जब एसाव ने आँखें ऊपर कीं, और स्त्रियों और बच्चों को देखा तब याकूब से पूछा, ‘ये तुम्हारे साथ कौन हैं?’ याकूब बोला, ‘परमेश्वर ने मुझ पर कृपा की और उसने मुझ को ये बच्चे प्रदान किए हैं। ये आपके सेवक के बच्चे हैं।’
यशायाह 8:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं और ये बच्चे, जो प्रभु ने मुझे दिए हैं, इस्राएल के लिए संकेत-चिह्न हैं : सियोन पर्वत पर विराजनेवाले सेनाओं के प्रभु की ओर से शकुन-चिह्न हैं। पवित्र बाइबल मैं और मेरे बच्चे इस्राएल के लोगों के लिये संकेत और प्रमाण हैं। हम उस सर्वशक्तिमान यहोवा के द्वारा भेजे गये हैं, जो सिय्योन पर्वत पर रहता है। Hindi Holy Bible देख, मैं और जो लड़के यहोवा ने मुझे सौंपे हैं, उसी सेनाओं के यहोवा की ओर से जो सिय्योन पर्वत पर निवास किए रहता है इस्राएलियों के लिये चिन्ह और चमत्कार हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) देख, मैं और जो लड़के यहोवा ने मुझे सौंपे हैं, उसी सेनाओं के यहोवा की ओर से जो सिय्योन पर्वत पर निवास किए रहता है इस्राएलियों के लिये चिह्न और चमत्कार हैं। सरल हिन्दी बाइबल देख: मैं यहां हूं, और याहवेह ने जो संतान मुझे दिये हैं! ज़ियोन पर्वत पर रहनेवाला जो सर्वशक्तिमान याहवेह हैं, उनकी ओर से हम चिन्ह और चमत्कार होंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 देख, मैं और जो लड़के यहोवा ने मुझे सौंपे हैं, उसी सेनाओं के यहोवा की ओर से जो सिय्योन पर्वत पर निवास किए रहता है इस्राएलियों के लिये चिन्ह और चमत्कार हैं। (इब्रा. 2:13) |
जब एसाव ने आँखें ऊपर कीं, और स्त्रियों और बच्चों को देखा तब याकूब से पूछा, ‘ये तुम्हारे साथ कौन हैं?’ याकूब बोला, ‘परमेश्वर ने मुझ पर कृपा की और उसने मुझ को ये बच्चे प्रदान किए हैं। ये आपके सेवक के बच्चे हैं।’
दाऊद ने यह कहा था, ‘इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर ने अपने निज लोगों को, हमें, युद्ध से विश्राम प्रदान किया है। प्रभु यरूशलेम नगर में सदा के लिए निवास करता है।
सियोन पर विराजने वाले प्रभु का गुणगान करो; जाति-जाति के लोगों में उसके कार्य प्रकट करो।
प्रभु पीड़ित को स्मरण रखता है। वह उसकी आह नहीं भूलता है। क्योंकि वह हत्या का प्रतिशोध लेने वाला प्रभु है!
