फाटक में चारों ओर खिड़कियां थीं, जो भीतर की ओर बाजू के कोठरियों के खम्भों तक संकरी होती चली गई थीं। इसी प्रकार ओसारे में भी भीतर की ओर चारों तरफ खिड़कियां थीं। खम्भों पर खजूर के वृक्ष खुदे थे।
यहेजकेल 40:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसके ओसारे का मुंह मन्दिर के बाहरी आंगन के सामने था। उसके दोनों खम्भों पर भी खजूर के वृक्षों की आकृति खुदी थी। फाटक पर चढ़ने के लिए आठ सीढ़ियां थीं। पवित्र बाइबल इसके प्रवेश कक्ष का सामना बाहरी आँगन की ओर था। हर एक ओर के द्वार—स्तम्भों पर खजूर के पेड़ों की नक्काशी थी। इसकी सीढ़ी में आठ पैड़ियाँ थीं। Hindi Holy Bible इसका ओसारा भी बाहरी आंगन की ओर था, और उसके दोनों ओर के खम्भों पर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे; और इस पर भी चढ़ने को आठ सीढिय़ां थीं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसका ओसारा भी बाहरी आँगन की ओर था, और उसके दोनों ओर के खम्भों पर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे; और इस पर भी चढ़ने को आठ सीढ़ियाँ थीं। सरल हिन्दी बाइबल इसका मंडप बाहरी आंगन की ओर था; दोनों तरफ इसके चौखटों को खजूर के पेड़ की आकृतियां से सजाया गया था, और इसके ऊपर जाने के लिये आठ सीढ़ियां थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसका ओसारा भी बाहरी आँगन की ओर था, और उसके दोनों ओर के खम्भों पर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे; और इस पर भी चढ़ने को आठ सीढ़ियाँ थीं। |
फाटक में चारों ओर खिड़कियां थीं, जो भीतर की ओर बाजू के कोठरियों के खम्भों तक संकरी होती चली गई थीं। इसी प्रकार ओसारे में भी भीतर की ओर चारों तरफ खिड़कियां थीं। खम्भों पर खजूर के वृक्ष खुदे थे।
इसकी भी खिड़कियों, ओसारे, तथा खम्भों पर खुदे खजूर के वृक्षों की नाप पूर्वमुखी फाटक के समान थी। इस पर चढ़ने के लिए सात सीढ़ियां बनी थीं। फाटक का ओसारा भीतर की ओर था।
दक्षिणी फाटक पर जाने के लिए सात सीढ़ियां थी। उसका ओसारा भीतर की ओर था। फाटक के दोनों ओर, प्रत्येक खम्भे पर खजूर के वृक्ष खुदे थे।
उसके ओसारे का मुंह मन्दिर के बाहरी आंगन के सामने था। उसके खम्भों पर भी खजूर के वृक्षों की आकृति खुदी थी। फाटक पर चढ़ने के लिए आठ सीढ़ियां थीं।
उसके ओसारे का मुंह मन्दिर के बाहरी आंगन के सामने था। उसके दोनों खम्भों पर भी खजूर के वृक्षों की आकृति खुदी थी। फाटक पर चढ़ने के लिए आठ सीढ़ियां थीं।
ड्योढ़ी की लम्बाई दस मीटर और चौड़ाई छ: मीटर थी। उस पर चढ़ने के लिए दस सीढ़ियां थीं। उसके खम्भों के पास, दोनों ओर स्तम्भ थे।
वह मन्दिर के पूर्वी फाटक पर गया। वह उसकी सीढ़ी पर चढ़ा, और उसने ड्योढ़ी की लम्बाई नापी। फाटक की ड्योढ़ी की लम्बाई तीन मीटर निकली।