शपेलाह मैदान के जैतून और गूलर वृक्षों का वन-निरीक्षक बअल-हानान था, जो गेदेर नगर का निवासी था। तेल-भण्डार गृहों का अधिकारी योआश था।
यहोशू 15:41 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) गदेरोत, बेत-दागोन, नअमाह और मक्केदाह। गांवों सहित समस्त नगरों की संख्या सोलह थी। पवित्र बाइबल गेदोरेत, बेतदागोन, नामा, और मक्केदा। सब मिलाकर वहाँ सोलह नगर और उनके सारे खेत थे। Hindi Holy Bible गदेरोत, बेतदागोन, नामा, और मक्केदा; ये सोलह नगर हैं, और इनके गांव भी हैं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) गदेरोत, बेतदागोन, नामा, और मक्केदा; ये सोलह नगर हैं, और इनके गाँव भी हैं। सरल हिन्दी बाइबल गदेरोथ, बेथ-दागोन, नामाह तथा मक्केदा; गांवों सहित सोलह नगर. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 गदेरोत, बेतदागोन, नामाह, और मक्केदा; ये सोलह नगर हैं, और इनके गाँव भी हैं। |
शपेलाह मैदान के जैतून और गूलर वृक्षों का वन-निरीक्षक बअल-हानान था, जो गेदेर नगर का निवासी था। तेल-भण्डार गृहों का अधिकारी योआश था।
पलिश्तियों ने भी शफेलाह के चरागाह, और यहूदा प्रदेश के दक्षिण क्षेत्र नेगेब के नगरों पर चढ़ाई कर इनको अपने अधिकार में कर लिया था, और वहां वे बस गए थे। नेगेब क्षेत्र के नगरों के नाम इस प्रकार हैं : बेतशमेश, अय्यालोन, गदेरोत, सोको और उसके गांव, तिम्ना और उसके गांव, तथा गिमजो और उसके गांव।
अय्यूब के तीन मित्र थे : तेमान नगर का रहनेवाला एलीपज, शूही वंश का बिलदद और नामाह नगर का निवासी सोपर। जब उन्होंने सुना कि अय्यूब पर विपत्तियाँ टूट पड़ी हैं, तब वे अपने-अपने घर से निकले। उन्होंने निश्चय किया कि वे अय्यूब के साथ शोक प्रकट करने और उसको शान्ति देने के लिए एक-साथ जाएँगे।
प्रभु ने इस्राएली सेना के कारण उनमें भगदड़ मचा दी। इस्राएलियों ने उन्हें गिब्ओन नगर में बुरी तरह से मारा। उन्होंने उनका बेतहोरोन के पहाड़ी मार्ग तक पीछा किया। वे उन्हें अजेकाह और मक्केदाह नगर तक मारते गए।
इस्राएली सैनिक मक्केदाह के पड़ाव में यहोशुअ के पास सुरक्षित लौट आए। किसी भी पुरुष ने इस्राएली समाज के विरुद्ध जीभ हिलाने तक का साहस नहीं किया।
यहोशुअ ने उसी दिन मक्केदाह नगर को पराजित कर दिया, और तलवार से उसके राजा और निवासियों को मार डाला। उसने नगर के सब प्राणियों का पूर्ण संहार कर दिया। एक प्राणी को भी जीवित नहीं छोड़ा। जैसा उसने यरीहो के राजा के साथ किया था वैसा ही मक्केदाह के राजा के साथ भी किया।
तब वह पूर्व दिशा में अग्रसर होती, और बेत-दागोन की ओर जाती थी। वह जबूलून की सीमा तथा इफतह-एल की घाटी को स्पर्श करती और उत्तर की ओर बेत-एमक तथा नईएल की ओर बढ़ती थी। वह उत्तरी दिशा में काबूल,