ओ सियोन के निवासियो, जयजयकार करो, आनन्द से गीत गाओ; तुम्हारे मध्य रहनेवाला इस्राएल का पवित्र परमेश्वर महान है।”
राष्ट्र के राजदूतों को क्या उत्तर देना चाहिए? यह कि प्रभु ने सियोन की नींव डाली है, उसकी प्रजा के दु:खी जन उसमें शरण लेंगे।
तब प्रभु ने यह कहा, “जैसे मेरा सेवक यशायाह तीन वर्ष तक मिस्र देश और इथियोपिआ देश के विरुद्ध संकेत-चिह्न और चमत्कार स्वरूप नंगे बदन और नंगे पैर चलता-फिरता रहा,
तब चन्द्रमा शर्म से मुंह छिपाएगा, सूर्य का मुंह काला होगा; क्योंकि आकाश की शक्तियों का प्रभु सियोन पर्वत पर, यरूशलेम नगर पर शासन करेगा; और अपने सेवक-धर्मवृद्धों के सम्मुख अपनी महिमा प्रकट करेगा।
यह प्रभु की इच्छा थी कि वह मार सहे, प्रभु ने उसे दु:ख से पीड़ित किया। जब वह पाप-बलि के लिए अपना प्राण अर्पित करता है, तब वह अपने वंश को देखेगा; वह दीर्घायु प्राप्त करेगा। उसके हाथ से प्रभु की इच्छा सफल होगी।
हे राजा, जब बालक भले और बुरे को पहचानने लगेगा, उसके पूर्व ही प्रभु उस देश को उजाड़ देगा जिसके दो राजाओं से तू अभी घबरा रहा है।
प्रभु ने यशायाह से कहा, ‘तू तथा तेरा पुत्र शआर-याशूब आहाज से मिलने के लिए जाओ। “धोबी खेत” की ओर जानेवाली सड़क पर एक उपरला पोखर है। उससे एक नहर निकली है। इसी नहर पर तुम्हें आहाज मिलेगा।
मैंने अपनी पत्नी से संभोग किया। वह गर्भवती हुई, और उसने एक पुत्र को जन्म दिया। तब प्रभु ने मुझसे यह कहा, ‘तू अपने पुत्र का नाम “महेर-शालाल-हाशबज” रख,
‘प्रभु कहता है : जब मैं तुम्हें इस देश में दण्ड दूंगा, तब यह उसका संकेत-चिह्न होगा, ताकि तुम यह निश्चय ही जान लो कि मेरे ये अनिष्ट वचन अवश्य पूरे होंगे :
उनके सामने ही अपना सामान कंधे पर उठाना और अंधकार में चले जाना। निष्कासित होनेवाले बंदी के समान तू अपनी आंखों पर पट्टी बांध लेना ताकि निष्कासित होते समय तू अपने देश को न देख सके; क्योंकि मैंने तुझको इस्राएली कुल के लिए एक चिह्न ठहराया है।’
मैं उस व्यक्ति से विमुख हो जाऊंगा। मैं दूसरों को सीख देने के लिए उसको चिह्न बनाऊंगा। वह अपनी दुर्दशा के कारण जनसमाज में कहावत बन जाएगा। मैं उसको अपने निज लोगों के मध्य से निकाल दूंगा। तब तुम्हें मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं।
तब लोहे का एक तवा ले, और उसको दीवार के रूप में रख दे : यह तेरे और नगर के मध्य मानो लोहे की दीवार होगी। तू नगर की ओर मुँह कर, और उसको घेर ले। घेराव की स्थिति बनाए रख। यह रेखाचित्र इस्राएल-कुल की स्थिति का संकेत-चिह्न है।
महापुरोहित यहोशुअ, सुन! तेरे साथ तेरे पुरोहित मित्र भी सुनें, जो तेरे सम्मुख बैठे हैं, क्योंकि ये शुभ शकुन हैं। मैं अपने सेवक को, राजवंश की एक “शाखा” को लाऊंगा।
प्रभु यों कहता है: मैं सियोन पर्वत को लौटूंगा। मैं यरूशलेम के मध्य निवास करूंगा और यरूशलेम “सत्य नगर” कहलाएगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का पर्वत “पवित्र पर्वत” होगा।
शिमोन ने उन्हें आशीर्वाद दिया और बालक की माता मरियम से यह कहा, “देखिए, यह बालक एक ऐसा चिह्न है जिसका लोग विरोध करेंगे। इस के कारण इस्राएल में बहुतों का पतन और उत्थान होगा
ये अभिशाप चेतावनी-चिह्न तथा आश्चर्यपूर्ण कार्य के रूप में तेरे और तेरे वंश पर सदा रहेंगे।
आप लोगों में कुछ को सब के देखते-देखते अपमान और अत्याचार सहना पड़ा, अथवा कुछ को ऐसी स्थिति में पड़े हुओं के भागीदार बनना पड़ा।
आप लोग सियोन पर्वत, जीवन्त परमेश्वर के नगर, स्वर्गीय यरूशलेम के पास पहुँचे हैं, जहाँ लाखों स्वर्गदूत आनन्द-उत्सव मनाते हैं