तब बात मेरी समझ में आई कि परमेश्वर ने शमायाह को नबूवत के लिए नहीं भेजा था। तोबियाह और सनबल्लत ने उसको रुपयों से खरीद लिया था, इसलिए उसने मेरे विरुद्ध झूठी नबूवत की।
यहेजकेल 13:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या तुम्हारे दर्शन की बात सफेद झूठ नहीं है? क्या तुम झूठमूठ शकुन नहीं विचारते? तुम कहते हो, “प्रभु यह कहता है,” जबकि मैं तुम से कुछ कहता भी नहीं।’ पवित्र बाइबल “‘झूठे नबियों, जो दर्शन तुमने देखे, वे सत्य नहीं थे। तुमने अपने जादू किये और कहा कि कुछ घटित होगा, किन्तु तुम लोगों ने झूठ बोला। तुम कहते हो कि यह यहोवा का कथन है, किन्तु मैंने तुम लोगों से बातें नहीं की!’” Hindi Holy Bible क्या तुम्हारा दर्शन झूठा नहीं है, और क्या तुम झूठमूठ भावी नहीं कहते? तुम कहते हो, कि यहोवा की यह वाणी है; परन्तु मैं ने कुछ नहीं कहा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या तुम्हारा दर्शन झूठा नहीं है, और क्या तुम झूठमूठ भावी नहीं कहते? तुम कहते हो, ‘यहोवा की यह वाणी है;’ परन्तु मैं ने कुछ नहीं कहा है।” सरल हिन्दी बाइबल क्या तुमने झूठे दर्शन नहीं देखें और भविष्य की झूठी बातें नहीं कहीं, जब तुमने यह कहा, “याहवेह की यह घोषणा है,” हालाकि मैंने नहीं कहा था? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या तुम्हारा दर्शन झूठा नहीं है, और क्या तुम झूठमूठ भावी नहीं कहते? तुम कहते हो, ‘यहोवा की यह वाणी है;’ परन्तु मैंने कुछ नहीं कहा है।” |
तब बात मेरी समझ में आई कि परमेश्वर ने शमायाह को नबूवत के लिए नहीं भेजा था। तोबियाह और सनबल्लत ने उसको रुपयों से खरीद लिया था, इसलिए उसने मेरे विरुद्ध झूठी नबूवत की।
ये द्रष्टाओं को आदेश देते हैं: “परमेश्वर के दर्शन मत देखो;” और दर्शियों से कहते हैं, “जो कटु सत्य है उसकी नबूवत हम से मत करो। हमें मीठी-मीठी बातें सुनाओ, हमसे मिथ्या भविष्यवाणी कहो।
ओ नबियो, तुमने झूठी भविष्यवाणी की, और तुम झूठा शकुन विचार कर कहते रहे, “प्रभु यह कहता है” जबकि मैंने तुमको भेजा ही नहीं था। तुम मुझसे आशा करते हो कि मैं तुम्हारी झूठी भविष्यवाणी को पूरा करूं?
‘ओ यरूशलेम, तेरे नबी अपने लोगों के लिए मानो झूठ पर सफेदी चढ़ाते हैं। वे झूठे दर्शन देखते हैं, और उनके लिए मिथ्या सगुन विचारते हैं। वे मेरे नाम से झूठ बोलते हैं, कि मैं, स्वामी-प्रभु ने यह कहा है जब कि मैं उनसे कुछ कहता भी नहीं हूँ।
गृह-देवता बकवास करते हैं, शकुन विचारने वाले झूठे शकुन विचारते हैं। स्वप्न दर्शी झूठे स्वप्न देखते हैं, और झूठी शान्ति देते हैं। अत: जनता भेड़ के सदृश भटक गई है, उनका चरवाहा नहीं है, अत: वे संकट में हैं।