परमेश्वर ने कहा, ‘दिन को रात से अलग करने के लिए आकाश के मेहराब में ज्योति-पिण्ड हों। वे ऋतु, दिन और वर्ष के चिह्न बनें।
यिर्मयाह 10:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु यों कहता है: ‘अन्य जातियों का आचरण मत सीखो, और न आकाश के चिह्नों से आतंकित हो, जैसा अन्य जातियां उनसे आतंकित होती हैं। पवित्र बाइबल जो यहोवा कहता है, वह यह है: “अन्य राष्ट्रों के लोगों की तरह न रहो। आकाश के विशेष संकेतों से न डरो। अन्य राष्ट्र उन संकेतों से डरते हैं जिन्हें वे आकाश में देखते हैं। किन्तु तुम्हें उन चीज़ों से नहीं डरना चाहिये। Hindi Holy Bible अन्यजातियों को चाल मत सीखो, न उनकी नाईं आकाश के चिन्हों से विस्मित हो, इसलिये कि अन्यजाति लोग उन से विस्मित होते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “अन्यजातियों की चाल मत सीखो, न उनके समान आकाश के चिह्नों से विस्मित हो, इसलिये कि अन्यजाति लोग उनसे विस्मित होते हैं। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह कह रहे हैं: “अन्य जनताओं के आचार-व्यवहार परिपाटी एवं प्रथाओं को सीखने का प्रयास न करो और न ही आकाश में घटित हो रहे असाधारण लक्षणों से विचलित हो जाओ, यद्यपि अन्य राष्ट्र, निःसंदेह, इनसे विचलित हो जाते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “अन्यजातियों की चाल मत सीखो, न उनके समान आकाश के चिन्हों से विस्मित हो, इसलिए कि अन्यजाति लोग उनसे विस्मित होते हैं। |
परमेश्वर ने कहा, ‘दिन को रात से अलग करने के लिए आकाश के मेहराब में ज्योति-पिण्ड हों। वे ऋतु, दिन और वर्ष के चिह्न बनें।
‘तुम्हारे हृदय में यह इच्छा उठती है, “आओ, हम भी अन्य राष्ट्रों के समान, भिन्न-भिन्न देशों की जातियों के समान पत्थर और लकड़ी की प्रतिमाएं पूजें।” ओ इस्राएल के वंशजो, तुम्हारी यह इच्छा कभी पूरी नहीं होगी।
जैसा वे मिस्र देश में, जहाँ तुमने निवास किया था, करते हैं वैसा तुम मत करना। जैसा वे कनान देश में करते हैं, जहाँ मैं तुम्हें ले जा रहा हूँ, वैसा तुम मत करना। तुम उनकी संविधियों पर मत चलना।
तुम उन जातियों की प्रथाओं पर मत चलना, जिन्हें मैं तुम्हारे सम्मुख से निकाल रहा हूँ। उन्होंने ये सब कार्य किए थे; अतएव मैंने उनसे घृणा की।
‘जब तू उस देश में प्रवेश करेगा, जो तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे दे रहा है, तब उन राष्ट्रों की घृणित प्रथाओं को मत सीखना।
तब मैंने तुमसे यह कहा था : मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूँ। तुम एमोरी जाति के देवताओं की, जिनके देश में निवास करोगे, पूजा मत करना। पर तुमने मेरी वाणी नहीं सुनी।” ’