पहाड़ी शिखर की वेदियों के ये पुरोहित यरूशलेम में प्रभु की वेदी के समीप नहीं जा सकते थे। फिर भी वे अन्य पुरोहितों, अपने जाति-भाइयों के साथ बेखमीर रोटी खाते थे।
यहेजकेल 44:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे पुरोहित के रूप में मेरी सेवा करने के लिए मेरे समीप नहीं आएंगे। वे मेरी पवित्र तथा परम पवित्र वस्तु को स्पर्श भी नहीं करेंगे। उन्होंने अन्य देवी-देवताओं की पूजा कर घृणित कार्य किया है। वे अपने इस घृणित कार्य की लज्जा का भार उठाएँ! पवित्र बाइबल “अत: लेवीवंशी बलि को मेरे पास याजकों की तरह नहीं लाएंगे। वे मेरी किसी पवित्र चीज के पास या सर्वाधिक पवित्र वस्तु के पास नहीं जाएंगे। वे अपनी लज्जा को, जो बुरे काम उन्होंने किये, उसके कारण, ढोएंगे। Hindi Holy Bible वे मेरे समीप न आएं, और न मेरे लिये याजक का काम करें; और न मेरी किसी पवित्र वस्तु, वा किसी परमपवित्र वस्तु को छूने पाएं; वे अपनी लज्जा का और जो घृणित काम उन्होंने किए, उनका भी भार उठाएं। तौभी मैं उन्हें भवन में की सौंपी हुई वस्तुओं का रक्षक ठहराऊंगा; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे मेरे समीप न आएँ, और न मेरे लिये याजक का काम करें; और न मेरी किसी पवित्र वस्तु, या किसी परमपवित्र वस्तु को छूने पाएँ; वे अपनी लज्जा का और जो घृणित काम उन्होंने किए, उनका भी भार उठाएँ। सरल हिन्दी बाइबल वे पुरोहित के रूप में मेरी सेवा करने मेरे पास न आएं या मेरे किसी पवित्र चीज़ के पास न आएं या परम पवित्र बलिदानों के पास न आएं; वे अवश्य ही अपने घृणित कामों के लिये लज्जित हों. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वे मेरे समीप न आएँ, और न मेरे लिये याजक का काम करें; और न मेरी किसी पवित्र वस्तु, या किसी परमपवित्र वस्तु को छूने पाएँ; वे अपनी लज्जा का और जो घृणित काम उन्होंने किए, उनका भी भार उठाए। |
पहाड़ी शिखर की वेदियों के ये पुरोहित यरूशलेम में प्रभु की वेदी के समीप नहीं जा सकते थे। फिर भी वे अन्य पुरोहितों, अपने जाति-भाइयों के साथ बेखमीर रोटी खाते थे।
हमें तो शर्म के मारे गड़ जाना चाहिए। हमें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। हमने अपने प्रभु परमेश्वर के प्रति पाप किया है। हम और हमारे पूर्वज बचपन से आज तक पाप करते आए हैं। हमने अपने प्रभु परमेश्वर की बातों को नहीं माना।’
तब तुझे अपने बीते हुए दिनों के आचरण का स्मरण होगा, और जब तू अपनी बड़ी और छोटी बहिनों को स्वीकार करेगी तब तू लज्जित होगी। क्योंकि मैं उनको तेरी पुत्रियों के रूप में तुझे सौपूंगा; किन्तु यह कार्य तेरे बचपन के विधान के कारण नहीं, वरन् शाश्वत विधान के कारण करूंगा।
मैं तेरे सब कुकर्मों को क्षमा कर दूंगा ताकि तू अपने कुकर्मों को स्मरण करे, और उनके लिए लज्जित हो। तब तू अपनी इस लज्जा के कारण अपना मुंह फिर खोलने का साहस नहीं करेगी।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
‘वे तलवार से वध किए गए मृतकों के बीच गिरेंगे, और उसके साथ उसकी विशाल प्रजा भी मरकर पड़ी रहेगी।
मैं, स्वामी-प्रभु, यह शपथ खाता हूँ : तेरे आस-पास के ये राष्ट्र, जिन्होंने तेरी निन्दा कि है, स्वयं दूसरों की निन्दा के पात्र बनेंगे।
जब वे अपने देश में पुन: निश्चिन्त निवास करने लगेंगे और उनको किसी भी शत्रु के आक्रमण का डर न होगा, तब वे अपने अपमानपूर्ण अतीत को भूल जाएंगे। वे भूल जाएंगे कि उन्होंने मेरे प्रति विश्वासघात किया था।
वे तेरी सहायता तथा तम्बू की देखभाल करेंगे। किन्तु वे पवित्र-स्थान के पात्रों एवं वेदी के निकट नहीं आएंगे; अन्यथा तुम और वे मर जाएंगे।