प्रभु ने देखा कि पृथ्वी पर मनुष्य का दुराचार बढ़ गया है, और उसके मन के सारे विचार निरन्तर बुराई के लिए ही होते हैं।
यशायाह 55:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दुर्जन मनुष्य अपने मार्ग को छोड़ दे, और अधार्मिक व्यक्ति अपने बुरे विचारों को। वह प्रभु की ओर लौटे, जिससे प्रभु उस पर दया करे। वह हमारे परमेश्वर के पास आए; क्योंकि प्रभु उसे पूर्णत: क्षमा करेगा। पवित्र बाइबल हे पापियों! अपने पापपूर्ण जीवन को त्यागो। तुमको चाहिये कि तुम बुरी बातें सोचना त्याग दो। तुमको चाहिये कि तुम यहोवा के पास लौट आओ। जब तुम ऐसा करोगे तो यहोवा तुम्हें सुख देगा। उन सभी को चाहिये कि वे यहोवा की शरण में आयें क्योंकि परमेश्वर हमें क्षमा करता है। Hindi Holy Bible दुष्ट अपनी चालचलन और अनर्थकारी अपने सोच विचार छोड़कर यहोवा ही की ओर फिरे, वह उस पर दया करेगा, वह हमारे परमेश्वर की ओर फिरे और वह पूरी रीति से उसको क्षमा करेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दुष्ट अपनी चालचलन और अनर्थकारी अपने सोच विचार छोड़कर यहोवा ही की ओर फिरे, वह उस पर दया करेगा, वह हमारे परमेश्वर की ओर फिरे और वह पूरी रीति से उसको क्षमा करेगा। सरल हिन्दी बाइबल दुष्ट अपनी चालचलन और पापी अपने सोच-विचार छोड़कर याहवेह की ओर आए. तब याहवेह उन पर दया करेंगे, जब हम परमेश्वर की ओर आएंगे, तब वह हमें क्षमा करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दुष्ट अपनी चाल चलन और अनर्थकारी अपने सोच-विचार छोड़कर यहोवा ही की ओर फिरे, वह उस पर दया करेगा, वह हमारे परमेश्वर की ओर फिरे और वह पूरी रीति से उसको क्षमा करेगा। |
प्रभु ने देखा कि पृथ्वी पर मनुष्य का दुराचार बढ़ गया है, और उसके मन के सारे विचार निरन्तर बुराई के लिए ही होते हैं।
और वह राजा आसा से मिलने के लिए गया। अजर्याह ने उससे कहा, ‘महाराज आसा, यहूदा और बिन्यामिन भूमि-क्षेत्रों के निवासियो, मेरी बात सुनो। ‘जब तुम प्रभु के साथ रहोगे तब वह तुम्हारे साथ रहेगा; जब तुम उसको खोजोगे तब वह तुम्हें मिलेगा। किन्तु यदि तुम उसको त्याग दोगे तो वह तुम्हें भी त्याग देगा!
