यशायाह 56:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु यों कहता है : ‘न्याय का पालन करो, और धर्म के कार्य करो; क्योंकि मेरी मुक्ति का आगमन समीप है, मेरा उद्धार शीघ्र प्रकट होगा। पवित्र बाइबल यहोवा ने यें बातें कही थीं, “सब लोगों के साथ वही काम करो जो न्यायपूर्ण हों! क्यों क्योंकि मेरा उद्धार शीघ्र ही तुम्हारे पास आने को है। सारे संसार में मेरा छुटकारा शीघ्र ही प्रकट होगा।” Hindi Holy Bible यहोवा यों कहता है, न्याय का पालन करो, और धर्म के काम करो; क्योंकि मैं शीघ्र तुम्हारा उद्धार करूंगा, और मेरा धर्मी होना प्रगट होगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा यों कहता है, “न्याय का पालन करो, और धर्म के काम करो; क्योंकि मैं शीघ्र तुम्हारा उद्धार करूँगा, और मेरा धर्मी होना प्रगट होगा। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह यों कहते हैं: “न्याय का यों पालन करो तथा धर्म के काम करो, क्योंकि मैं जल्द ही तुम्हारा उद्धार करूंगा, मेरा धर्म अब प्रकट होगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा यह कहता है, “न्याय का पालन करो, और धर्म के काम करो; क्योंकि मैं शीघ्र तुम्हारा उद्धार करूँगा, और मेरा धर्मी होना प्रगट होगा। |
जो मुझे ‘स्तुति-बलि’ चढ़ाता है, वह मेरी महिमा करता है; जो अपना आचारण निर्दोष रखता है, उसे मैं−परमेश्वर, अपने उद्धार के दर्शन कराऊंगा।”
निश्चय प्रभु का उद्धार उन लोगों के समीप है जो उससे डरते हैं; प्रभु की महिमा हमारे देश में निवास करेगी।
प्रभु महान है; क्योंकि वह उच्च स्थान पर विराजमान है। वह सियोन पर्वत को न्याय और धार्मिकता से परिपूर्ण करेगा।
मैं अपना उद्धार तुम्हारे समीप ला रहा हूं, अब वह तुमसे बहुत दूर नहीं है। मेरी ओर से उद्धार में देर नहीं होगी। मैं सियोन को अपना उद्धार, और इस्राएल को अपनी महिमा प्रदान करूंगा।
मेरा मुक्ति-कार्य समीप है; मेरा उद्धार ज्योति के सदृश प्रकट होगा; मैं अपने भुजबल से सब राष्ट्रों पर शासन करूंगा। समुद्रतट के द्वीप मेरी प्रतीक्षा करेंगे; वे मेरे सामर्थ्य पर आशा रखेंगे।
दुर्जन मनुष्य अपने मार्ग को छोड़ दे, और अधार्मिक व्यक्ति अपने बुरे विचारों को। वह प्रभु की ओर लौटे, जिससे प्रभु उस पर दया करे। वह हमारे परमेश्वर के पास आए; क्योंकि प्रभु उसे पूर्णत: क्षमा करेगा।
प्रभु कहता है : ‘मैं न्याय से प्रेम करता हूं, मुझे अन्याय और लूटमार से घृणा है। मैं अपने निज लोगों को सच्चाई से उनका प्रतिफल दूंगा। मैं उनके साथ स्थायी विधान स्थापित करूंगा।
तू उन लोगों से मिलता है जो आनन्दपूर्वक धर्म के कार्य करते हैं; जो तेरे मार्गों पर चलकर तुझे स्मरण करते हैं। देख, तू हमसे क्रोधित था, क्योंकि हमने पाप किया था। हम बहुत समय तक पाप की अवस्था में रहे। क्या हम बच सकते हैं?
“तेरी कौम और तेरे पवित्र नगर के लिए वर्षों के सत्तर सप्ताह निश्चित किए गए हैं। इन वर्षों के व्यतीत होने में सब प्रकार के अपराध समाप्त हो जाएँगे, पाप का अन्त हो जाएगा, अधर्म का प्रायश्चित कराया जाएगा, धार्मिकता शाश्वत बना दी जाएगी, दर्शन और नबूवत सत्य प्रमाणित होगी और “परम पवित्र’ को अभ्यंजित किया जाएगा।
ओ मानव, प्रभु ने तुझे बताया है कि उचित क्या है, और वह तुझसे क्या चाहता है। यही न कि तू न्याय-सिद्धान्त का पालन करे करुणा से प्रेम करे, और नम्रतापूर्वक अपने परमेश्वर के मार्ग पर चले?
मैंने प्रभु के प्रति पाप किया है; जब तक प्रभु मेरा पक्ष नहीं लेगा, और मेरे पक्ष में निर्णय नहीं देगा, तब तक मुझे प्रभु का कोप सहना ही होगा। वह मुझे प्रकाश तक पहुंचाएगा; और मैं उसके उद्धार के दर्शन करूंगी।
‘मेरे सेवक मूसा की व्यवस्था, संविधियों और न्याय-सिद्धान्तों को स्मरण रखो। यह मैंने उसे होरेब पर्वत पर समस्त इस्राएली लोगों के लिए दिए थे।
उस समय से येशु प्रचार करने और यह संदेश सुनाने लगे, “हृदय-परिवर्तन करो, क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है।”
“समय पूरा हो चुका है। परमेश्वर का राज्य निकट आ गया है। पश्चात्ताप करो और शुभ समाचार पर विश्वास करो।”
यदि कोई उसकी इच्छा पूरी करने का संकल्प करेगा, तो वह यह जान जाएगा कि मेरी शिक्षा परमेश्वर की ओर से है अथवा मैं अपनी ओर से बोलता हूँ।
शुभ समाचार में परमेश्वर की धार्मिकता, जो आदि से अन्त तक विश्वास पर आधारित है, प्रकट हो रही है, जैसा कि धर्मग्रन्थ में लिखा है : “धार्मिक मनुष्य विश्वास के द्वारा जीवन प्राप्त करेगा”