ताकि मैं तेरे चुने हुए लोगों का कल्याण देख सकूं, तेरे राष्ट्र के आनन्द में आनन्दित हो सकूं, तेरी मीरास के साथ महिमा करूं।
यशायाह 51:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ मेरे निज लोगो, मेरी बात पर ध्यान दो। ओ मेरी कौम, मेरी ओर कान लगा, क्योंकि मेरे मुंह से व्यवस्था निकलेगी; मैं न्याय का सिद्धान्त प्रकट करूंगा, जो सब जातियों के लिए ज्योति बनेगा। पवित्र बाइबल “हे मेरे लोगों, तुम मेरी सुनो! मेरी व्यवस्थाएँ प्रकाश के समान होंगी जो लोगों को दिखायेंगी कि कैसे जिया जाता है। Hindi Holy Bible हे मेरी प्रजा के लोगो, मेरी ओर ध्यान धरो; हे मेरे लोगो, कान लगाकर मेरी सुनो; क्योंकि मेरी ओर से व्यवस्था दी जाएगी, और मैं अपना नियम देश देश के लोगों की ज्योति होने के लिये स्थिर करूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे मेरी प्रजा के लोगो, मेरी ओर ध्यान धरो; हे मेरे लोगो, कान लगाकर मेरी सुनो; क्योंकि मेरी ओर से व्यवस्था दी जाएगी, और मैं अपना नियम देश देश के लोगों की ज्योति होने के लिए स्थिर करूँगा। सरल हिन्दी बाइबल “हे मेरी प्रजा के लोगो, मेरी ओर ध्यान दो; हे मेरे लोगो मेरी बात सुनो: क्योंकि मैं एक नियम दूंगा; जो देश-देश के लोगों के लिए ज्योति होगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे मेरी प्रजा के लोगों, मेरी ओर ध्यान धरो; हे मेरे लोगों, कान लगाकर मेरी सुनो; क्योंकि मेरी ओर से व्यवस्था दी जाएगी, और मैं अपना नियम देश-देश के लोगों की ज्योति होने के लिये स्थिर करूँगा। |
ताकि मैं तेरे चुने हुए लोगों का कल्याण देख सकूं, तेरे राष्ट्र के आनन्द में आनन्दित हो सकूं, तेरी मीरास के साथ महिमा करूं।
प्रभु ने यह व्यवहार अन्य राष्ट्रों से नहीं किया, वे प्रभु के न्याय-सिद्धान्तों को नहीं जानते हैं। प्रभु की स्तुति करो!
धन्य है वह राष्ट्र जिसका परमेश्वर प्रभु है; धन्य हैं वह लोग जिनको प्रभु ने अपनी मीरास के लिए चुना है।
“ओ मेरे निज लोगो! सुनो, मैं तुमसे बात करूंगा; ओ इस्राएली प्रजा, मैं तेरे विरुद्ध साक्षी दूंगा। मैं परमेश्वर, तेरा परमेश्वर हूँ।
तुम मेरे लिए पुरोहितों का राज्य, एक पवित्र राष्ट्र बनोगे।” तू ये ही बातें इस्राएलियों से कहना।’
अब, इसलिए मैं तुझसे विनती करता हूँ : यदि मैंने तेरी कृपा-दृष्टि प्राप्त की है तो मुझे अपना मार्ग सिखा जिससे मैं तुझे जान सकूँ और तेरी कृपा-दृष्टि प्राप्त करूँ। देख, यह राष्ट्र तेरे ही लोग हैं।’
क्योंकि पिता की आज्ञा मार्ग का दीपक है, और मां की शिक्षा जीवन की ज्योति है! अनुशासन के लिए दी जानेवाली चेतावनियां जीवन का मार्ग हैं।
सियोन का उद्धार न्याय से होगा; बुराई से विमुख होनेवाले लोगों की मुक्ति धार्मिकता से होगी।
