येशु मसीह का प्रेरित है। पिता परमेश्वर और हमारे प्रभु येशु मसीह तुम्हें अनुग्रह, दया और शान्ति प्रदान करें!
बूढ़े मनुष्य ने अपनी आँखें ऊपर उठाईं। उसने नगर-चौक में एक यात्री को देखा। बूढ़े मनुष्य ने उससे पूछा, ‘तुम कहाँ से आए हो और कहाँ जा रहे हो?’