उस देश के शासक का नाम हमोर था और हमोर के पुत्र का नाम शकेम था। वह हिव्वी जाति का था। जब शकेम ने दीना को देखा तब उसे पकड़ लिया। वह उसके साथ सोया और उसका शीलभंग कर दिया।
यहोशू 17:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मनश्शे गोत्र के भूमि-क्षेत्र की सीमा आशेर से मिक्मतात तक थी, जो शकेम के पूर्व में था। सीमा-रेखा वहां से दक्षिण में एनतप्पूह के निवासियों की ओर चली गई थी। पवित्र बाइबल मनश्शे की भूमि आशेर और मिकमतात के क्षेत्र के बीच थी। यह शकेम के निकट है। इसकी सीमा दक्षिण में एनतप्पूह क्षेत्र तक जाती थी। Hindi Holy Bible और मनश्शे का सिवाना आशेर से ले कर मिकमतात तक पहुंचा, जो शकेम के साम्हने है; फिर वह दक्खिन की ओर बढ़कर एनतप्पूह के निवासियों तक पहुंचा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मनश्शे की सीमा आशेर से लेकर मिकमतात तक पहुँची, जो शकेम के सामने है; फिर वह दक्षिण की ओर बढ़कर एनतप्पूह के निवासियों तक पहुँची। सरल हिन्दी बाइबल मनश्शेह प्रदेश की सीमा आशेर से शेकेम के पूर्व में मिकमथाथ तक थी. फिर यह सीमा दक्षिण की ओर मुड़ जाती है जहां एन-तप्पूआह का नगर है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मनश्शे की सीमा आशेर से लेकर मिकमतात तक पहुँची, जो शेकेम के सामने है; फिर वह दक्षिण की ओर बढ़कर एनतप्पूह के निवासियों तक पहुँची। |
उस देश के शासक का नाम हमोर था और हमोर के पुत्र का नाम शकेम था। वह हिव्वी जाति का था। जब शकेम ने दीना को देखा तब उसे पकड़ लिया। वह उसके साथ सोया और उसका शीलभंग कर दिया।
वह यूसुफ से बोले, ‘जाकर देख कि तेरे भाई एवं भेड़-बकरी सकुशल हैं अथवा नहीं। उनका समाचार मेरे पास लाना।’ याकूब ने उसे हेब्रोन की घाटी से भेज दिया। यूसुफ शकेम नगर में आया।
सब इस्राएली कुल के लोग रहबआम को राजा बनाने के लिए शकेम नगर को गए। अत: रहबआम भी शकेम नगर गया।
यारोबआम ने एफ्रइम पहाड़ी पर शकेम नगर को पुन: निर्मित किया और वहाँ रहने लगा। तत्पश्चात् वह वहाँ से निकला। उसने पनूएल नगर का पुन: निर्माण किया।
उन्होंने ये शरण नगर दिये थे : शकेम और उसके चरागाह जो एफ्रइम पहाड़ी क्षेत्र पर थे; गेजेर और उसके चरागाह;
परमेश्वर ने अपनी पवित्रता में यह कहा है, “मैं प्रसन्न होकर शकेम को विभाजित करूंगा; और सूक्कोत घाटी को नाप दूंगा;
क्योंकि मनश्शे के पुत्रों के साथ उसकी पुत्रियों को भी पैतृक-अधिकार में भूमि प्राप्त हुई थी। मनश्शे के शेष वंशजों को गिलआद प्रदेश पैतृक-अधिकार के लिए प्रदान किया गया।
यद्यपि तप्पूह प्रदेश पर मनश्शे के गोत्र का अधिकार था, पर मनश्शे की सीमा पर स्थित तप्पूह नगर एफ्रइम गोत्र के अधीन था।
अत: उन्होंने नफ्ताली के पहाड़ी प्रदेश में गलील के केदश नगर को एफ्रइम के पहाड़ी प्रदेश के शकेम नगर को और यहूदा के पहाड़ी प्रदेश में स्थित किर्यत-अर्बा (अर्थात् हेब्रोन) नगर को शरण-नगर निश्चित किया।
उन्हें चरागाह की समस्त भूमि के साथ ये नगर दिए गए: शकेम (हत्यारे के लिए निश्चित किया गया शरण-नगर) जो एफ्रइम के पहाड़ी प्रदेश में था; गेजर,
यहोशुअ ने शकेम नगर में इस्राएली कुलों के सब लोगों को एकत्र किया। उसने इस्राएलियों के धर्मवृद्धों, मुखियों, शासकों और शास्त्रियों को बुलाया। वे परमेश्वर के सम्मुख प्रस्तुत हुए।
यूसुफ की अस्थियां इस्राएली लोग मिस्र देश से ले आए थे। उनको उन्होंने शकेम नगर के उस भूमि-भाग में गाड़ दिया जो याकूब ने शकेम के पिता हमोर के पुत्रों से चांदी के सौ सिक्कों में खरीदा था। इस भूमि-भाग पर यूसुफ के वंशजों का पैतृक-अधिकार था।
यरूब्बअल का पुत्र अबीमेलक अपने मामाओं के पास शकेम नगर को गया। वह अपने मामाओं तथा नाना के गोत्र के सब लोगों से बोला,