याकूब 3:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि आपका हृदय कटु ईष्र्या और स्वार्थ से भरा हुआ है, तो डींग मार कर सत्य के विपरीत झूठा दावा मत करें। पवित्र बाइबल किन्तु यदि तुम लोगों के हृदयों में भयंकर ईर्ष्या और स्वार्थ भरा हुआ है, तो अपने ज्ञान का ढोल मत पीटो। ऐसा करके तो तुम सत्य पर पर्दा डालते हुए असत्य बोल रहे हो। Hindi Holy Bible पर यदि तुम अपने अपने मन में कड़वी डाह और विरोध रखते हो, तो सत्य के विरोध में घमण्ड न करना, और न तो झूठ बोलना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पर यदि तुम अपने–अपने मन में कड़वी डाह और विरोध रखते हो, तो सत्य के विरोध में घमण्ड न करना, और न तो झूठ बोलना। नवीन हिंदी बाइबल परंतु यदि तुम्हारे मन में कटु ईर्ष्या और स्वार्थ भरा है, तो घमंड न करो और न ही सत्य के विरोध में झूठ बोलो। सरल हिन्दी बाइबल यदि तुम्हारा हृदय कड़वी जलन और स्वार्थपूर्ण इच्छाओं से भरा हुआ है तो इसका घमंड करते हुए झूठ को सच बनाकर प्रस्तुत तो मत करो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पर यदि तुम अपने-अपने मन में कड़वी ईर्ष्या और स्वार्थ रखते हो, तो डींग न मारना और न ही सत्य के विरुद्ध झूठ बोलना। |
किन्तु ओनन यह बात जानता था कि तामार से उत्पन्न वंश उसका अपना न कहलाएगा। अतएव जब उसने अपने भाई की पत्नी के साथ सहवास किया तब वीर्य भूमि पर गिरा दिया जिससे वह अपने मृत भाई को वंश प्रदान न कर सके।
येहू ने उससे कहा, ‘मेरे साथ चलो, और प्रभु के लिए मेरा धर्मोत्साह देखो।’ यहोनादाब उसके साथ रथ पर चढ़कर गया।
परन्तु येहू अपने सम्पूर्ण हृदय से इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर की व्यवस्था पर नहीं चला। उसने सावधानी से उसका पालन नहीं किया। जैसे यारोबआम ने इस्राएली जनता से पाप कराए थे वैसे ही येहू ने भी किया। वह यारोबआम के पाप-मार्ग से विमुख नहीं हुआ।
निस्सन्देह क्रोध मूर्ख मनुष्य को मार डालता है; और मूढ़ आदमी ईष्र्या के कारण मर जाता है।
शान्त मन शरीर को स्वस्थ रखता है, पर क्रोध की ज्वाला हड्डियों को भी भस्म कर देती है।
क्रोध निर्दय होता है; गुस्सा मनुष्य को दबोच देता है; पर ईष्र्या के सामने कौन ठहर सकता है?
एफ्रइम की ईष्र्या खत्म हो जाएगी; यहूदा में सतानेवाले समाप्त होंगे। एफ्रइम यहूदा से फिर नहीं जलेगा, और न यहूदा एफ्रइम को सताएगा।
तू मुझे दुष्कर्म क्यों दिखाता है? समाज में ये आपदाएँ क्यों हैं? मैं अपनी आंखों से विनाश और हिंसा को देखता हूं। लड़ाई-झगड़े होते हैं।
वे तुम्हें सभागृहों से निकाल देंगे। इतना ही नहीं, वह समय आ रहा है, जब तुम्हारी हत्या करने वाला यह समझेगा कि वह परमेश्वर की सेवा कर रहा है।
यहूदी इतनी बड़ी भीड़ देख कर ईष्र्या से जल गये और पौलुस की निन्दा करते हुए उनकी बातों का खण्डन करने लगे।
“मैं स्वयं इस बात से कायल हो चुका था कि मुझे हर तरह से येशु नासरी के नाम का विरोध करना चाहिये।
यह सब देख कर प्रधान महापुरोहित और उसके सब संगी-साथी, अर्थात् सदूकी सम्प्रदाय के सदस्य, ईष्र्या से जलने लगे।
“इन कुलपतियों ने ईष्र्या के कारण यूसुफ़ को मिस्र देश में बेच दिया, किन्तु परमेश्वर उसके साथ रहा।
वे हर प्रकार के अन्याय, दुष्टता, लोभ और बुराई से भर गये। वे ईष्र्या, हत्या, बैर, छल-कपट और दुर्भाव से परिपूर्ण हैं। वे चुगलखोर,
हम दिन के योग्य सदाचरण करें। हम रंगरेलियों और नशेबाजी, व्यभिचार और भोगविलास, झगड़े और ईष्र्या से दूर रहें।
और तुम, जो यहूदी कहलाते हो! तुम व्यवस्था पर निर्भर रहते हुए परमेश्वर पर गर्व करते हो,
और जो लोग स्वार्थी हैं और सत्य से विद्रोह करते हुए अधर्म पर चलते हैं, ये परमेश्वर के क्रोध और प्रकोप के पात्र होंगे।
आप इस समय भी इसे पचा नहीं सकते, क्योंकि आप अब तक शारीरिक स्वभाव के हैं। आप लोगों में ईष्र्या और झगड़ा होता है। क्या यह इस बात का प्रमाण नहीं कि आप शारीरिक स्वभाव के हैं और निरे मनुष्यों-जैसा आचरण करते हैं?
