ऐसा हुआ कि जब परमेश्वर ने घाटी के नगरों को नष्ट किया, तब उसे अब्राहम का स्मरण हुआ। जब उसने उन नगरों को उलट-पुलट दिया, जहाँ लोट रहता था, तब विनाश के मध्य से लोट को निकालकर अन्यत्र भेज दिया।
याकूब 5:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए आप लोग एक दूसरे के सामने अपने-अपने पाप स्वीकार करें और एक दूसरे के लिए प्रार्थना करें, जिससे आप स्वस्थ हो जायें। धर्मात्मा की भक्तिमय प्रार्थना बहुत प्रभावशाली होती है। पवित्र बाइबल इसलिए अपने पापों को परस्पर स्वीकार और एक दूसरे के लिए प्रार्थना करो ताकि तुम भले चंगे हो जाओ। धार्मिक व्यक्ति की प्रार्थना शक्तिशाली और प्रभावपूर्ण होती है। Hindi Holy Bible इसलिये तुम आपस में एक दूसरे के साम्हने अपने अपने पापों को मान लो; और एक दूसरे के लिये प्रार्थना करो, जिस से चंगे हो जाओ; धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये तुम आपस में एक दूसरे के सामने अपने–अपने पापों को मान लो, और एक दूसरे के लिये प्रार्थना करो, जिस से चंगे हो जाओ : धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है। नवीन हिंदी बाइबल इसलिए आपस में अपने-अपने पापों को मान लो और एक दूसरे के लिए प्रार्थना करो कि तुम स्वस्थ किए जाओ। धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है। सरल हिन्दी बाइबल सही है कि तुम सब एक दूसरे के सामने अपने पाप स्वीकार करो तथा एक दूसरे के लिए प्रार्थना करो, जिससे तुम स्वस्थ हो जाओ. धर्मी व्यक्ति की प्रार्थना प्रभावशाली तथा परिणामकारक होती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए तुम आपस में एक दूसरे के सामने अपने-अपने पापों को मान लो; और एक दूसरे के लिये प्रार्थना करो, जिससे चंगे हो जाओ; धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है। |
ऐसा हुआ कि जब परमेश्वर ने घाटी के नगरों को नष्ट किया, तब उसे अब्राहम का स्मरण हुआ। जब उसने उन नगरों को उलट-पुलट दिया, जहाँ लोट रहता था, तब विनाश के मध्य से लोट को निकालकर अन्यत्र भेज दिया।
अब्राहम ने परमेश्वर से प्रार्थना की। फलत: परमेश्वर ने अबीमेलक को स्वस्थ किया। उसने अबीमेलक की पत्नी और सेविकाओं को भी स्वस्थ कर दिया। वे फिर से सन्तान उत्पन्न करने लगीं।
अब तू उस पुरुष की पत्नी लौटा दे। वह एक नबी है। वह तेरे लिए प्रार्थना करेगा, और तू जीवित रहेगा। यदि तू उस स्त्री को नहीं लौटाएगा, तो जान ले, कि तू और तेरे नगर के सब लोग मर जाएंगे।’
तब वह बोला, ‘अब तेरा नाम याकूब न होगा, वरन् “इस्राएल” होगा; क्योंकि तूने परमेश्वर और मनुष्य से लड़कर विजय प्राप्त की है।’
उसने राजा से कहा, ‘स्वामी, मुझ पर अधर्म का अभियोग मत लगाना। जिस दिन महाराज, मेरे स्वामी यरूशलेम से जा रहे थे तब मैंने, आपके सेवक ने जो अपराध किया था, उसका आप स्मरण नहीं कीजिए। कृपया उसकी ओर ध्यान भी मत दीजिए।
अत: राजा ने परमेश्वर के जन से कहा, ‘कृपाकर, तुम अपने प्रभु परमेश्वर को शान्त करो और उससे मेरे लिए निवेदन करो कि मेरा हाथ ज्यों का त्यों हो जाए।’ परमेश्वर के जन ने प्रभु से निवेदन किया, और राजा का हाथ ज्यों का त्यों हो गया। जैसे वह पहले था, वैसा ही वह फिर हो गया।
अब तुम्हारे अपराध का यह प्रायश्चित्त है कि तुम सात बछड़े और सात मेढ़े लेकर मेरे सेवक अय्यूब के पास जाओ, और अपनी ओर से मुझको अग्नि-बलि चढ़ाओ। मेरा सेवक अय्यूब तुम्हारे लिए मुझसे प्रार्थना करेगा, और मैं उसकी प्रार्थना स्वीकार करूँगा। तब मैं तुम्हारी मूर्खतापूर्ण बातों के लिए तुम्हें दण्ड न दूँगा। तुमने मेरे विषय में सच नहीं कहा, किन्तु मेरे सेवक अय्यूब ने सच कहा है।’
जब-जब मूसा अपना हाथ ऊपर उठाते तब-तब इस्राएली जीतते। किन्तु जब वह अपना हाथ नीचे कर लेते तब अमालेक जाति जीत जाती।
मूसा फरओ के पास से नगर के बाहर गए, और प्रभु की ओर अपने हाथ फैलाए। अत: मेघों की गरज एवं ओलों की वर्षा रुक गई। पृथ्वी पर वर्षा भी बन्द हो गई।
मूर्ख का बलि चढ़ाना भी प्रभु पसन्द नहीं करता। किन्तु निष्कपट मनुष्य की प्रार्थना से वह हर्षित होता है।
तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘यदि मूसा और शमूएल भी मेरे सम्मुख खड़े हों, और यहूदा प्रदेश के लोगों के लिए दया की भीख मांगें, तो भी मेरा हृदय उनके प्रति नहीं पिघलेगा। उनको मेरी नजर से दूर करो, मेरी उपस्थिति से निकाल दो।
यिर्मयाह, मुझे पुकार और मैं तुझे उत्तर दूंगा। मैं तुझे महान और रहस्यमय बातें बताऊंगा जो तू नहीं जानता है।
नबी यिर्मयाह के पास आए, और उन से यह निवेदन किया, ‘कृपया, हमारा निवेदन स्वीकार कीजिए, और हम-सब बचे हुए लोगों के लिए अपने प्रभु परमेश्वर से प्रार्थना कीजिए (आप स्वयं अपनी आंखों से देख रहे हैं, कि पहले हम संख्या में कितने अधिक थे, और अब कितने थोड़े रह गए हैं।),
समस्त यहूदा प्रदेश और सब यरूशलेम-निवासी योहन के पास आते और अपने पाप स्वीकार करते हुए यर्दन नदी में उन से बपतिस्मा ग्रहण करते थे।
प्रेरित चले गये और सब कहीं शुभ समाचार सुनाते तथा लोगों को स्वस्थ करते हुए गाँव-गाँव भ्रमण करने लगे।
हम जानते हैं कि परमेश्वर पापियों की नहीं सुनता। वह उन लोगों की सुनता है, जो उसके भक्त हैं और उसकी इच्छा पूरी करते हैं।
परमेश्वर ने उन्हीं येशु को पवित्र आत्मा और सामर्थ्य से अभिषिक्त किया था और वह चारों ओर घूम-घूम कर भलाई करते रहे और शैतान के वश में आये हुए लोगों को स्वस्थ करते रहे, क्योंकि परमेश्वर उनके साथ था।
विश्वासियों में भी बहुत लोगों ने आ कर प्रकट रूप से स्वीकार किया कि वे भूत-प्रेत साधते थे।
शिमोन ने उत्तर दिया, “आप लोग ही प्रभु से मेरे लिए प्रार्थना कीजिए, जिससे आपने जो बातें कही हैं, उन में एक भी मुझ पर न बीते।”
जिस तरह एक ही मनुष्य के आज्ञाभंग के कारण सब पापी ठहराये गये, उसी तरह एक ही मनुष्य के आज्ञापालन के कारण सब धार्मिक ठहराये जायेंगे।
जिस दिन से हमने यह सुना, हम निरन्तर आप लोगो के लिए प्रार्थना करते रहे हैं। हम परमेश्वर से यह निवेदन करते हैं कि वह आप को समस्त प्रज्ञ तथा आध्यात्मिक अन्तर्दृष्टि प्रदान करें, जिससे आप उसकी इच्छा पूर्ण रूप से समझ सकें।
शान्ति का दाता परमेश्वर आप को पूर्ण रूप से पवित्र करे। आप का सम्पूर्ण व्यक्तित्व आत्मा, प्राण तथा शरीर हमारे प्रभु येशु मसीह के आगमन-दिवस पर निर्दोष पाया जाए।
विश्वास के कारण हाबिल ने काइन की अपेक्षा कहीं अधिक श्रेष्ठ बलि चढ़ायी। विश्वास के कारण वह धार्मिक समझा गया, क्योंकि परमेश्वर ने उसका चढ़ावा स्वीकार किया। उसकी मृत्यु हुई; किन्तु विश्वास के कारण वह आज भी बोल रहा है।
नूह अपने विश्वास के कारण अदृश्य घटनाओं से परमेश्वर के द्वारा सचेत किया गया। उसने इस चेतावनी का सम्मान किया और अपना परिवार बचाने के लिए जलयान का निर्माण किया। उसने अपने विश्वास द्वारा संसार को दोषी ठहराया और वह उस धार्मिकता का अधिकारी बना, जो विश्वास पर आधारित है।
आप हमारे लिए प्रार्थना करें। हमें विश्वास है कि हमारा अन्त:करण शुद्ध है, क्योंकि हम हर परिस्थिति में सही आचरण करना चाहते हैं।
जिस दिन प्रभु ने इस्राएलियों को एमोरी जाति पर विजय प्रदान की, उस दिन यहोशुअ प्रभु से यों बोला। उसने इस्राएलियों के सम्मुख यह कहा : ‘ओ सूर्य, गिब्ओन के आकाश पर अचल रह; ओ चन्द्रमा, अय्यालोन की घाटी में रुक जा!’
वह अपने शरीर में हमारे पापों को क्रूस के काठ पर ले गये, जिससे हम पाप के लिए मृत हो कर धार्मिकता के लिए जीने लगें। आप उनके घावों द्वारा स्वस्थ हो गये हैं।
हम उस से जो कुछ माँगेंगे, वह हमें वही प्रदान करेगा; क्योंकि हम उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं और वही करते हैं, जो उसे अच्छा लगता है।
हन्नाह प्रभु के सम्मुख बहुत समय से प्रार्थना कर रही थी। एली उसके ओंठों को ध्यान से देख रहा था।
क्या आजकल गेहूँ की फसल का मौसम नहीं है? पर मैं प्रभु को पुकारूँगा, और वह मेघों का गर्जन और वर्षा करेगा। तब तुम्हें ज्ञात होगा, तुम स्वयं देखोगे कि तुमने अपने लिए राजा की माँग करके प्रभु की दृष्टि में कितना बड़ा दुष्कर्म किया है।’
तब शमूएल ने प्रभु को पुकारा, और प्रभु ने उस दिन मेघों का गर्जन और वर्षा की। अत: सब लोग प्रभु और शमूएल से बहुत डर गए।