तुम घूस लेकर अपराधी को छोड़ देते हो, और निर्दोष को उसके न्यायोचित अधिकार से वंचित कर देते हो।
याकूब 5:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुम ने धर्मी को दोषी ठहरा कर मार डाला है और उसने तुम्हारा कोई विरोध नहीं किया। पवित्र बाइबल तुमने भोले लोगों को दोषी ठहराकर उनके किसी प्रतिरोध के अभाव में ही उनकी हत्याएँ कर डाली। Hindi Holy Bible तुम ने धर्मी को दोषी ठहरा कर मार डाला; वह तुम्हारा साम्हना नहीं करता॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुम ने धर्मी को दोषी ठहराकर मार डाला, वह तुम्हारा सामना नहीं करता। नवीन हिंदी बाइबल तुमने धर्मी को दोषी ठहराकर मार डाला। वह तुम्हारा विरोध नहीं करता। सरल हिन्दी बाइबल तुमने धर्मी व्यक्ति को तिरस्कार कर उसकी हत्या कर दी, जबकि वह तुम्हारा सामना नहीं कर रहा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुम ने धर्मी को दोषी ठहराकर मार डाला; वह तुम्हारा सामना नहीं करता। |
तुम घूस लेकर अपराधी को छोड़ देते हो, और निर्दोष को उसके न्यायोचित अधिकार से वंचित कर देते हो।
वह सताया गया, उसे पीड़ित किया गया, तोभी उसके मुंह से ‘आह’ न निकली। जैसे मेमना वध के लिए ले जाते समय चुप रहता है, जैसे भेड़ ऊन कतरने वाले के सामने शान्त रहती है, वैसे ही वह मौन था।
किन्तु पुत्र को देख कर किसानों ने एक दूसरे से कहा, ‘यह तो उत्तराधिकारी है। चलो, हम इसे मार डालें और इसकी पैतृक-सम्पत्ति पर कब्जा कर लें।’
इसी बीच महापुरोहितों और धर्मवृद्धों ने लोगों को बहका दिया कि वे बरअब्बा की मुक्ति और येशु की मृत्यु की माँग करें।
परन्तु मैं तुम से कहता हूँ − दुष्ट का सामना नहीं करो। यदि कोई तुम्हारे दाहिने गाल पर थप्पड़ मारे, तो दूसरा भी उसके सामने कर दो।
तब हनन्याह ने कहा, ‘हमारे पूर्वजों के परमेश्वर ने पहले से आप को इसलिए चुना कि आप उसकी इच्छा को जानें, धर्मात्मा येशु के दर्शन करें और उनके मुख की वाणी सुनें;
आपके पूर्वजों ने किस नबी पर अत्याचार नहीं किया? उन्होंने उन लोगों का वध किया, जिन्होंने पहले से ही धर्मात्मा के आगमन की घोषणा की थी। आप लोगों को स्वर्गदूतों के माध्यम से व्यवस्था प्राप्त हुई, किन्तु आपने उसका पालन नहीं किया और अब आप उस धर्मात्मा के पकड़वाने वाले तथा हत्यारे बन गये हैं।”
वह धर्मग्रन्थ का यह प्रसंग पढ़ रहा था : ‘जैसे भेड़ को वध के लिए ले जाया जाता है, और मेमना ऊन कतरने वाले के सामने नि:शब्द रहता है, वैसे ही उसने अपना मुँह नहीं खोला।
मेरा धार्मिकजन विश्वास के द्वारा जीवन प्राप्त करेगा; किन्तु यदि कोई पीछे हटे, तो मैं उस पर प्रसन्न नहीं होऊंगा।”
तब भी आपने दरिद्र का तिरस्कार किया है। क्या धनी आप लोगों का शोषण नहीं करते और आप को अदालतों में घसीट कर नहीं ले जाते?
आप अपनी लालसा पूरी नहीं कर पाते और इसी लिए हत्या करते हैं। आप जिस चीज के लिए ईष्र्या करते हैं, उसे नहीं पाते और इसलिए लड़ते-झगड़ते हैं। आप प्रार्थना नहीं करते, इसलिए आप लोगों के पास कुछ नहीं होता।