देश-देश के लोग वहाँ जाएंगे और यह कहेंगे : ‘आओ, हम प्रभु के पर्वत पर चढ़ें; आओ, हम याकूब के परमेश्वर के भवन की ओर चलें, ताकि प्रभु हमें अपना मार्ग सिखाए, और हम उसके सिखाए हुए मार्ग पर चलें।’ सियोन पर्वत से प्रभु की व्यवस्था प्रकट होगी, यरूशलेम नगर से ही प्रभु का शब्द सुनाई देगा।
नगर के प्रवेश-द्वार खोल दो, ताकि राष्ट के धार्मिक लोग जो प्रभु पर विश्वास करते हैं, नगर के भीतर प्रवेश करें।
प्रभु, हम भी तेरे न्याय-मार्ग पर तेरी प्रतीक्षा करते हैं। तेरा स्मरणीय नाम लेने के लिए हमारे प्राण उत्सुक हैं।
प्रभु ही हमारा न्याय करनेवाला है, वही हमारा प्रशासक है। प्रभु ही हमारा राजा है, वही हमें बचाएगा।
अपनी धार्मिकता के कारण अपनी व्यवस्था को महिमा देने के लिए, उसको गौरव प्रदान करने के लिए प्रभु अपने सेवक इस्राएल से प्रसन्न हुआ था।
‘मैं प्रभु हूं; मैंने तुझे धार्मिक अभिप्राय से बुलाया है। मैंने तेरा हाथ थामकर तुझे सहारा दिया है। मैंने तुझे कौम के लिए विधान और राष्ट्रों के लिए ज्योति नियुक्त किया है,
वह कहता है, ‘यह साधारण-सी बात है कि याकूब के कुलों को पुन: स्थापित करने के लिए, इस्राएल के बचे हुए लोगों को वापस लाने के लिए तू मेरा सेवक बने; पर यह पर्याप्त नहीं है : मैं तुझे राष्ट्रों के लिए ज्योति बनाऊंगा, जिससे मेरा उद्धार पृथ्वी के सीमान्तों तक पहुँच सके।’
मेरी ओर कान दो, और मेरे पास आओ। मेरी बात सुनो, ताकि तुम्हारा प्राण जीवित रहे। तब मैं दाऊद के प्रति अपनी अटूट करुणा के कारण तुम्हारे साथ शाश्वत विधान स्थापित करूंगा।
प्रभु ने यह कहा, ‘निस्सन्देह ये मेरे निज लोग हैं, ये मेरे पुत्र-पुत्रियां हैं, और मुझे धोखा नहीं देंगे।’ उनके दु:ख में प्रभु उनका उद्धारकर्ता बन गया। न किसी संदेशवाहक ने, न किसी स्वर्गदूत ने वरन् स्वयं उसकी उपस्थिति ने उनका उद्धार किया। प्रभु ने अपने प्रेम और दया के कारण उन्हें छुड़ाया। वह प्राचीनकाल से उन्हें शिशु के सदृश गोद में उठाकर ले जा रहा है।
वे आकर यह कहेंगे, ‘आओ, हम प्रभु के पर्वत पर चढ़ें, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएं, ताकि वह हमें अपने मार्ग की शिक्षा दे; और हम उसके पथ पर चलें।’ सियोन पर्वत से व्यवस्था प्रकट होगी, यरूशलेम से ही प्रभु का शब्द सुनाई देगा।
जो लोग व्यवस्था के अधीन नहीं हैं, उन्हें प्राप्त करने के लिए मैं उनके-जैसा व्यवस्था-विहीन बना, यद्यपि मसीह की व्यवस्था के अधीन होने के कारण मैं वास्तव में परमेश्वर की व्यवस्था से स्वतन्त्र नहीं हूँ।
मैं इनके जाति-भाइयों के मध्य से इनके लिए तेरे समान एक नबी को उत्पन्न करूंगा। मैं अपने वचन उसके मुंह में डालूंगा। जो आज्ञा मैं उसे दूंगा, वही वह उन्हें बताएगा।
परन्तु आप लोग चुने हुए वंश, राजकीय पुरोहित-वर्ग, पवित्र राष्ट्र तथा परमेश्वर की अपनी निजी प्रजा हैं, जिससे आप उसी के महान् कार्यों की घोषणा करें, जो आप लोगों को अन्धकार में से निकाल कर अपनी अलौकिक ज्योति में बुला लाया है।