जैसे यरूशलेम के चारों ओर पर्वत हैं, वैसे ही प्रभु अपने निज लोगों के चारों ओर है, अब से सदा-सर्वदा तक।
यहेजकेल 40:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने यह देखा : मन्दिर की सीमा के चारों ओर एक दीवार है। जो नापने का बांस उस आदमी के हाथ में है, वह छ: हाथ, अर्थात् लगभग तीन मीटर लम्बा है। अत: उसने दीवार की मोटाई और ऊंचाई नापी। मोटाई तीन मीटर और ऊंचाई तीन मीटर निकली। पवित्र बाइबल मैंने एक दीवार देखी जो मन्दिर के बाहर चारों ओर से घेरती थी। उस व्यक्ति के हाथ में चीजों को नापने की एक छड़ थी। यह एक बालिश्त और एक हाथ लम्बी थी। अत: उस व्यक्ति ने दीवार की मोटाई नापी। वह एक छड़ मोटी थी। उस व्यक्ति ने दीवार की ऊँचाई नापी। यह एक छड़ ऊँची थी। Hindi Holy Bible और देखो, भवन के बाहर चारों ओर एक भीत थी, और उस पुरुष के हाथ में मापने का बांस था, जिसकी लम्बाई ऐसे छ: हाथ की थी जो साधारण हाथों से चौवा भर अधिक है; सो उसने भीत की मोटाई मापकर बांस भर की पाई, फिर उसकी ऊंचाई भी मापकर बांस भर की पाई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और देखो, भवन के बाहर चारों ओर एक दीवार थी, और उस पुरुष के हाथ में मापने का बाँस था, जिसकी लम्बाई ऐसे छ: हाथ की थी जो साधारण हाथों से चौवा भर अधिक है; अत: उस ने दीवार की मोटाई मापकर बाँस भर की पाई, फिर उसकी ऊँचाई भी मापकर बाँस भर की पाई। सरल हिन्दी बाइबल मैंने मंदिर क्षेत्र के बाहर चारों ओर एक पूरी दीवार देखी. उस व्यक्ति के हाथ में जो नापने का डंडा था, उसकी लंबाई तीन मीटर थी, जिसमें का प्रत्येक एक मीटर और एक हाथ लंबा था. उस व्यक्ति ने दीवार को नापा; जो एक डंडा चौड़ा और एक डंडा ऊंचा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और देखो, भवन के बाहर चारों ओर एक दीवार थी, और उस पुरुष के हाथ में मापने का बाँस था, जिसकी लम्बाई ऐसे छः हाथ की थी जो साधारण हाथों से चार अंगुल भर अधिक है; अतः उसने दीवार की मोटाई मापकर बाँस भर की पाई, फिर उसकी ऊँचाई भी मापकर बाँस भर की पाई। (प्रका. 21:15) |
जैसे यरूशलेम के चारों ओर पर्वत हैं, वैसे ही प्रभु अपने निज लोगों के चारों ओर है, अब से सदा-सर्वदा तक।
उस दिन यहूदा प्रदेश के निवासी यह गीत गाएंगे : “यरूशलेम हमारा सुदृढ़ नगर है; प्रभु ने हमें बचाने के लिए नगर में दीवारें और परकोटे बनाए हैं।
तेरे देश में हिंसा की घटना फिर कभी नहीं सुनी जाएगी; और न तेरी सीमाओं के भीतर विध्वन्स और विनाश होगा। तू अपने शहरपनाह का नाम “उद्धार” और प्रवेश-द्वार का नाम “स्तुति” रखेगी।
मन्दिर के भीतरी क्षेत्र को नापने के पश्चात् वह मुझे पूर्वी फाटक से बाहर ले गया। वह वहां चारों ओर मन्दिर का बाहरी क्षेत्र नापने लगा।
इस प्रकार उसने चारों ओर की सीमाएं नापीं। उसके चारों ओर एक वर्गाकार दीवार थी। यह दीवार पवित्र स्थान को जन-साधारण के क्षेत्र से अलग करती थी। उसकी लम्बाई अढ़ाई सौ मीटर और चौड़ाई अढ़ाई सौ मीटर थी।
‘वेदी की नाप इस प्रकार होगी : हाथ की नाप के अनुसार वेदी का आधार हाथ-भर ऊंचा और हाथ-भर चौड़ा होगा, अर्थात् आधा मीटर। उसके चारों ओर का किनारा पच्चीस सेन्टीमीटर का होगा।
प्रभु यह कहता है : मैं ही उसके चारों ओर अग्नि की दीवार बनूंगा, मैं ही उसके भीतर महिमा होऊंगा।” ’
(बाशान का राजा ओग रपाई जाति का अन्तिम जीवित व्यक्ति था। उसकी शव-पेटिका लोह-पाषण की थी। वह अम्मोनियों के रब्बाह नगर में अब तक विद्यमान है। मानक माप के अनुसार वह प्राय: चार मीटर लम्बी और डेढ़ मीटर चौड़ी थी।)
उसके चारों ओर एक बड़ी और ऊंची शहरपनाह थी, जिसमें बारह फाटक थे और हर एक फाटक के सामने एक स्वर्गदूत खड़ा था। फाटकों पर इस्राएल के बारह कुलों के नाम अंकित थे।