परन्तु जब-जब इस्राएली संकट के समय प्रभु परमेश्वर की ओर लौटे और उन्होंने अपने परमेश्वर की खोज की, तब-तब उन्होंने उसको पाया।
अत: सन्देशवाहक राजा हिजकियाह तथा उसके उच्चाधिकारियों के पत्र लेकर समस्त इस्राएल और यहूदा प्रदेशों में गए। राजा हिजकियाह ने पत्र में यह लिखा था : ‘ओ इस्राएली राष्ट्र के लोगो, तुम जो असीरिया देश के राजाओं के हाथ से बच गए हो, अपने पूर्वजों, अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के प्रभु परमेश्वर के पास लौटो, ताकि वह तुम्हारी ओर पुन: लौटे।
उसने परमेश्वर से प्रार्थना की और परमेश्वर ने उसकी विनती स्वीकार की। उसने उसकी प्रार्थना सुनी; और उसको पुन: यरूशलेम में ले आया, और उसका राज्य लौटा दिया। तब मनश्शे को ज्ञात हुआ कि प्रभु ही परमेश्वर है।
तब यदि मेरे निज लोग, जो मेरे अपने लोग हैं, जिनको मैंने अपना नाम दिया है, स्वयं को विनम्र और दीन बनाएंगे, मुझसे प्रार्थना करेंगे, और मेरे मुख का दर्शन प्राप्त करने का प्रयत्न करेंगे, और अपने बुरे आचरण को छोड़ देंगे, तो मैं स्वर्ग से उनकी प्रार्थना को सुनूंगा, और उनके पाप क्षमा कर दूंगा, मैं उनके देश को रोग-मुक्त कर दूंगा।
यदि तुम विनम्र भाव से सर्वशक्तिमान परमेश्वर की ओर लौटोगे, यदि तुम अपने निवास-स्थान से अधर्म को दूर करोगे,
ओ इस्राएल, प्रभु की आशा कर! क्योंकि प्रभु के साथ करुणा है। प्रभु के साथ अपार उद्धार है।
हे परमेश्वर, तू करुणामय है; मुझ पर कृपा कर। मेरे अपराधों को मिटा दे, क्योंकि तेरा अनुग्रह असीम है।
जो मनुष्य अपने अपराध छिपाता है वह जीवन में उन्नति नहीं करता; परन्तु अपने अपराध को स्वीकार करनेवाले और उसको पुन: न करनेवाले मनुष्य पर परमेश्वर दया करता है।
प्रभु याकूब के वंश पर पुन: दया करेगा। वह इस्राएल को फिर अपनाएगा। वह इस्राएलियों को उनके देश में फिर बसाएगा। विदेशी भी उनसे मिल जाएंगे, और याकूब के वंशजों के साथ घुल-मिल कर रहेंगे।
रखवाला कहता है : “सबेरा हो रहा है, पर रात फिर आएगी। यदि पूछना चाहते हो, तो पूछो। लौटकर फिर आओ।”
धूर्त्त की धूर्त्तता बुरी होती है। वह दुष्टतापूर्ण कुचक्र रचता है: चाहे गरीब सच्चाई के मार्ग पर क्यों न हो, धूर्त्त उसको झूठी बातों से लूटता है।
यरूशलेम के हृदय से बात करो, उसको बताओ कि उसके निष्कासन के दिन पूरे हो गए; उसके अधर्म का मूल्य चुका दिया गया; उसे मुझ-प्रभु के हाथ से अपने पापों का दुगना दण्ड प्राप्त हो चुका है।”
मैं, मैं ही ‘वह’ प्रभु हूं; मैं अपने निमित्त तेरे अपराध क्षमा कर देता हूं, मैं तेरे पाप स्मरण नहीं रखूंगा।
मैंने बादलों की तरह तेरे अपराध लोप कर दिए; कुहरे के समान तेरे पाप उड़ा दिए। मेरे पास लौट आ, मैंने तुझे छुड़ा लिया है।
चाहे पहाड़ अपने स्थान से टल जाएं, चाहे पहाड़ियाँ अपने स्थान से हिल जाएं, किन्तु तुझ पर से मेरी करुणा नहीं हटेगी, मेरा शान्ति-विधान नहीं टलेगा।’ तुझ पर दया करनेवाला प्रभु यह कहता है।
क्रोध के आवेश में मैं ने क्षण भर के लिए तुझ से अपना मुंह छिपा लिया था; पर अब मैं तेरे प्रति शाश्वत, करुणापूर्ण दया करूंगा।’ तेरा मुक्तिदाता प्रभु यह कहता है।
जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूं, वह यह है : दुर्जनता के बन्धकों से मनुष्य को मुक्त करना, व्यक्ति की गरदन से जूआ उतारना, अत्याचार की गुलामी में कैद इन्सान को स्वतन्त्र करना, वस्तुत: हर प्रकार की गुलामी से मनुष्य को स्वतंत्र करना।
उनके पैर बुराई की ओर दौड़ते हैं, वे निर्दोष व्यक्ति का रक्त बहाने को भागकर जाते हैं। उनके विचार अधर्म के विचार हैं, उनकी योजनाएं केवल हिंसा और विनाश के लिए हैं।
प्रभु यों कहता है: ‘ओ विश्वासघातिनी जनता, लौट आ! क्योंकि मैं तेरा स्वामी हूं। मैं प्रत्येक नगर से एक व्यक्ति और हरएक गोत्र से दो जन लूंगा, ओर यों तुझको सियोन में पहुंचा दूंगा।
अत: मैंने वर्षा रोक दी, वसंत ऋतु में होनेवाली वर्षा इस वर्ष नहीं हुई। फिर भी तुझे पाप की ग्लानि नहीं हुई। तेरी आंखों में व्यभिचार झलकता रहा!
