यहोशू 4:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिन कार्यों को करने की आज्ञा प्रभु ने यहोशुअ के द्वारा इस्राएली लोगों को दी थी, जब तक वे पूर्ण नहीं हो गए तब तक मंजूषा को वहन करने वाले पुरोहित यर्दन नदी के मध्य में खड़े रहे। ऐसा ही आदेश मूसा ने यहोशुअ को दिया था। लोगों ने जल्दी-जल्दी नदी पार की। पवित्र बाइबल यहोवा ने यहोशू को आदेश दिया था कि वह लोगों से कहे कि उन्हें क्या करना है। वे वही बातें थीं, जिन्हें अवश्य कहने के लिये मूसा ने यहोशू से कहा था। इसलिए पवित्र सन्दूक को ले चलने वाले याजक नदी के बीच में तब तक खड़े ही रहे, जब तक ये सभी काम पूरे न हो गए। लोगों ने शीघ्रता की और नदी को पार कर गए। Hindi Holy Bible और याजक सन्दूक उठाए हुए उस समय तक यरदन के बीच खड़े रहे जब तक वे सब बातें पूरी न हो चुकीं, जिन्हें यहोवा ने यहोशू को लोगों से कहने की आज्ञा दी थी। तब सब लोग फुर्ती से पार उतर गए; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और याजक सन्दूक उठाए हुए उस समय तक यरदन के बीच खड़े रहे जब तक वे सब बातें पूरी न हो चुकीं, जिन्हें यहोवा ने यहोशू को लोगों से कहने की आज्ञा दी थी। तब सब लोग फुर्ती से पार उतर गए; सरल हिन्दी बाइबल याहवेह द्वारा यहोशू को कहे अनुसार, संदूक लिए हुए पुरोहित यरदन के मध्य में तब तक खड़े रहे, जब तक सब लोगों ने नदी को पार न कर लिया. यह उस आदेश के अनुसार था, जो मोशेह द्वारा यहोशू को दिया गया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और याजक सन्दूक उठाए हुए उस समय तक यरदन के बीच खड़े रहे जब तक वे सब बातें पूरी न हो चुकीं, जिन्हें यहोवा ने यहोशू को लोगों से कहने की आज्ञा दी थी। तब सब लोग फुर्ती से पार उतर गए; |
जो गून्धा हुआ आटा वे मिस्र देश से लाए थे, उन्होंने उससे बेखमीर रोटी बनाई। अभी तक आटे में खमीर नहीं मिलाया गया था, क्योंकि इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाला गया था। वे न तो कुछ समय के लिए वहाँ ठहर सके थे और न अपनी यात्रा के लिए भोजन-आदि पका ही सके थे।
तुम्हारे हाथ में जो भी काम आए, उसको पूरी शक्ति से करो, क्योंकि अधोलोक में, जहाँ अपनी मृत्यु के बाद तुम जाओगे, न काम है, न विचार। वहाँ न ज्ञान है, न बुद्धि।
इसलिए प्रभु, स्वामी यों कहता है: “देखो, मैं सियोन की नींव के लिए एक पत्थर, कसौटी पर कसा गया एक पत्थर, सुदृढ़ नींव के लिए आधार-शिला का कीमती पत्थर रख रहा हूं: ‘विश्वास करनेवाला अपने विश्वास में डगमगाता नहीं।’
क्योंकि वह कहता है, “उपयुक्त समय में मैंने तुम्हारी प्रार्थना सुनी; उद्धार के दिन मैंने तुम्हारी सहायता की।” और देखिए, अभी उपयुक्त समय है, अभी उद्धार का दिन है।
मूसा ने इस व्यवस्था को लिख लिया और लेवीय पुरोहितों को, जो प्रभु की विधान-मंजूषा वहन करते थे, तथा इस्राएल के समस्त धर्मवृद्धों को दे दिया।
‘इसके पश्चात् तुमने यर्दन नदी पार की। तुम यरीहो नगर आए। यरीहो नगर के निवासियों ने तथा एमोरी, परिज्जी, कनानी, हित्ती, गिर्गाशी, हिव्वी और यबूसी जातियों ने भी तुमसे युद्ध किया। परन्तु मैंने उन सब को तुम्हारे हाथ में दे दिया।
देखो, जब प्रभु, समस्त पृथ्वी के स्वामी, की विधान-मंजूषा वहन करनेवाले पुरोहित यर्दन नदी के जल में पैर रखेंगे, तब यर्दन नदी का जल-प्रवाह रुक जाएगा और ऊपर से आने वाला जल एक ढेर के रूप में खड़ा हो जाएगा।’
जब सब लोग नदी पर कर चुके तब प्रभु की विधान-मंजूषा वहन करनेवाले पुरोहित उस पार गए और वे फिर इस्राएली लोगों के आगे हो गए।
यहोशुअ ने यर्दन नदी के मध्य उस स्थान पर, जहां विधान की मंजूषा वहन करनेवाले पुरोहितों ने पैर रखे थे, बारह पत्थर प्रतिष्ठित किए (वे आज भी वहां हैं)।