याकूब ने उस स्थान का नाम ‘पनीएल’ रखा; क्योंकि उसने कहा, ‘मैंने परमेश्वर को साक्षात् देखा फिर भी मैं जीवित रहा!’
यशायाह 9:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पदाति सैनिकों के जूते जो धब-धब करते हुए चलते हैं, और उनके रक्त-रंजित वस्त्र आग के कौर बन गए। पवित्र बाइबल हर वह कदम जो युद्ध में आगे बढ़ा, नष्ट कर दिया जायेगा। हर वह वर्दी जिस पर लहू के धब्बे लगे हुए हैं, नष्ट कर दी जायेगी। ये वस्तुएँ आग में झोंक दी जायेंगी। Hindi Holy Bible क्योंकि युद्ध में लड़ने वाले सिपाहियों के जूते और लोहू में लथड़े हुए कपड़े सब आग का कौर हो जाएंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि युद्ध में लड़नेवाले सिपाहियों के जूते और लहू में लथड़े हुए कपड़े सब आग का कौर हो जाएँगे। सरल हिन्दी बाइबल युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों के जूते और खून से भरे हुए कपड़े जला दिए जाएंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि युद्ध में लड़नेवाले सिपाहियों के जूते और लहू में लथड़े हुए कपड़े सब आग का कौर हो जाएँगे। |
याकूब ने उस स्थान का नाम ‘पनीएल’ रखा; क्योंकि उसने कहा, ‘मैंने परमेश्वर को साक्षात् देखा फिर भी मैं जीवित रहा!’
वह पृथ्वी की सीमा तक युद्धबन्दी करता है; वह धनुष को तोड़ता और भाले को टुकड़े- टुकड़े करता है; वह रथों को अग्नि से भस्म करता है।
उस पर ध्यान देना। उसकी वाणी को सुनना। उससे विद्रोह मत करना। वह तेरे अपराधों को क्षमा नहीं करेगा; क्योंकि मेरा नाम उसमें है।
सुनो, पहाड़ों पर कोलाहल हो रहा है, मानो अपार भीड़ की हलचल हो। सुनो, राज्यों की दहाड़! राष्ट्रों के एकत्र होने का स्वर। सेनाओं का प्रभु युद्ध के लिए सैनिकों को एकत्र कर रहा है।
प्रभु राष्ट्रों के मध्य न्याय करेगा; वह भिन्न-भिन्न कौमों को अपना निर्णय सुनायेगा। तब विश्व में शान्ति स्थापित होगी : राष्ट्र अपनी तलवारों को हल के फाल बनायेंगे, वे अपने भालों को हंसियों में बदल देंगे। एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र के विरुद्ध तलवार नहीं उठायेगा, वे युद्ध-विद्या फिर नहीं सीखेंगे।
बहुत समय से एक चिता तैयार है। वह राजा के लिए तैयार की गई है यह चिता गहरी और चौड़ी बनाई गई है। उस पर बहुत ईंधन और आग जमा है। प्रभु का श्वास जलते हुए गंधक की धारा की तरह उसे सुलगाएगा।
उस रात प्रभु का एक दूत बाहर निकला। वह असीरियाई सेना के पड़ाव में गया, और उसने वहां एक लाख पचासी हजार सैनिकों का वध कर दिया। जब सबेरा हुआ तब लोगों ने देखा कि शव पड़े हैं!
जब स्वामी सियोन की पुत्रियों के कलंक को दूर करेगा, और न्याय की आत्मा तथा अग्नि की आत्मा से यरूशलेम के खून के दागों को धोकर दूर करेगा,
तूने इस्राएली राष्ट्र की गुलामी के जूए को, उसके कन्धे की कांवर को, अत्याचारी की लाठी को तोड़ दिया है, जैसे मिद्यानी सेना के युद्ध-दिवस पर तूने किया था।
देखो, हमारे लिए एक बालक का जन्म हुआ है; हमें एक पुत्र दिया गया है। राज-सत्ता उसके कंधों पर है। उसका यह नाम रखा जाएगा : ‘अद्भुत् परामर्शदाता’, ‘शक्तिमान ईश्वर’, ‘शाश्वत पिता’, ‘शान्ति का शासक’।
प्रभु कहता है, ‘देखो, समय आ रहा है, जब मैं दाऊद के वंश-वृक्ष में एक शाखा निकालूंगा, और वह धार्मिक पुरुष होगा। वह राजा के रूप में राज्य करेगा। वह बुद्धि से शासन करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से राज्य करेगा।
जब शत्रु-सेना के घोड़ों की टाप सुनाई देगी, जब उसके रथ वेग से दौड़ेंगे, उनके पहियों की गड़गड़ाहट होगी, तब बच्चों के पिता के हाथ-पांव इतने ढीले पड़ जाएंगे कि वे मुड़कर अपने बच्चों को देखेंगे भी नहीं।
वे पहाड़ों की चोटियों पर कूद रहे हैं। उनके पंखों की सरसराहट रथों की खड़खड़ाहट जैसी सुनाई दे रही है; अथवा आग में धधकती खूँटियों की चटचटाहट है। टिड्डी-दल मानो युद्ध में पंिक्तबद्ध असंख्य सेना है।
पुरोहित इनको वेदी पर जलाएगा। यह आहार प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध है। सब चर्बी प्रभु की ही है।
ओ सैन्य-नगरी! अब तू दीवार से घिर गई है, शत्रुओं ने हमारे विरुद्ध घेराबन्दी की है। वे छड़ी से इस्राएल के शासक के गाल पर प्रहार करेंगे।
चाबुक की आवाज, पहियों के घूमने की आवाज सुनाई दे रही है। घोड़े दौड़ रहे हैं, रथ भाग रहे हैं।
केवल वही मुझ-प्रभु के मन्दिर का निर्माण करेगा और वही राजसी गौरव को प्राप्त करेगा। वह सिंहासन पर बैठेगा और शासन करेगा। उसके सिंहासन की दाहिनी ओर पुरोहित बैठेगा और उन दोनों के मध्य विचारों में तालमेल होगा।” ’
मैं तो तुम लोगों को जल से पश्चात्ताप का बपतिस्मा देता हूँ; किन्तु जो मेरे बाद आने वाले हैं, वह मुझ से अधिक शक्तिशाली हैं। मैं उनके जूते उठाने योग्य भी नहीं हूँ। वह तुम्हें पवित्र आत्मा और आग से बपतिस्मा देंगे।
मैं ऊपर आकाश में अद्भुत कार्य और नीचे पृथ्वी पर चिह्न दिखाऊंगा, अर्थात् रक्त, अग्नि और उड़ता हुआ धुआँ।
उन्हें एक प्रकार की आग दिखाई पड़ी, जो जीभों में विभाजित हो कर उन में से हर एक के ऊपर आ कर ठहर गयी।
जिस समय शाऊल पुरोहित से बात कर रहा था, उस समय पलिश्ती पड़ाव में होहल्ला बढ़ता ही जा रहा था। शाऊल ने पुरोहित से कहा, ‘अपने हाथ समेट लो, और चिट्ठी मत निकालो।’