तुम चादर तान कर सोओगे, और तुम्हें कोई भयभीत नहीं करेगा; अनेक लोग तुमसे कृपा की भीख मांगेंगे।
यहेजकेल 34:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब वे विश्व के राष्ट्रों का शिकार नहीं बनेंगे, और जंगली जानवर उनको मार कर नहीं खाएंगे। निस्सन्देह वे अपने देश में निरापद निवास करेंगे, और उनको फिर कोई भयभीत नहीं करेगा। पवित्र बाइबल वे जानवरों की तरह भविष्य में अन्य राष्ट्रों द्वारा बन्दी नहीं बनाये जाएंगे। वे जानवर उन्हें भविष्य में नहीं खाएंगे। अपितु अब वे सुरक्षित रहेंगे। कोई उन्हें आतंकित नहीं करेगा। Hindi Holy Bible वे फिर जाति-जाति से लूटे न जाएंगे, और न वनपशु उन्हें फाड़ खाएंगे; वे निडर रहेंगे, और उन को कोई न डराएगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे फिर जाति–जाति से लूटे न जाएँगे, और न वनपशु उन्हें फाड़ खाएँगे; वे निडर रहेंगे, और उनको कोई न डराएगा। सरल हिन्दी बाइबल वे जाति-जाति के लोगों के द्वारा फिर लूटे नहीं जाएंगे, और न ही जंगली जानवर उन्हें फाड़ खाएंगे. वे सुरक्षित रहेंगे, और उन्हें कोई नहीं डराएगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वे फिर जाति-जाति से लूटे न जाएँगे, और न वन पशु उन्हें फाड़ खाएँगे; वे निडर रहेंगे, और उनको कोई न डराएगा। (यिर्म. 46:27) |
तुम चादर तान कर सोओगे, और तुम्हें कोई भयभीत नहीं करेगा; अनेक लोग तुमसे कृपा की भीख मांगेंगे।
मेरे देशवासी शान्तिपूर्ण घरों में, सुरक्षित मकानों में और आरामदायक स्थानों में निवास करेंगे।
‘इसलिए, ओ याकूब, मेरे सेवक, मत डर। ओ इस्राएल, भयभीत मत हो। मैं-प्रभु कहता हूँ; मैं तुझको और तेरी संतान को, दूर देश से, जहां तू गुलाम है, उस देश से बचा कर लाऊंगा। तब याकूब लौटेगा, और सुख-चैन का जीवन बिताएगा; उस का कोई भी शत्रु उस को डरा नहीं सकेगा।
किन्तु देखो, मैं-प्रभु इस्राएली लोगों को उन सब देशों से वापस लाऊंगा, जहां मैंने क्रोध, रोष और महा कोप में आ कर उन को हांक दिया था। निस्सन्देह मैं उनको वापस लाऊंगा, और वे मेरे कारण यहां निश्चिन्त निवास करेंगे।
‘ओ मेरे सेवक याकूब, मत डर। ओ इस्राएल, मत घबरा। देख, मैं तुझे दूर देश से, तेरी सन्तान को, उसके निष्कासन के देश से, जहां वह कैद है, निकाल लाऊंगा; तब याकूब स्वदेश लौटेगा; वह सुख और चैन से निवास करेगा, और फिर उसको शत्रु भयभीत नहीं करेगा।
‘मैं अपनी भेड़ों के साथ शान्ति का विधान स्थापित करूंगा। मैं उनके देश से जंगली पशुओं को निकाल दूंगा। तब वे निर्जन प्रदेश में निश्चिन्त होकर निवास करेंगी, और जंगल में सोएंगी।
मैं अपने निज लोगों के लिए उपजाऊ खेतों और उद्यानों की व्यवस्था करूंगा। तब वे अपने देश में भूख से नहीं मरेंगे, और न ही उनके पड़ोसी राष्ट्र उन का मजाक उड़ाएंगे।
मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है! मेरी भेड़ों को शिकारियों ने मार डाला। वे जंगली पशुओं का आहार बन गईं; क्योंकि उनकी देखभाल करनेवाला चरवाहा नहीं था। मैंने जिनको उन का चरवाहा नियुक्त किया था, उन चरवाहों ने भी भेड़ों की खोज-खबर नहीं ली। उन्होंने उनको चराया नहीं, बल्कि अपना ही पेट भरा।
‘मैं फिर कभी राष्ट्रों में तेरी निन्दा नहीं होने दूंगा, उनके निन्दापूर्ण वचन तेरे कानों में नहीं पड़ेंगे। जातियां तेरा अपमान नहीं करेंगी, और तू उनके अपमान का बोझ नहीं सहेगी। तू पुन: अपने राष्ट्र का पतन नहीं होने देगी।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।’
इसलिए ओ इस्राएली राष्ट्र के पहाड़ो! स्वामी-प्रभु का सन्देश सुनो। स्वामी-प्रभु इस्राएली राष्ट्र के पहाड़ों, पहाड़ियों, घाटियों, खोहों, उजाड़ क्षेत्रों और निर्जन नगरों से यह कहता है: तुम अपने आसपास के राष्ट्रों की दृष्टि में मजाक का कारण बन गए हो, और राष्ट्रों ने तुम्हें लूट लिया है।
जब वे अपने देश में पुन: निश्चिन्त निवास करने लगेंगे और उनको किसी भी शत्रु के आक्रमण का डर न होगा, तब वे अपने अपमानपूर्ण अतीत को भूल जाएंगे। वे भूल जाएंगे कि उन्होंने मेरे प्रति विश्वासघात किया था।
वे मिस्र देश से पक्षी के समान, असीरिया देश से कबूतर के सदृश कांपते हुए आएंगे। मैं उन्हें उनके देश में पुन: बसा दूंगा − प्रभु यों कहता है।
मैं उनके देश में उन्हें पुन: रोपूंगा। जो देश मैंने उन्हें दिया है, उन्हें वहां से फिर कभी नहीं उखाड़ूंगा’ तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने यह कहा है।
ये इस्राएल के बचे हुए लोग होंगे। ये अनुचित कार्य नहीं करेंगे, ये झूठ नहीं बोलेंगे, और न उनके मुंह में कपटपूर्ण जीभ होगी। वे आराम से चरागाह में भेड़ चराएंगे। वे निश्चिन्त हो, विश्राम करेंगे; उन्हें डरानेवाला कोई न होगा।’
वे पूर्ण निश्चिन्तता के साथ खेती-किसानी करेंगे, और समृद्ध होंगे। अंगूर-उद्यानों में फल लगेंगे। भूमि पर प्रचुरता से फसल होगी और आकाश से ओस की वर्षा होगी। मैं इस्राएल के शेष वंशजों को ये वस्तुएं प्रदान करूंगा और वे इन्हें प्राप्त करेंगे।