यशायाह 60:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह देखकर तू प्रसन्नता से प्रफुल्लित हो उठेगी, तेरा हृदय हर्षित और गदगद हो उठेगा; क्योंकि समुद्र का अपार धन, राष्ट्रों की धन-सम्पत्ति तेरे पास आएगी। पवित्र बाइबल “ऐसा भविष्य में होगा और ऐसे समय में जब तुम अपने लोगों को देखोगे तब तुम्हारे मुख खुशी से चमक उठेंगे। पहले तुम उत्तेजित होगे किन्तु फिर आनन्दित होवोगे। समुद्र पार देशों की सारी धन दौलत तेरे सामने धरी होगी। तेरे पास देशों की सम्पत्तियाँ आयेंगी। Hindi Holy Bible तब तू इसे देखेगी और तेरा मुख चमकेगा, तेरा हृदय थरथराएगा और आनन्द से भर जाएगा; क्योंकि समुद्र का सारा धन और अन्यजातियों की धन-सम्पति तुझ को मिलेगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब तू इसे देखेगी और तेरा मुख चमकेगा, तेरा हृदय थरथराएगा और आनन्द से भर जाएगा; क्योंकि समुद्र का सारा धन और जाति जाति की धन–सम्पत्ति तुझ को मिलेगी। सरल हिन्दी बाइबल तब तुम देखोगे तथा आनंदित होओगे, तुम्हारा हृदय आनंद से भर जाएगा; क्योंकि सागर का सारा धन तुम्हारा हो जायेगा, और देशों की धन-संपत्ति तुम्हारी हो जाएगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब तू इसे देखेगी और तेरा मुख चमकेगा, तेरा हृदय थरथराएगा और आनन्द से भर जाएगा; क्योंकि समुद्र का सारा धन और जाति-जाति की धन-सम्पत्ति तुझको मिलेगी। (यिर्म. 33:9, योए. 2:26, यशा. 61:6) |
प्रभु पर दृष्टि करो, तब तुम्हारा मुख प्रकाशमय हो जाएगा; और तुम अपने विश्वास के लिए कभी लज्जित न होगे!
उसके व्यापार का लाभ, उसकी आय प्रभु को अर्पित की जायेगी। अर्पण का यह धन न भण्डारगृह में संचय किया जाएगा, और न व्यर्थ उसको जमा किया जाएगा, वरन् वह प्रभु के सम्मुख रहनेवालों के प्रचुर भोजन और भव्य वस्त्रों पर व्यय होगा।
अपने तम्बू का स्थान चौड़ा कर, अपने शिविर की कनातें लम्बी कर; हाथ मर रोक; अपनी रस्सियों को लम्बा और खूटों को मजबूत कर।
तेरे प्रवेश-द्वार निरन्तर खुले रहेंगे; वे दिन-रात कभी बन्द न होंगे, ताकि लोग अपने-अपने राष्ट्र का धन तेरे पास ला सकें; उनके राजा उनकी अगुवायी करेंगे।
किन्तु तुम ‘प्रभु के पुरोहित’ कहलाओगे; अन्य जातियों के लोग तुम्हें ‘हमारे परमेश्वर के सेवक’ कहेंगे। तुम राष्ट्रों की धन-सम्पत्ति भोगोगे, उनके वैभव से तुम्हारा ऐश्वर्य बढ़ेगा।
प्रभु यों कहता है : ‘मैं यरूशलेम की समृद्धि को नदी की बाढ़ के सदृश बनाऊंगा; राष्ट्रों की सम्पत्ति को उमड़ती हुई जल-धारा के समान उसकी ओर प्रवाहित करूंगा। ओ यरूशलेम के पुत्र-पुत्रियो! तुम अपनी मां का स्तन-पान करोगे! वह तुम्हें अपनी पीठ पर बैठाकर ले जाएगी। तुम उसके घुटनों पर कूदोगे।
यह नगर पृथ्वी के सब राष्ट्रों में मेरे लिए एक आनन्ददायक नाम, स्तुति और महिमा का स्थान बन जाएगा। जो भलाई मैं इस नगर के रहने वालों के लिए करूंगा, उसके विषय में पृथ्वी की सब जातियां सुनेंगी, और उनसे भयभीत होंगी। मैं इस नगर का कल्याण करूंगा और इस को समृद्ध बनाऊंगा। इसके कल्याण और समृद्धि को देख कर विश्व की जातियां डर से कांपेंगी।’
तत्पश्चात् इस्राएली लौटेंगे, और अपने प्रभु परमेश्वर तथा अपने राजा दाऊद को खोजेंगे। वे प्रभु की आशिष के लिए, जो वह आनेवाले दिनों में उन्हें देगा, भय से कांपते हुए प्रभु के पास आएंगे।
जिसे पाँच सिक्के मिले थे, उसने तुरन्त जा कर उनके साथ लेन-देन किया तथा और पाँच सिक्के कमा लिये।
पतरस के साथ आये हुए यहूदी विश्वासी यह देख कर चकित रह गये कि पवित्र आत्मा का वरदान गैर-यहूदियों पर भी उण्डेला गया;
जब परमेश्वर ने उन्हें वही वरदान दिया, जो हमें प्रभु येशु मसीह में विश्वास करने वालों को मिला है, तो मैं कौन था जो परमेश्वर के मार्ग में बाधा डालता?”
“कई वर्षों तक विदेश में रहने के बाद मैं अपने लोगों को दान पहुँचाने और मन्दिर में भेंट चढ़ाने आया था।
भाइयो और बहिनो! कहीं ऐसा न हो कि आप अपने को बहुत बुद्धिमान समझ बैठें। इसलिए मैं आप लोगों पर यह रहस्य प्रकट करना चाहता हूँ—इस्राएल का एक भाग तब तक अन्धा बना रहेगा, जब तक गैर-यहूदियों की पूरी जनसंख्या का प्रवेश न हो जाये।
क्योंकि मकिदुनिया तथा यूनान की कलीसियाओं ने यह शुभ संकल्प किया है कि वे सहभागिता के रूप में यरूशलेम के गरीब संतों के लिए कुछ सहायता भेजें।
हम अपनी सीमा का उल्लंघन करते हुए दूसरे के परिश्रम पर गर्व नहीं करते, बल्कि हम आशा करते हैं कि ज्यों-ज्यों आप लोगों का विश्वास बढ़ता जाएगा, आप लोगों में हमारे कार्य-क्षेत्र का भी विस्तार होगा
वे लोगों को पहाड़ पर आमंत्रित करेंगे, वहाँ वे सफलता के लिए धर्ममय बलि चढ़ाएंगे। क्योंकि वे समुद्र के प्रचुर धन से, रेतकणों में छिपी सम्पत्ति से लाभ कमाते हैं।’
हन्नाह ने प्रार्थना की और कहा: ‘मेरा हृदय प्रभु में फूला नहीं समा रहा है। मेरे परमेश्वर के कारण मेरा सिर ऊंचा हुआ है। अब अपने शत्रुओं के प्रति मेरा मुँह खुल गया है; अपने उद्धारकर्ता के कारण मैं आनन्द मनाती हूँ।