ओ यरूशलेम, अपने हृदय से दुष्कर्म की इच्छा निकाल दे, और हृदय को धो ले। तब ही तू बच सकती है। कब तक तेरे अन्त: करण में बुरे विचार घर किए रहेंगे?
‘इसलिए, तू इस्राएली कुल से यह बोल : स्वामी-प्रभु यों कहता है, ओ इस्राएली कुल! पश्चात्ताप करो। अपनी घृणित मूर्तियों से मुंह मोड़ो और अपने घृणित कार्यों को छोड़ो। ओ इस्राएल के वंशजो, मेरी ओर लौटो।
ओ मानव, तू उनसे यह कह : “मैं स्वयं स्वामी-प्रभु बोल रहा हूँ : मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है! मैं किसी भी दुर्जन की मृत्यु से प्रसन्न नहीं होता हूँ। किन्तु मुझे तब प्रसन्नता होती है, जब दुर्जन अपना बुरा आचरण छोड़ देता है और मरने से बच जाता है। इसी प्रकार ओ इस्राएल के वंशजो, अपने बुरे आचरण को छोड़ दो, अपने बुरे मार्ग से पीठ फेर लो। तुम क्यों मरना चाहते हो?”
महाराज, मैं आपसे निवेदन करता हूं, आप मेरा यह परामर्श स्वीकार कीजिए: सद् आचरण कर अपने पाप के बन्धनों को तोड़ दीजिए। आप पीड़ितों के प्रति दया कर अधर्म से मुक्त हो जाइए। तब संभव है कि आपकी शांति के ये दिन लम्बे हो जाएं।”
जब परमेश्वर ने यह देखा कि नीनवे के निवासियों ने पश्चात्ताप किया है, और उन्होंने अपना दुराचरण छोड़ दिया है, तब उसने उन पर विपत्ति ढाहने का विचार त्याग दिया। परमेश्वर ने कहा था कि वह उन पर विपत्ति ढाहेगा। पर उसने ऐसा नहीं किया।
तुम एक-दूसरे के प्रति अपने हृदय में बुराई की कल्पना भी न करो। झूठी शपथ से घृणा करो क्योंकि मैं इन बातों से घृणा करता हूं;’ प्रभु ने यही कहा है।
जा कर सीखो कि इस कथन का क्या अर्थ है : ‘मैं बलिदान नहीं, बल्कि दया चाहता हूँ।’ मैं धार्मिकों को नहीं, पापियों को बुलाने आया हूँ।”
क्योंकि बुरे विचार भीतर से, अर्थात् मनुष्य के मन से निकलते हैं। व्यभिचार, चोरी, हत्या,
मैं तुम से कहता हूँ, इसी प्रकार परमेश्वर के दूत उस पापी के लिए आनन्द मनाते हैं जो पश्चात्ताप करता है।”
क्योंकि मेरा यह पुत्र मर गया था और फिर जी गया है, यह खो गया था और फिर मिल गया है।’ और वे आनन्द मनाने लगे।
इसलिए मैं तुम से कहता हूँ, इसके पाप जो बहुत हैं, क्षमा हो गये हैं, क्योंकि इसने बहुत प्रेम किया है। पर जिसे थोड़ा क्षमा किया गया, वह प्रेम भी थोड़ा करता है।”
मैंने पहले दमिश्क तथा यरूशलेम के लोगों में, और उसके बाद समस्त यहूदा प्रदेश तथा ग़ैर-यहूदियों में भी यह प्रचार किया कि वे पश्चात्ताप करें, परमेश्वर की ओर अभिमुख हो जायें और पश्चात्ताप के अनुरूप आचरण करें।