तब भी आप घमण्ड में फूले हुए हैं! आप को शोक मनाना और जिसने यह काम किया, उसका बहिष्कार करना चाहिए था।
आप लोगों का आत्मसन्तोष आप को शोभा नहीं देता। क्या आप यह नहीं जानते कि थोड़ा-सा ख़मीर सारे गूंधे हुए आटे को ख़मीरा बना देता है?
मुझे आशंका है-कहीं ऐसा न हो कि आने पर मैं आप लोगों को जैसा पाना चाहता, वैसा नहीं पाऊं और आप मुझे जैसा नहीं चाहते, वैसा ही पाएँ। कहीं ऐसा न हो कि मैं आपके यहाँ फूट, ईष्र्या, बैर, स्वार्थपरता, परनिन्दा, चुगलख़ोरी, अहंकार और उपद्रव पाऊं।
यदि आप लोग एक दूसरे को काटने और फाड़ डालने की चेष्टा करेंगे, तो सावधान रहें। कहीं ऐसा न हो कि आप एक दूसरे का सर्वनाश कर दें।
द्वेष, मतवालापन, रंगरलियाँ और इसी प्रकार की अन्य बातें। मैं आप लोगों से कहता हूँ, जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, जो लोग इस प्रकार का आचरण करते हैं, वे परमेश्वर के राज्य के अधिकारी नहीं होंगे।
क्योंकि खतना कराये हुए लोग स्वयं व्यवस्था का पालन नहीं करते; बल्कि वे आपका खतना कराना चाहते हैं, जिससे वे इस बात पर गर्व कर सकें कि आपने अपने शरीर में इस धर्मविधि को स्वीकार किया है।
कुछ लोग तो ईष्र्या एवं स्पर्द्धा से ऐसा करते हैं और कुछ लोग सद्भाव से मसीह का प्रचार करते हैं।
आप दलबन्दी तथा मिथ्याभिमान से दूर रहें। हर व्यक्ति नम्रतापूर्वक दूसरों को अपने से श्रेष्ठ समझे।
तो मैं समझता हूँ कि घमण्ड ने उसे अन्धा बना दिया है; वह कुछ नहीं समझता और उसे वाद-विवाद तथा निरर्थक शास्त्रार्थ करने का रोग हो गया है। इस प्रकार के विवादों से ईष्र्या, फूट, परनिन्दा, दूसरों पर कुत्सित सन्देह
क्योंकि हम भी तो पहले नासमझ, अवज्ञाकारी, भटके हुए, हर प्रकार की वासनाओं और भोगों के वशीभूत थे। हम विद्वेष और ईष्र्या में जीवन बिताते थे। हम घृणित थे और एक दूसरे से बैर करते थे।
उसने अपनी ही इच्छा से सत्य के वचन द्वारा हम को जीवन प्रदान किया है, जिससे हम एक प्रकार से उसकी सृष्टि के प्रथम फल बनें।
मेरे भाइयो और बहिनो! यदि आप लोगों में से कोई सत्य मार्ग से भटक जाये और कोई दूसरा उसे वापस ले आये,