किन्तु तुम लोग, जिन्होंने मुझ-प्रभु को त्याग दिया है, जिन्होंने मेरे पवित्र पर्वत को भुला दिया है, जो भाग्य-देवता की मेज पर अन्न की भेंट अर्पित करते हो, नियति देवी को मसाला मिश्रित मदिरा चढ़ाते हो,
यशायाह 57:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ भ्रष्ट नगरी! घाटी में पूजा के चिकने पत्थर ही तेरा भाग हैं; वे ही तेरा अंश हैं। उनको ही तूने पेय-बलि चढ़ाई, उनके लिए तू अन्न-बलि लाई। क्या मैं-प्रभु तेरे इन कामों को देखकर शान्त रहूंगा? पवित्र बाइबल नदी की गोल बट्टियों को तुम पूजना चाहते हो। तुम उन पर दाखमधु उनकी पूजा के लिये चढ़ाते हो। तुम उन पर बलियों को चढ़ाया करते हो किन्तु तुम उनके बदले बस पत्थर ही पाते हो। क्या तुम यह सोचते हो कि मैं इससे प्रसन्न होता हूँ नहीं! यह मुझको प्रसन्न नहीं करता है। तुम हर किसी पहाड़ी और हर ऊँचे पर्वत पर अपना बिछौना बनाते हो। Hindi Holy Bible नालों के चिकने पत्थर ही तेरा भाग और अंश ठहरे; तू ने उनके लिये तपावन दिया और अन्नबलि चढ़ाया है। क्या मैं इन बातों से शान्त हो जाऊं? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) नालों के चिकने पत्थर ही तेरा भाग और अंश ठहरे; तू ने उनके लिये तपावन दिया और अन्नबलि चढ़ाया है। क्या मैं इन बातों से शान्त हो जाऊँ? सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारा संबंध तो चट्टान के उन चिकने पत्थरों से है; वही तुम्हारा भाग और अंश है. तुम उन्हीं को अन्नबलि और पेय बलि चढ़ाते हो. क्या इन सबसे मेरा मन शांत हो जाएगा? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 नालों के चिकने पत्थर ही तेरा भाग और अंश ठहरे; तूने उनके लिये तपावन दिया और अन्नबलि चढ़ाया है। क्या मैं इन बातों से शान्त हो जाऊँ? |
किन्तु तुम लोग, जिन्होंने मुझ-प्रभु को त्याग दिया है, जिन्होंने मेरे पवित्र पर्वत को भुला दिया है, जो भाग्य-देवता की मेज पर अन्न की भेंट अर्पित करते हो, नियति देवी को मसाला मिश्रित मदिरा चढ़ाते हो,
‘जो आराधक बलि चढ़ाने के लिए बैल का वध करता है, वह मानो मनुष्य की हत्या करता है; जो आराधक मेमने की बलि करता है वह मानो कुत्ते की गरदन तोड़ता है; जो आराधक अन्न-बलि चढ़ाता है, वह मानो सूअर का रक्त अर्पित करता है; जो आराधक ‘स्मृति-बलि’ में लोबान जलाता है वह मानो मूर्ति की पूजा करता है। ऐसे आराधक आराधना की अपनी ही पद्धति चुनते हैं, उनके प्राण ऐसी ही घृणित आराधना से प्रसन्न होते हैं।
यहूदा प्रदेश के राजाओं के महल, यरूशलेम निवासियों के मकान, जहां आकाश की प्राकृतिक शक्तियों को सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाया गया है, अन्य देवी-देवताओं को पेय-बलि चढ़ायी गयी है, वे सब घर तोपेत पूजा-स्थल के समान अशुद्ध होंगे।” ’
यहूदा को यह व्यभिचार-कर्म बड़ा हल्का जान पड़ा। अत: उसने पत्थरों और काठ स्तम्भों की पूजा करके सारे प्रदेश को भ्रष्ट कर दिया।
इस नगर पर आक्रमण करनेवाले कसदी सैनिक नगर में प्रवेश करेंगे, और इस में आग लगा देंगे। वे उन मकानों को भस्म कर देंगे जिनकी छतों पर बअल देवता के लिए धूप-द्रव्य जलाए गए थे, अन्य देवी-देवताओं को पेयबलि अर्पित की गई थी, और यों मुझे क्रोध के लिए उकसाया गया था।
तब क्या मैं उनके इन दुष्कर्मों के लिए उनको दण्ड न दूंगा? क्या मैं ऐसी पापी कौम से प्रतिशोध न लूं?’ प्रभु की यह वाणी है।
क्या मैं उनके इस व्यभिचार के लिए उनको दण्ड न दूंगा? क्या मैं ऐसी जाति से प्रतिशोध न लूं?’ प्रभु की यह वाणी है।
“आकाश की रानी” को वे देवी मानते हैं। उसको रोटी चढ़ाने के लिए पुत्र-पुत्रियां लकड़ी बीनते हैं, पिता चूल्हे में आग सुलगाता है, और मां आटा गूंधती है। वे दूसरे देवताओं को पेय-बलि चढ़ाते हैं। क्या इससे मेरा क्रोध नहीं भड़केगा?
क्या मुझे उनके इन दुष्कर्मों के लिए उन्हें दण्ड नहीं देना चाहिए? क्या मैं ऐसी जाति से प्रतिशोध न लूं?’ प्रभु की यह वाणी है।
‘मैं, स्वामी-प्रभु कहता हूँ: यदि तुम भी, ओ इस्राएल के वंशजो, मेरी बात सुनना नहीं चाहते, और मूर्ति-पूजा करना चाहते हो, तो जाओ, और अपने-अपने गृह-देवता की मूर्ति को गले लगाओ, उसकी पूजा करो! लेकिन अपनी भेंटों और मूर्तियों द्वारा तुम मेरे पवित्र नाम को अपवित्र नहीं कर पाओगे।
धिक्कार है तुझे! तू लकड़ी की प्रतिमा से कहता है “जाग!” तू गूंगे पत्थर से कहता है : “उठ!” क्या यह तुझे सिखा सकता है? यद्यपि उस पर सोना-चांदी मढ़ा है, तथापि उसमें प्राण कहाँ है?’