यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि प्रभु ने अपने नबी यिर्मयाह के माध्यम से ऐसा ही कहा था। विश्राम-कालों का पालन न करने के कारण अब इस्राएल देश को विश्राम मिला। सत्तर वर्ष तक देश उजाड़ पड़ा रहा, और उसने विश्राम मनाया।
यहेजकेल 29:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कोई आदमी उस पर पैर भी नहीं रखेगा, और न वहां से गुजरेगा। वहां किसी पशु का पांव भी न पड़ेगा। वह चालीस वर्ष तक उजाड़ पड़ा रहेगा। पवित्र बाइबल कोई व्यक्ति या जानवर मिस्र से नहीं गुजरेगा। कोई व्यक्ति या जानवर मिस्र में चालीस वर्ष तक नहीं रहेगा। Hindi Holy Bible चालीस वर्ष तक उस में मनुष्य वा पशु का पांव तक न पड़ेगा; और न उस में कोई बसेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) चालीस वर्ष तक उसमें मनुष्य या पशु का पाँव तक न पड़ेगा; और न उसमें कोई बसेगा। सरल हिन्दी बाइबल न तो कोई मनुष्य और न ही कोई पशु वहां से होकर गुज़रेगा; वहां चालीस साल तक कोई नहीं रहेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 चालीस वर्ष तक उसमें मनुष्य या पशु का पाँव तक न पड़ेगा; और न उसमें कोई बसेगा। |
यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि प्रभु ने अपने नबी यिर्मयाह के माध्यम से ऐसा ही कहा था। विश्राम-कालों का पालन न करने के कारण अब इस्राएल देश को विश्राम मिला। सत्तर वर्ष तक देश उजाड़ पड़ा रहा, और उसने विश्राम मनाया।
उस दिन से सोर देश एक राजा की जीवन-आयु तक, सत्तर वर्ष तक विस्मृत रहेगा। सत्तर वर्ष के बाद सोर की नियति यह होगी, जैसा एक वेश्या-गीत में कहा गया है :
सत्तर वर्ष के पश्चात् प्रभु सोर नगर की सुधि लेगा, और सोर अपना पुराना आजीविका का साधन अपनाएगा पृथ्वी के समस्त राज्यों के साथ व्यापार सम्बन्ध स्थापित करेगा।
रात-दिन वह जलता रहेगा, और बुझेगा नहीं। उसका धुआँ निरन्तर उठता रहेगा। पीढ़ी दर पीढ़ी वह उजाड़ पड़ा रहेगा। कभी कोई मनुष्य उस पर से नहीं गुजरेगा।
‘मैं-प्रभु यों कहता हूँ: जब बेबीलोन के सत्तर वर्ष पूरे हो जाएंगे, तब मैं तुम्हारी सुधि लूंगा, और जो सुन्दर वचन मैंने तुम्हें दिया है, वह पूरा करूंगा, और तुमको यहां वापस लाऊंगा।
ओ मिस्र निवासियो! स्वदेश से निष्कासित होने की तैयारी करो, अपना बोरिया-बिस्तर बांध लो। क्योंकि मेमफिस नगर उजाड़ हो जाएगा, वह निर्जन और खण्डहर बन जाएगा।
मैं पर्वतों के लिए रोऊंगा, शोक मनाऊंगा; निर्जन प्रदेश के चरागाह के लिए विलाप करूंगा; क्योंकि वे उजाड़ हो गए हैं, राहगीर उधर से अब नहीं गुजरते। पशुओं का रंभाना भी नहीं सुनाई देता। आकाश के पक्षी उनको छोड़ चले गए हैं; जंगली पशु भी भाग गए हैं।
राष्ट्रों में क्रूरतम विदेशी राष्ट्र तुझे काट कर फेंक देगा। सब पहाड़ों और घाटियों में तेरी शाखाएं गिर पड़ेंगी। तेरी टहनियां टूट-टूटकर देश की सब नहरों में बह जाएंगी। विश्व की जातियां जो तेरी छाया में निवास करती हैं, उससे निकल जाएंगी, और उसको त्याग देंगी।
मैं उसके समस्त पशुओं को, नदी-नालों के तट पर रहनेवाले जीव- जन्तुओं को नष्ट कर दूंगा। तब न किसी मनुष्य का पैर, और न किसी पशु का खुर नदी-नालों के जल को गंदला करेगा।
मैं उनके देश को निर्जन और उजाड़ कर दूंगा और यों उनके बल का गर्व चूर-चूर हो जाएगा। इस्राएल देश के पहाड़ इतने उजाड़ हो जाएंगे कि वहाँ से कोई भी नहीं गुजरेगा।
जो देश मैंने तुम्हारे पूर्वजों को दिया था, उसमें तुम पुन: निवास करोगे। तुम मेरे निज लोग होगे, और मैं तुम्हारा परमेश्वर हूंगा।
उसके राज्य-काल के प्रथम वर्ष में मैं-दानिएल ने धर्मग्रन्थों में उल्लिखित उन वर्षों की संख्या की गणना कर ली, जिनके दौरान यरूशलेम नगर उजाड़ पड़ा रहेगा, जैसा प्रभु ने नबी यिर्मयाह के माध्यम से बताया था। यह संख्या थी सत्तर वर्ष।