यिर्मयाह 12:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु अपने दुष्कर्मी पड़ोसी राष्ट्रों के सम्बन्ध में यह कहता है: ‘जो मीरास मैंने अपने निज लोग इस्राएल को पैतृक अधिकार के लिए दी थी, उसको पड़ोसी राष्ट्रों ने स्पर्श किया है। अत: मैं-प्रभु कहता हूं: देखो, मैं उनको उनके देश से उखाड़ दूंगा, और यहूदा कुल के लोगों को भी उनके मध्य से उखाड़ूंगा। पवित्र बाइबल यहोवा जो कहता है, वह यह है: “मैं तुम्हें बताऊँगा कि मैं इस्राएल देश के चारों ओर रहने वाले सभी लोगों के लिये क्या करुँगा। वे लोग बहुत दुष्ट हैं। उन्होंने उस देश को नष्ट किया जिसे मैंने इस्राएल के लोगों को दिया था। मैं उन दुष्ट लोगों को उखाडूँगा और उनके देश से उन्हें बाहर फेंक दूँगा। मैं उनके साथ यहूदा के लोगों को भी उखाड़ूँगा। Hindi Holy Bible मेरे दुष्ट पड़ोसी उस भाग पर हाथ लगाते हैं, जिसका भागी मैं ने अपनी प्रजा इस्राएल को बनाया है। उनके विष्य यहोवा यों कहता है कि मैं उन को उनकी भूमि में से उखाड़ डालूंगा, और यहूदा के घराने को भी उनके बीच में से उखड़ूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरे दुष्ट पड़ोसी उस भाग पर हाथ लगाते हैं, जिसका भागी मैं ने अपनी प्रजा इस्राएल को बनाया है। उनके विषय यहोवा यों कहता है : “मैं उनको उनकी भू्मि में से उखाड़ डालूँगा, और यहूदा के घराने को भी उनके बीच में से उखाड़ूँगा। सरल हिन्दी बाइबल अपने बुरे पड़ोसियों के विषय में जिन्होंने मेरी प्रजा इस्राएल के इस निज भाग पर आक्रमण किया है, याहवेह का यह कहना है: “यह देख लेना, मैं उन्हें उनके देश में से अलग करने पर हूं और उनके मध्य से मैं यहूदाह के वंश को अलग कर दूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरे दुष्ट पड़ोसी उस भाग पर हाथ लगाते हैं, जिसका भागी मैंने अपनी प्रजा इस्राएल को बनाया है। उनके विषय यहोवा यह कहता है: “मैं उनको उनकी भूमि में से उखाड़ डालूँगा, और यहूदा के घराने को भी उनके बीच में से उखाड़ूँगा। |
हे प्रभु, हमारे परमेश्वर, हमारी रक्षा कर! विभिन्न राष्ट्रों से हमें एक स्थान पर एकत्र कर, ताकि हम तेरे पवित्र नाम का गुणगान करें, तेरी स्तुति से आनन्दित हों।
ओ इस्राएली राष्ट्र, तू मुझ-प्रभु के लिए पवित्र था, फसल का प्रथम फल था। जिस-जिस ने उसको खाया, वह दोषी हो गया, और उस पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा,’ प्रभु की यह वाणी है।
इसलिए मैं उत्तर दिशा में रहनेवाले कबीलों को तथा बेबीलोन के राजा, अपने सेवक नबूकदनेस्सर को भेजूंगा। मैं इस देश पर, इस देश के निवासियों पर तथा इस देश के आसपास के सब राष्ट्रों पर कबीलों तथा नबूकदनेस्सर से आक्रमण कराऊंगा। मैं इन सब को पूर्णत: नष्ट कर दूंगा, और इनको आतंक का कारण बना दूंगा। ये सदा के लिए उजड़ जाएंगे और इनको देखकर अन्य कौमों के लोग व्याकुल हो जाएंगे।
उन दिनों में यहूदा प्रदेश की जनता इस्राएल प्रदेश की जनता से मिल जाएगी। वे दोनों संगठित होकर उत्तर दिशा से उस भूमि में प्रवेश करेंगी, जो मैंने उनके पूर्वजों को पैतृक-अधिकार के लिए प्रदान की थी।
किन्तु देखो, मैं-प्रभु इस्राएली लोगों को उन सब देशों से वापस लाऊंगा, जहां मैंने क्रोध, रोष और महा कोप में आ कर उन को हांक दिया था। निस्सन्देह मैं उनको वापस लाऊंगा, और वे मेरे कारण यहां निश्चिन्त निवास करेंगे।
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, इस्राएल के परमेश्वर ने मोआब देश के सम्बन्ध में यों कहा : ‘शोक! नबो नगर खण्डहर हो गया। शत्रु-सेना ने किर्यातइम नगर पर अधिकार कर लिया, उसका मुंह पराजय के अपमान से काला हो गया। ऊंचा गढ़ धूल-धूसरित कर दिया गया, उसे भी अपमान का घूंट पीना पड़ा।
प्रभु कहता है, “तो भी मैं मोआब की समृद्धि आनेवाले दिनों में पुन: लौटाऊंगा।” मोआब का दण्ड-विचार समाप्त हुआ।’
अम्मोनी राष्ट्र के सम्बन्ध में प्रभु यों कहता है : ‘क्या इस्राएल निर्वंश हो गया? क्या उसका कोई वारिस नहीं है? तब अम्मोनी राष्ट्र-देवता मल्काम ने गाद प्रदेश पर क्यों अधिकार कर लिया, और अपने निवासियों को उनके नगरों में बसा दिया?
