अत: लोट ने अपनी आँखें ऊपर उठायीं और सामने देखा : सोअर की दिशा में यर्दन नदी की समस्त घाटी प्रभु के उद्यान एवं मिस्र देश की भूमि के समान जल से सर्वत्र सिंची हुई थी। (यह प्रभु के द्वारा किए गए सदोम और गमोरा के विनाश के पूर्व की बात है।)
यहेजकेल 36:35 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे तुम्हारे देश के विषय में कहेंगे, “देखो, यह देश, जो अब तक उजाड़ पड़ा था, अदन-उद्यान के समान हरा-भरा हो गया। उजाड़, निर्जन और खण्डहर पड़े हुए नगर पुन: आबाद हो गए। उनमें गढ़ों का निर्माण हो गया।” पवित्र बाइबल वे कहेंगे, ‘अतीत में यह देश नष्ट हो गए थे। लेकिन अब ये अदन के उद्यान जैसे हैं। नगर नष्ट हो गये थे। वे बरबाद और खाली थे। किन्तु अब वे सुरक्षित हैं और उनमें लोग रहते हैं।’” Hindi Holy Bible और लोग कहा करेंगे, यह देश जो उजाड़ था, सो एदेन की बारी सा हो गया, और जो नगर खण्डहर और उजाड़ हो गए और ढाए गए थे, सो गढ़ वाले हुए, और बसाए गए हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) लोग कहा करेंगे, ‘यह देश जो उजाड़ था, वह अदन की बारी–सा हो गया, और जो नगर खण्डहर और उजाड़ हो गए और ढाए गए थे, वे गढ़वाले हुए, और बसाए गए हैं। सरल हिन्दी बाइबल वे कहेंगे, “यह देश जो उजड़ा पड़ा था, अब एदेन की वाटिका जैसा हो गया है; वे शहर जो खंडहर, उजड़े और नष्ट हो गये थे, वे अब गढ़वाले हो गये हैं और लोग वहां रहने लगे हैं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और लोग कहा करेंगे, ‘यह देश जो उजाड़ था, वह अदन की बारी–सा हो गया, और जो नगर खण्डहर और उजाड़ हो गए और ढाए गए थे, वे गढ़वाले हुए, और बसाए गए हैं।’ |
अत: लोट ने अपनी आँखें ऊपर उठायीं और सामने देखा : सोअर की दिशा में यर्दन नदी की समस्त घाटी प्रभु के उद्यान एवं मिस्र देश की भूमि के समान जल से सर्वत्र सिंची हुई थी। (यह प्रभु के द्वारा किए गए सदोम और गमोरा के विनाश के पूर्व की बात है।)
हमारा मुंह हंसी से भरा था, हमारी जिह्वा जयजयकार कर रही थी। तब विजातीय राष्ट्रों ने कहा, ‘प्रभु ने इनके लिए महान कार्य किए हैं।’
मनुष्य यह कहेंगे, “निश्चय, धार्मिकों के लिए पुरस्कार है, निस्सन्देह, परमेश्वर है, जो पृथ्वी पर न्याय करता है।”
तब सब मनुष्य भयभीत होंगे, और परमेश्वर के कार्य को घोषित करेंगे, और उनके व्यवहार को समझेंगे।
मैं-प्रभु सियोन को सांत्वना प्रदान करूंगा; मैं उसके उजाड़ स्थलों को शान्ति दूंगा, उसके निर्जन प्रदेश को अदन वाटिका के सदृश हरा-भरा कर दूंगा। उसका मरुस्थल मेरे उद्यान के समान हरा-भरा हो जाएगा। सियोन के हर कोने में हर्ष और आनन्द उपलब्ध होगा; चारों ओर धन्यवाद का गीत, और स्तुतिगान गूंजेगा।
तू फिर “परित्यक्ता” न कहलाएगी; तेरी भूमि फिर “उजाड़” न कहलाएगी। तू “मेरा आनन्द” , और तेरी भूमि “सुहागिन” कहलाएगी; क्योंकि प्रभु तुझसे प्रसन्न है, और तेरी भूमि सुहागिन बनेगी।
बल्कि वे कहेंगे, “जीवंत प्रभु की सौगन्ध, जो इस्राएल के वंशजों को उत्तरी देश की गुलामी से, तथा उन देशों से निकाल कर लाया, जहां उसने उन्हें हांक दिया था।” तब वे स्वदेश में पुन: बस जाएंगे।’
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : ‘यह स्थान उजाड़ पड़ा है। यहां न मनुष्य रहते हैं, और न पशु। मैं इस स्थान को, इस प्रदेश के सब नगरों को आबाद कर दूंगा। यहां चरवाहे बसेंगे, और वे अपने रेवड़ को चराएंगे।
यह नगर पृथ्वी के सब राष्ट्रों में मेरे लिए एक आनन्ददायक नाम, स्तुति और महिमा का स्थान बन जाएगा। जो भलाई मैं इस नगर के रहने वालों के लिए करूंगा, उसके विषय में पृथ्वी की सब जातियां सुनेंगी, और उनसे भयभीत होंगी। मैं इस नगर का कल्याण करूंगा और इस को समृद्ध बनाऊंगा। इसके कल्याण और समृद्धि को देख कर विश्व की जातियां डर से कांपेंगी।’
तू मानो परमेश्वर के उद्यान अदन में रहता था। तू मणि-मुक्ताओं से जड़े वस्त्र पहिनता था: माणिक, पद्मराग, हीरा, फिरोजा, सुलेमानी मणि, यशब, नील-मणि, मरकत, और लाल-मणि। तेरे आभूषण और तेरी पोशाक सोने से मढ़ी थी। जिस दिन तेरा जन्म हुआ उसी दिन वे भी तैयार किए गए।
मैं-प्रभु ने ही उसको सुन्दर बनाया; मैंने ही उसकी शाखाओं को सघन किया। मैंने उसको इतना सुन्दर बनाया कि अदन की वाटिका के सब वृक्ष, मुझ-परमेश्वर के उद्यान के वृक्ष, उससे ईष्र्या करते हैं।
जो भूमि उजाड़ पड़ी थी, वह पुन: जोती जाएगी। वहां से गुजरनेवाले राहगीरों की दृष्टि में वह उजाड़ नहीं रहेगी।
जब मैं तुम्हारी कबरें खोलूंगा, और उनमें से तुमको निकालूंगा तब तुम्हें ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूँ।
सेना का अग्रिम दस्ता आग है, और पश्च दस्ता ज्वाला! उसके आने के पूर्व अदन-वाटिका के सदृश देश हरा-भरा था; उसके जाने के बाद वह निर्जन, उजाड़ हो गया। टिड्डियों ने कुछ भी नहीं छोड़ा।