किन्तु आपने इस कार्य के द्वारा प्रभु का घोर अपमान किया है। इसलिए जो पुत्र आपको उत्पन्न हुआ है, वह अवश्य ही मर जाएगा।’
यशायाह 52:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: अब यहाँ मैं क्या करूं, जब कि मेरे निज लोगों को उनके शत्रुओं ने बिना किसी कारण के गुलाम बनाया और उन्हें ले गए? मैं-प्रभु यों कहता हूं: उनके शासक उन्हें रुलाते हैं और दिन-भर मेरे नाम की निन्दा निरंतर करते हैं। पवित्र बाइबल अब देखो, यह क्या हो गया है! अब किसी दूसरे राष्ट्र ने मेरे लोगों को ले लिया है। मेरे लोगों को ले जाने के लिए इस देश ने कोई भुगतान नहीं किया था। यह देश मेरे लोगों पर शासन करता है और उनकी हँसी उड़ाता है। वहाँ के लोग सदा ही मेरे प्रति बुरी बातें कहा करते हैं।” Hindi Holy Bible इसलिये यहोवा की यह वाणी है कि मैं अब यहां क्या करूं जब कि मेरी प्रजा सेंतमेंत हर ली गई है? यहोवा यह भी कहता है कि जो उन पर प्रभुता करते हैं वे उधम मचा रहे हैं, और, मेरे नाम कि निन्दा लगातार दिन भर होती रहती है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये यहोवा की यह वाणी है कि मैं अब यहाँ क्या करूँ जब कि मेरी प्रजा सेंतमेंत हर ली गई है? यहोवा यह भी कहता है कि जो उन पर प्रभुता करते हैं वे उधम मचा रहे हैं, और मेरे नाम की निन्दा लगातार दिन भर होती रहती है। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह ने कहा है: “बिना किसी कारण मेरे लोग बंधक बना लिए गए, अब मेरे पास क्या रह गया है,” याहवेह यों कहते हैं. “वे जो उन पर शासन कर रहे हैं, उनको सता रहे हैं, वे पूरे दिन मेरे नाम की निंदा करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए यहोवा की यह वाणी है कि मैं अब यहाँ क्या करूँ जबकि मेरी प्रजा सेंत-मेंत हर ली गई है? यहोवा यह भी कहता है कि जो उन पर प्रभुता करते हैं वे ऊधम मचा रहे हैं, और मेरे नाम कि निन्दा लगातार दिन भर होती रहती है। (यहे. 36:20-23, रोम. 2:24) |
किन्तु आपने इस कार्य के द्वारा प्रभु का घोर अपमान किया है। इसलिए जो पुत्र आपको उत्पन्न हुआ है, वह अवश्य ही मर जाएगा।’
तिरस्कार करनेवालों और निन्दकों की वाणी के कारण; शत्रु और प्रतिशोधियों की उपस्थिति के कारण।
हे परमेश्वर, कब तक बैरी हमारी निन्दा करता रहेगा? क्या शत्रु तेरे नाम का तिरस्कार निरन्तर करेगा?
हे प्रभु, स्मरण कर कि शत्रु तेरी कैसी निन्दा करता है, मूर्ख तेरे नाम का तिरस्कार करते हैं।
प्रभु ने कहा, ‘मैंने निश्चय ही अपनी प्रजा की, जो मिस्र देश में है, दु:ख-पीड़ा देखी है। उनसे बेगार कराने वालों के कारण उत्पन्न उनकी दुहाई सुनी है। मैं उनके दु:ख को जानता हूं।
‘तुझ-विदेशी का यहां क्या काम? तेरे नाते-रिश्तेदार यहां कौन हैं कि तू अपने लिए कबर खुदवा रहा है? और वह भी उच्च स्थान पर? तू चट्टान में अपने लिए निवास-स्थान क्यों खुदवा रहा है?
