याकूब के अन्य पुत्र मृतकों के पास गए। उन्होंने नगर को लूट लिया; क्योंकि उनकी बहिन के साथ बलात्कार किया गया था।
यहोशू 7:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सर्वनाश के इस युद्ध में लूटी गई वस्तु केवल प्रभु को अर्पित करनी थी। इस नियम को इस्रालियों ने उद्दण्डतापूर्वक भंग किया। यहूदा कुल का आकन नामक एक मनुष्य था। वह जेरह वंशी जब्दी का पोता और कर्मी का पुत्र था। उसने प्रभु को अर्पित की जाने वाली युद्ध की लूट में से कुछ वस्तुएं ले लीं। अत: प्रभु का कोध इस्राएलियों के प्रति भड़क उठा। पवित्र बाइबल किन्तु इस्राएल के लोगों ने यहोवा की आज्ञा नहीं मानी। यहूदा परिवार समूह का एक व्यक्ति कर्म्मी का पुत्र और जब्दी का पौत्र जिसका नाम आकान था। आकान ने वे कुछ चीज़ें रख लीं जिन्हें नष्ट करना था। इसलिए यहोवा इस्राएल के लोगों पर बहुत क्रोधित हुआ। Hindi Holy Bible परन्तु इस्राएलियों ने अर्पण की वस्तु के विषय में विश्वासघात किया; अर्थात यहूदा के गोत्र का आकान, जो जेरहवंशी जब्दी का पोता और कर्म्मी का पुत्र था, उसने अर्पण की वस्तुओं में से कुछ ले लिया; इस कारण यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़क उठा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु इस्राएलियों ने अर्पण की वस्तु के विषय में विश्वासघात किया; अर्थात् यहूदा गोत्र का आकान, जो जेरहवंशी जब्दी का पोता और कर्म्मी का पुत्र था, उस ने अर्पण की वस्तुओं में से कुछ ले लिया; इस कारण यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़क उठा। सरल हिन्दी बाइबल किंतु इस्राएल वंश ने चढ़ाई हुई वस्तुओं पर लालच किया. यहूदाह गोत्र से आखान, जो कारमी का पुत्र और ज़िमरी का पोता और ज़ेराह का परपोता था, उसने चढ़ाई हुई वस्तुओं में से कुछ अपने लिए रख लीं. इस्राएल के प्रति याहवेह का क्रोध भड़क उठा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु इस्राएलियों ने अर्पण की वस्तु के विषय में विश्वासघात किया; अर्थात् यहूदा गोत्र का आकान, जो जेरहवंशी जब्दी का पोता और कर्मी का पुत्र था, उसने अर्पण की वस्तुओं में से कुछ ले लिया; इस कारण यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़क उठा। |
याकूब के अन्य पुत्र मृतकों के पास गए। उन्होंने नगर को लूट लिया; क्योंकि उनकी बहिन के साथ बलात्कार किया गया था।
प्रभु का क्रोध इस्राएलियों के विरुद्ध फिर भड़क उठा। उसने इस्राएलियों के प्रति दाऊद को भड़काया। उसने कहा, ‘जा, और इस्राएल तथा यहूदा प्रदेशों की जनगणना कर।’
गेहजी पहाड़ी पर पहुंचा। उसने सेवकों के हाथ से बोरे और वस्त्र ले लिए, और उनको अपने घर में रख दिया। उसके बाद उसने सेवकों को भेज दिया। सेवक चले गए।
परमेश्वर को अपनी दृष्टि में दाऊद का यह कार्य बुरा लगा। उसने इस्राएलियों को दण्ड दिया।
यहूदा प्रदेश के लोग अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर का भवन छोड़कर अशेराह देवी तथा मूर्तियों की पूजा करने लगे। उनके इस अपराध के कारण प्रभु का क्रोध यहूदा प्रदेश तथा राजधानी यरूशलेम के निवासियों पर भड़क उठा।
‘हे मेरे परमेश्वर, मैं तेरी ओर अपनी आंखें नहीं उठा सकता, मैं लज्जित हूं; हमारे अपराधों का ढेर लग गया है, हमारे दुष्कर्म आकाश को छूने लगे हैं।
अय्यूब, तुम्हारे दुष्कर्मों का सम्बन्ध तुम्हारे जैसे ही मनुष्य से होता है; तुम्हारी धार्मिकता का फल भी मानव को मिलता है।
युद्ध के शस्त्रों से बुद्धि उत्तम है, किन्तु एक दुर्जन अनेक भले कार्यों को नष्ट कर देता है।
हे स्वामी, केवल तू ही धार्मिक है, और हमारा सिर शर्म से झुका हुआ है। आज भी हम, यहूदा प्रदेश के निवासी, यरूशलेम नगर के रहने वाले, वस्तुत: समस्त इस्राएली कौम के लोग जो दूर और नजदीक के देशों में प्रवास कर रहे हैं, जहाँ तूने उनको अपने प्रति विश्वासघाती आचरण के कारण रहने को विवश किया है, शर्म के कारण अति लज्जित हैं।
मूसा ने हारून और उसके पुत्रों− एलआजर तथा ईतामर−से कहा, ‘तुम मृत्यु शोक प्रकट करने के लिए अपने सिर के बाल मत बिखराओ, अपने वस्त्र भी मत फाड़ो। ऐसा न हो कि तुम मर जाओ, और समस्त मण्डली पर प्रभु का क्रोध भड़क उठे। किन्तु तुम्हारे भाई-बन्धु, इस्राएल के सब वंशज, उस आग के लिए विलाप करें, जिसको प्रभु ने प्रज्वलित किया है।
नाविकों ने परस्पर कहा, ‘आओ, हम चििट्ठयाँ डालें, और यह पता लगाएं कि यह विपत्ति किस व्यक्ति के कारण हम पर आई है।’ अत: उन्होंने चििट्ठयाँ डालीं, और चिट्ठी योना के नाम पर निकली।
‘प्रभु की समस्त मंडली यह कहती है: “क्यों तुमने इस्राएल के परमेश्वर के प्रति यह विश्वासघात किया और प्रभु का अनुसरण करना छोड़ दिया? आज तुमने यह वेदी बनाकर प्रभु के प्रति विद्रोह किया है।
आज तुमने प्रभु का अनुसरण करना छोड़ दिया, और उससे विमुख हो गए! यदि आज तुम प्रभु से विद्रोह करोगे तो कल वह समस्त इस्राएली मंडली से क्रुद्ध होगा।
जेरह के पुत्र आकन की घटना स्मरण करो। उसने प्रभु के लिए अर्पित लूट की सामग्री के विषय में विश्वास-भंग किया था, और समस्त इस्राएली मंडली के प्रति प्रभु का क्रोध भड़क उठा था। अपने अधर्म के कारण न केवल वह नष्ट हुआ था, वरन् उसके साथ अन्य लोग भी।” ’