शल्लूम पूर्व दिशा में राज-द्वार पर अब तक नियुक्त था। ये उप-पुरोहितों के शिविर के द्वारपाल थे :
यहेजकेल 44:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फिर वह मुझे पवित्र स्थान से बाहर, पूर्वमुखी फाटक पर वापस ले गया। वह बन्द था। पवित्र बाइबल तब वह व्यक्ति मुझे मन्दिर के बाहरी फाटक जिसका सामना पूर्व को है, वापस लाया। हम लोग द्वार के बाहर थे और बाहरी द्वार बन्द था। Hindi Holy Bible फिर वह मुझे पवित्र स्थान के उस बाहरी फाटक के पास लौटा ले गया, जो पूर्वमुखी है; और वह बन्द था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर वह मुझे पवित्रस्थान के उस बाहरी फाटक के पास लौटा ले गया, जो पूर्वमुखी है; और वह बन्द था। सरल हिन्दी बाइबल तब वह व्यक्ति मुझे पवित्र स्थान के बाहरी द्वार पर वापस ले आया, जिसका मुंह पूर्व की ओर था, और वह बंद था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर वह पुरुष मुझे पवित्रस्थान के उस बाहरी फाटक के पास लौटा ले गया, जो पूर्वमुखी है; और वह बन्द था। |
शल्लूम पूर्व दिशा में राज-द्वार पर अब तक नियुक्त था। ये उप-पुरोहितों के शिविर के द्वारपाल थे :
राजा यहोशाफट प्रभु के भवन में नए आंगन के सामने समस्त यहूदा प्रदेश तथा यरूशलेम की धर्मसभा के मध्य खड़ा हुआ, और उसने प्रभु से यों प्रार्थना की,
मनश्शे ने प्रभु के भवन के दो आंगनों में आकाश की सब प्राकृतिक शक्तियों की पूजा के लिए वेदियां बनाईं।
उसने पुरोहितों का आंगन, बड़ा आंगन, तथा आंगन के दरवाजे भी बनवाए, और उन दरवाजों को पीतल से मढ़ दिया।
तत्पश्चात् वह मुझे बाहरी आंगन में ले गया। वहां मैंने यह देखा: आंगन के चारों ओर कमरे और एक फर्श है। फर्श पर तीस कमरे बने हुए हैं।
वह मन्दिर के पूर्वी फाटक पर गया। वह उसकी सीढ़ी पर चढ़ा, और उसने ड्योढ़ी की लम्बाई नापी। फाटक की ड्योढ़ी की लम्बाई तीन मीटर निकली।
‘पवित्र स्थान से निकलकर पुरोहित सीधे बाहर आंगन में नहीं जाएंगे। पहले वे यहां अपने उन वस्त्रों को उतारेंगे, जिन्हें पहिन कर उन्होंने पुरोहित का सेवा-कार्य किया था। पुरोहित के ये वस्त्र पवित्र हैं। जन-साधारण के लिए नियुक्त स्थान में जाने के पूर्व पुरोहित अपने पवित्र वस्त्र उतार कर दुसरे वस्त्र पहिन लेंगे।’
स्वामी-प्रभु यों कहता है : ‘भीतरी आंगन का पूर्व-मुखी फाटक सप्ताह के छ: दिन बन्द रहेगा, किन्तु वह सातवें दिन अर्थात् विश्राम-दिवस तथा नवचन्द्र-दिवस पर खुला रहेगा।
जब इस्राएल देश का शासक स्वेच्छा-बलि के रूप में प्रभु को अग्नि-बलि अथवा सहभागिता-बलि चढ़ाने की इच्छा करेगा तब पूर्वमुखी फाटक उसके लिए खोला जाएगा। जैसे वह विश्राम-दिवस पर अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि चढ़ाता है वैसे ही वह स्वेच्छा-बलि के रूप में अग्नि-बलि अथवा सहभागिता-बलि चढ़ाएगा। तब वह फाटक से बाहर निकलेगा, और उसके निकलने के पश्चात् फाटक बन्द कर दिया जाएगा।