‘मैं तेरा उठना-बैठना, आना-जाना जानता हूं, मेरे प्रति क्रोध से उबलना यह मुझसे छिपा नहीं है।
तब नबी यशायाह ने उनसे यह कहा, “अपने स्वामी से कहो: ‘प्रभु यों कहता है: जो शब्द तुमने सुने हैं, और जिनके द्वारा असीरिया के राजा के सेवकों ने मेरी निन्दा की है, उनके कारण मत डर।
मैं अपने निज लोग इस्राएलियों से क्रुद्ध था, अत: मैंने अपनी मीरास को अशुद्ध घोषित कर तेरे हाथ में उसे सौंप दिया। पर तूने उन पर दया नहीं की, तूने बूढ़ों पर भी बड़ा भारी जूआ रखा।
तेरे पुत्र मूर्छित पड़े हैं, वे जाल में फंसे हिरण के सदृश प्रत्येक गली के छोर पर पड़े हैं। प्रभु के प्रकोप की मार से, तुम्हारे परमेश्वर की डांट से वे आहत हैं।
पर मैं यह प्याला उन लोगों के हाथ में दूंगा जिन्होंने तुझे दु:ख दिया है, जिन्होंने तुझसे कहा था, “भूमि पर लेट, हम तेरे ऊपर से जाएंगे।” तूने अपनी पीठ को मैदान बना दिया था, कि वे तुझ पर से गुजर सकें! तू उनके लिए मार्ग बन गई थी।’
प्रभु यों कहता है: ‘तुम गुलामी में बिना मूल्य बेच दिए गए थे, और अब तुम बिना मूल्य मुक्त भी किए जाओगे।’
‘इस्राएली कौम एक सतायी हुई भेड़ है, जिसके पीछे सिंह हाथ धोकर पड़े हैं; उन्होंने इस्राएल को एक स्थान से दूसरे स्थान में भगाया। पहले तो असीरिया के राजा ने उसका मांस खाया, और अंत में अब बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने उसकी हड्डियां चबा डालीं।
‘वे सुनते हैं कि मैं पीड़ा से कराहती हूं, पर कोई मुझे सांत्वना नहीं देता। मेरे सब शत्रुओं ने मेरे संकट के विषय में सुना; प्रभु, वे प्रसन्न हैं कि तूने मुझे संकट में डाला। जिस दिन की तूने घोषणा की है वह दिन अविलम्ब ला, ताकि मेरे शत्रु भी मुझ जैसे दु:ख भोगें।
प्रभु ने अपनी क्रोधाग्नि में इस्राएल राष्ट्र की शक्ति के प्रतीक सींग को काट दिया, उसने शत्रु के आक्रमण के समय अपना दाहिना हाथ इस्राएली सेना से खींच लिया। उसने याकूब राष्ट्र में अग्नि प्रज्वलित की, जिसने चारों ओर सब को भस्म कर दिया।
किन्तु मुझे अपने नाम के हेतु अपना निश्चय त्यागना पड़ा। मैंने अपना क्रोध कार्य-रूप में परिणत नहीं किया, जिससे मेरा नाम उन राष्ट्रों की दृष्टि में अपवित्र न हो जाए, जिनके सामने से मैं इस्राएलियों को निकालकर लाया था।
किन्तु मैंने अपने नाम के हेतु अपना यह निश्चय त्याग दिया। मैंने अपना क्रोध कार्य-रूप में परिणत नहीं किया, जिससे मेरा नाम उन राष्ट्रों की आंखों में अपवित्र न हो जाए, जिन के मध्य इस्राएली रहते थे। मैंने उन राष्ट्रों की आंखों के सामने इस्राएलियों को मिस्र देश से बाहर निकाला था, और यों मैंने इस्राएलियों पर स्वयं को प्रकट किया था।
प्रभु यह कहता है: ‘उस दिन मत्स्य द्वार से चीत्कार सुनाई देगी। नए मुहल्ले में रोदन का स्वर होगा, ऊंचे टीलों पर हाहाकार सुनाई देगा।
क्योंकि जैसा कि धर्मग्रन्थ में लिखा है, “तुम लोगों के कारण गैर-यहूदियों में परमेश्वर के नाम की निन्दा हो रही है।”
जब वे मीकाह के घर के निकट थे तब उन्होंने लेवीय युवक की आवाज पहचान ली। वे उस ओर मुड़ आए। उन्होंने उससे पूछा, ‘कौन व्यक्ति आपको यहाँ लाया? आप यहाँ क्या कर रहे हैं? यहाँ आपका क्या काम है?’