एदोम राष्ट्र के सम्बन्द्ध में स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यह कहा : ‘क्या तेमान नगर में बुद्धि का अकाल पड़ गया है? क्या समझदार व्यक्तियों की सलाह निष्फल हो गई? क्या उनकी बुद्धि को पाला मार गया?
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : जिन देशों और कौमों में इस्राएली बिखरे हुए हैं, जब मैं उनको वहां से इकट्ठा करूंगा और सब जातियों के सम्मुख उनमें अपनी पवित्रता प्रकट करूंगा, तब इस्राएली अपने उस देश में पुन: बसेंगे, जो मैंने अपने सेवक याकूब को प्रदान किया था।
इस्राएली अपने देश में निश्चिंत निवास करेंगे। वे मकान बनाएंगे। वे अंगूर के उद्यान लगाएंगे। जिस-जिस पड़ोसी राष्ट्र ने उनके साथ शत्रुता का व्यवहार किया था, उसको मैं दण्ड दूंगा। उसके पश्चात् इस्राएली अपने देश में निर्भय होकर निवास करेंगे। तब उनको ज्ञात होगा कि मैं ही उनका प्रभु परमेश्वर हूं।’
‘मैं तुम्हें भिन्न-भिन्न राष्ट्रों में से निकालूंगा, और सब देशों में से एकत्र करूंगा, और तुमको तुम्हारे अपने देश में पुन: लाऊंगा।
अत: मैं, स्वामी-प्रभु, इन राष्ट्रों से और एदोम राष्ट्र से अत्यन्त क्रोध में कह रहा हूं: इन्होंने हर्ष-उल्लास से मेरे देश पर अधिकार किया और उसके प्रति घृणा प्रकट करते हुए उसको लूट लिया और उस पर पूर्ण कब्जा कर लिया।
इसके पश्चात् तू उनसे यह कहना, स्वामी-प्रभु यों कहता है : देखो, इस्राएल-वंशी जिन-जिन देशों में चले गए हैं, मैं उनको वहां से, चारों ओर के देशों से एकत्र करूंगा, और उनको उनकी अपनी भूमि पर लाऊंगा।
यहूदा प्रदेश के निवासी, और इस्राएल प्रदेश के निवासी परस्पर संगठित होंगे; वे अपने लिए एक नेता को नियुक्त करेंगे; तत्पश्चात् वे इस देश में ऊंचे उठते जाएंगे। यिज्रएल का वह दिन, महा दिवस होगा।
पर मैं अहंकार में डूबे हुए राष्ट्रों के प्रति क्रोध से भरा हूं। जितना ही कम मैंने क्रोध किया, उतना ही अधिक ये बुराइयों के ढेर लगाते गए।
जब स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे अपनी महिमा के लिए तुम्हें लूटने वाले राष्ट्रों के पास भेजा था, तब प्रभु ने यों कहा था: ‘जो तुम्हें स्पर्श करता है, वह मेरी आंख की पुतली को स्पर्श करता है।
जैसे प्रभु तेरे लोगों की भलाई करने और उनकी जनसंख्या बढ़ाने में हर्षित होता था, वैसे ही वह उनको मिटाने में, नष्ट करने में हर्षित होगा। जिस भूमि पर तू अधिकार करने जा रहा है, उस पर से तू उखाड़ दिया जाएगा।
तब तेरा प्रभु परमेश्वर तेरे भाग्य को बदल देगा। वह तुझ पर दया करेगा। जिन देशों में तेरे प्रभु परमेश्वर ने तेरे लोगों को तितर-बितर कर दिया है, वहाँ से वह उन्हें पुन: एक स्थान पर एकत्र करेगा।