किन्तु योआश के राज्य-काल के तेईसवें वर्ष तक भी पुरोहितों ने भवन की कोई मरम्मत नहीं की।
यशायाह 56:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस्राएल के पहरेदार अन्धे हैं; वे सबके सब अज्ञानी हैं। वे गूंगे कुत्ते हैं, जो भौंक नहीं सकते। उन्हें पड़े-पड़े नींद में स्वप्न देखता प्रिय है। पवित्र बाइबल ये धर्म के रखवाले (नबी) सभी नेत्रहीन हैं। उनको पता नहीं कि वे क्या कर रहे हैं। वे उस गूँगे कुत्ते के समान हैं जो नहीं जानता कि कैसे भौंका जाता है वे धरती पर लोटते हैं और सो जाते हैं। हाय! उनको नींद प्यारी है। Hindi Holy Bible उसके पहरूए अन्धे हैं, वे सब के सब अज्ञानी हैं, वे सब के सब गूंगे कुत्ते हैं जो भूंक नहीं सकते; वे स्वप्न देखने वाले और लेटे रहकर सोते रहना चाहते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसके पहरुए अंधे हैं, वे सब के सब अज्ञानी हैं, वे सब के सब गूँगे कुत्ते हैं जो भौंक नहीं सकते; वे स्वप्न देखनेवाले और लेटे रहकर सोते रहना चाहते हैं। सरल हिन्दी बाइबल अंधे हैं उनके पहरेदार, अज्ञानी हैं वे सभी; वे ऐसे गूंगे कुत्ते हैं, जो भौंकते नहीं; बिछौने पर लेटे हुए स्वप्न देखते, जिन्हें नींद प्रिय है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसके पहरुए अंधे हैं, वे सब के सब अज्ञानी हैं, वे सब के सब गूँगे कुत्ते हैं जो भौंक नहीं सकते; वे स्वप्न देखनेवाले और लेटे रहकर सोते रहना चाहते हैं। |
किन्तु योआश के राज्य-काल के तेईसवें वर्ष तक भी पुरोहितों ने भवन की कोई मरम्मत नहीं की।
प्रभु ने तुम पर घोर आलस्य की आत्मा प्रेषित की है! उसने नबियों को, जो तुम्हारे नेत्र थे, बन्द कर दिया; तुम्हारे द्रष्टाओं पर, जो तुम्हारे मस्तिष्क थे, परदा डाल दिया!
अरे यहूदा प्रदेश के निवासियो, अवाक् हो, और अवाक् ही बने रहो! अपनी आंखें फोड़ लो, और अन्धे हो जाओ! मतवाले हो, पर मदिरा पीकर नहीं; लड़खड़ाओ, लेकिन शराब पीकर नहीं!
सुन, तेरे पहरेदार उच्चस्वर में सब मिलकर, आनन्द से गीत गा रहे है; वे साक्षात् देख रहे हैं कि प्रभु सियोन को लौट रहा है।
गला फाड़कर पुकार, तुरही के उच्च स्वर के सदृश आवाज दे! मेरे निज लोगों पर उनके अपराध प्रकट कर, याकूब के वंशजों को उनके पाप बता।
वे अंधों की तरह गलियों में भटकते हैं; उनकी पोशाक धार्मिकों के खून से कलंकित है, अत: कोई उनकी पोशाक को स्पर्श नहीं करता।
ये इस्राएल के नबी यरूशलेम के कुशल-मंगल की नबूवत करते थे। ये यरूशलेम की शान्ति के दर्शन देखते थे, जबकि वहां शान्ति थी ही नहीं। स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
‘यदि पहरेदार यह देखता है कि उसके देश पर शत्रु का आक्रमण होनेवाला है और वह जनता को सावधान करने के लिए नरसिंगा नहीं फूंकता है, और लोग सावधान नहीं होते हैं और शत्रु का आक्रमण होने पर यदि एक भी व्यक्ति उसकी तलवार से मारा जाएगा, तो मरनेवाला यद्यपि अपने अधर्म में मरेगा तो भी मैं पहरेदार को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराऊंगा और उससे खून का लेखा लूंगा।
मेरे निज लोग ईश्वरीय ज्ञान के अभाव में नष्ट हो गए। तूने मेरा ज्ञान प्राप्त करना स्वीकार नहीं किया, इसलिए मैं भी तुझे पुरोहित-पद पर स्वीकार नहीं करूंगा। तू मुझ-परमेश्वर की व्यवस्था भूल गया, अत: मैं भी तेरे पुरोहित-वंश को भूल जाऊंगा।
ओ असीरिया के राजा, तेरे चरवाहे सो रहे हैं, तेरे सामन्त ऊंघ रहे हैं। तेरी प्रजा पर्वतों पर बिखरी पड़ी है, उन्हें इकट्ठा करनेवाला कोई नहीं है।
उन्हें रहने दो; वे अन्धों के अन्धे पथप्रदर्शक हैं। यदि अन्धा अन्धे को मार्ग दिखाए तो दोनों ही गड्ढे में गिरेंगे।”
आप उन कुत्तों से सावधान रहें, दुष्ट कार्यकर्ताओं से सावधान रहें, अंगच्छेद करने वालों से सावधान रहें।