‘आज भी मेरी शिकायत कड़वी है! मैं कराहता हूँ, इसके बावजूद परमेश्वर का दबाव मुझ पर भारी है।
यहेजकेल 24:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ मानव, मैं तेरी आंखों का तारा, तेरी अत्यन्त कीमती वस्तु तुझ से छीनने वाला हूँ। मैं अचानक यह करूंगा। सुन, तू रोना मत; आंसू मत बहाना, और न शोक मनाना। पवित्र बाइबल “मनुष्य के पुत्र, तुम अपनी पत्नी से बहुत प्रेम करते हो किन्तु मैं उसे तुमसे दूर कर रहा हूँ। तुम्हारी पत्नी अचानक मरेगी। किन्तु तुम्हें अपना शोक प्रकट नहीं करना चाहिए। तुम्हें जोर से रोना नहीं चाहिए। तुम रोओगे और तुम्हारे आँसू गिरेंगे। Hindi Holy Bible हे मनुष्य के सन्तान, देख, मैं तेरी आंखों की प्रिय को मार कर तेरे पास से ले लेने पर हूँ; परन्तु न तू रोना-पीटना और न आंसू बहाना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे मनुष्य के सन्तान, देख, मैं तेरी आँखों की प्रिय को मारकर तेरे पास से ले लेने पर हूँ; परन्तु न तू रोना–पीटना और न आँसू बहाना। सरल हिन्दी बाइबल “हे मनुष्य के पुत्र, मैं एक ही प्रहार में तुमसे तुम्हारे आंखों की खुशी छीनने ही वाला हूं. तौभी तुम शोकित न हो, न ही रोओ और न ही आंसू बहाओ. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे मनुष्य के सन्तान, देख, मैं तेरी आँखों की प्रिय को मारकर तेरे पास से ले लेने पर हूँ; परन्तु न तू रोना-पीटना और न आँसू बहाना। |
‘आज भी मेरी शिकायत कड़वी है! मैं कराहता हूँ, इसके बावजूद परमेश्वर का दबाव मुझ पर भारी है।
सावधान! कहीं क्रोध तुम्हें कुमार्ग पर न ले जाए! विमोचन का भारी मूल्य कहीं तुम्हें पथ-भ्रष्ट न कर दे!
वह तेरी दृष्टि में हमेशा सुन्दर हरिणी, आकर्षक सांभरनी बनी रहे। उसका प्रेम सदा तुझे रसमय बनाए रखे, तू उसके प्रेम में सदा डूबे रहना।
किन्तु यदि तुम मेरी बात नहीं सुनोगे, तो मैं तुम्हारे घमण्ड के कारण एकांत स्थान में आंसू बहाऊंगा, मेरी आंखें बुरी तरह रोएंगी, उनसे आंसुओं की नदी बहेगी; क्योंकि प्रभु का रेवड़ बन्दी बना लिया जाएगा।
‘मैं प्रभु कहता हूं: यिर्मयाह, तू मृत्यु-शोक मनानेवाले किसी घर में प्रवेश मत करना, और न शोक मनाने के लिए जाना। तू उनके लिए शोक भी मत मनाना; क्योंकि मैंने इन लोगों से अपनी शांति, अपनी करुणा और दया वापस ले ली है।
‘ओ यहूदा प्रदेश के निवासियो, मृत राजा योशियाह के लिए मत रोओ, और न उसके लिए शोक मनाओ। किन्तु राजा शल्लूम के लिए छाती पीट कर रोओ, जो बन्दी होकर जा रहा है। वह फिर नहीं लौटेगा; वह फिर अपनी मातृ-भूमि को नहीं देखेगा।’
अत: प्रभु यहूदा प्रदेश के राजा योशियाह के पुत्र यहोयाकीम के विषय में यह कहता है: ‘लोग यह कहते हुए उसके लिए शोक नही मनाएंगे : “अरे मेरे भैया! अरी मेरी बहिन!” वे यह कहते हुए यहोयाकीम के लिए विलाप नहीं करेंगे: “आह स्वामी! हाय महाराज!”
काश, मेरा मस्तिष्क सागर होता, मेरी आंखें आँसुओं की झील होती, तो मैं अपने लोगों के महासंहार के कारण दिन-रात फूट-फूट कर रोता।
वे शीघ्र आएं, और हमारे लिए रोएं, कि हमारी आंखों से भी आंसुओं की नदी बहने लगे, हमारी पलकें आंसुओं के सागर में डूब जाएं।
ओ सियोन की पुत्री, उच्च स्वर में स्वामी को पुकार; तेरी आंखों से रात और दिन आंसू की जलधाराएं बहें! तू निरन्तर पुकारती रह, और चुप न रह; तेरी आंखों से आंसू बहते रहें, और वे बन्द न हों!
मैंने सबेरे लोगों से बातें कीं और शाम को मेरी पत्नी मर गई। दूसरे दिन सबेरे मैंने प्रभु के आदेश के अनुसार ही काम किया, और अपनी मृत पत्नी के लिए शोक नहीं मनाया।
वह अपने लोगों में स्वामी होने के कारण स्वयं को अशुद्ध नहीं करेगा जिससे वह अपवित्र हो जाए।
भाइयो और बहिनो! हम चाहते हैं कि मृतकों के विषय में आप को निश्चित जानकारी हो। कहीं ऐसा न हो कि आप उन लोगों की तरह शोक मनायें, जिन्हें कोई आशा नहीं है।