यहेजकेल 20:32 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तुम्हारे हृदय में यह इच्छा उठती है, “आओ, हम भी अन्य राष्ट्रों के समान, भिन्न-भिन्न देशों की जातियों के समान पत्थर और लकड़ी की प्रतिमाएं पूजें।” ओ इस्राएल के वंशजो, तुम्हारी यह इच्छा कभी पूरी नहीं होगी। पवित्र बाइबल तुम कहते रहते हो कि तुम अन्य राष्ट्रों की तरह होओगे। तुन उन राष्ट्रों के लोगों की तरह रहते हो। तुम लकड़ी और पत्थर के खण्डों (देवमूर्तियों) की पूजा करते हो!’” Hindi Holy Bible जो बात तुम्हारे मन में आती है कि हम काठ और पत्थर के उपासक हो कर अन्यजातियों और देश देश के कुलों के समान हो जाएंगे, वह किसी भांति पूरी नहीं होने की। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “जो बात तुम्हारे मन में आती है, ‘हम काठ और पत्थर के उपासक होकर जाति–जाति और देश देश के कुलों के समान हो जाएँगे,’ वह किसी भाँति पूरी नहीं होने की। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘तुम कहते हो, “हम उन जाति-जाति और संसार के लोगों के समान होना चाहते हैं, जो लकड़ी और पत्थर की सेवा करते हैं.” पर तुम्हारे मन में जो है, वह कभी पूरा न होगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “जो बात तुम्हारे मन में आती है, ‘हम काठ और पत्थर के उपासक होकर अन्यजातियों और देश-देश के कुलों के समान हो जाएँगे,’ वह किसी भाँति पूरी नहीं होने की। |
प्रभु राष्ट्रों के परमार्श को विफल कर देता है; वह जातियों के विचारों को व्यर्थ कर देता है।
उनके इष्ट देवताओं की मूर्तियां आग में झोंक दीं। प्रभु, ये मूर्तियां सच्चा ईश्वर नहीं थीं। वे केवल मनुष्य के हाथ की रचना, लकड़ी और पत्थर की मूर्तियां थीं। इसलिए वे नष्ट हो गई।
तू काम की तृप्ति के लिए यहां-वहां मत भटक, अपने पैरों को मत थका, और न प्यास से अपना गला सुखा! परन्तु तू कहती है, “नहीं, ऐसा नहीं हो सकता। मैं अन्य जाति के देवताओं से प्रेम करती हूं; मैं उनके ही पीछे-पीछे जाऊंगी।”
जो हम करते थे, करते हैं, और जो हमारे पूर्वजों ने, राजाओं ने, और हमारे उच्चाधिकारियों ने यहूदा प्रदेश के नगरों में, यरूशलेम की गलियों में किया था, वह करते रहेंगे। हम आकाश की रानी की मन्नतें मानेंगे, उसको धूप जलाएंगे, और उसको पेयबलि चढ़ाएंगे। उन दिनों में हम सुख-समृद्धि से रहते थे, पेट भर रोटी खाते थे, और हम पर कोई विपत्ति नहीं आई थी।
‘प्रभु कहता है : जब मैं तुम्हें इस देश में दण्ड दूंगा, तब यह उसका संकेत-चिह्न होगा, ताकि तुम यह निश्चय ही जान लो कि मेरे ये अनिष्ट वचन अवश्य पूरे होंगे :
तब प्रभु का आत्मा मुझ पर उतरा, और उसने मुझ से कहा, ‘तू इस प्रकार बोल: प्रभु यों कहता है, ओ इस्राएल-कुल के लोगो, तुम यही सोचते हो न! जो विचार तुम्हारे मन-मस्तिष्क में उठते हैं, उनको मैं जानता हूं।
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है: ओ गोग, उस दिन तेरे मन में ये विचार उत्पन्न होंगे, और तू यह दुष्कर्म करने की योजना बनाएगा।
वे शराब पीकर स्वर्ण, चांदी, पीतल, लोहे, लकड़ी और पाषाण की देवताओं की मूर्तियों की स्तुति करने लगे।
मेरे निज लोग काठ के पुतले से सलाह लेते हैं, वे पूजा के डण्डों से शकुन पूछते हैं! वेश्यावृत्ति की आत्मा ने उन्हें पथभ्रष्ट कर दिया है। उन्होंने मुझ-परमेश्वर को त्याग कर अन्य देवताओं पर विश्वास किया है।
आप इस संसार के अनुरूप आचरण न करें, बल्कि सब कुछ नयी दृष्टि से देखें और अपना स्वभाव बदल लें। इस प्रकार आप जान जायेंगे कि परमेश्वर क्या चाहता है और उसकी दृष्टि में क्या भला, सुग्राह्य तथा सर्वोत्तम है।
‘प्रभु तुझ को और तेरे राजा को, जिसे तूने अपने ऊपर प्रतिष्ठित किया है, ऐसे देश में ले जाएगा, जिसको न तू जानता है और न तेरे पूर्वज जानते थे। वहाँ तू पराए देवताओं की, लकड़ी और पत्थर की मूर्तियों की पूजा करेगा।
प्रभु तुझको पृथ्वी के एक सीमांत से दूसरे सीमांत तक, पृथ्वी की विभिन्न जातियों में तितर-बितर कर देगा। वहाँ तू उन पराए देवताओं की लकड़ी और पत्थर की मूर्तियों की पूजा करेगा जिन्हें न तू जानता है और न तेरे पूर्वज जानते थे।
वहां तुम मनुष्य के हाथ से बनाए गए लकड़ी और पत्थर के ऐसे देवताओं की सेवा करोगे, जो न देख सकते, न सुन सकते, न खा सकते और न सूंघ सकते हैं।
शेष मनुष्यों ने-जो इन विपत्तियों द्वारा नहीं मारे गये थे-अपने हाथों के कर्मों के लिए पश्चात्ताप नहीं किया। वे भूत-प्रेतों की पूजा करते रहे और सोना, चाँदी, पीतल, पत्थर और लकड़ी की उन देवमूर्तियों की भी, जो न तो देख सकती हैं, न सुन और चल सकती हैं।
उन्होंने शमूएल से कहा, ‘देखिए, आप अब वृद्ध हो गए हैं। आपके पुत्र भी आपके मार्ग पर नहीं चल रहे हैं। इसलिए अन्य राष्ट्रों के समान, आप हमारे लिए भी राजा नियुक्त कीजिए।’