प्रभु ने मेरे स्वामी से कहा: ‘जब तक मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की चौकी न बना दूं, तू मेरी दाहिनी ओर बैठ।’
यशायाह 50:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) स्वामी-प्रभु मेरी सहायता करता है, अत: मैं हताश नहीं हुआ। मैं अपना मुंह चकमक पत्थर की तरह दृढ़ बनाए रहा। मैं जानता था कि मुझे पराजय का अपमान नहीं सहना पड़ेगा। पवित्र बाइबल मेरा स्वामी, यहोवा मेरी सहायता करेगा। इसलिये उनके अपशब्द मुझे दु:ख नहीं पहुँचायेंगे। मैं सुदृढ़ रहूँगा। मैं जानता हूँ कि मुझे निराश नहीं होना पड़ेगा। Hindi Holy Bible क्योंकि प्रभु यहोवा मेरी सहायता करता है, इस कारण मैं ने संकोच नहीं किया; वरन अपना माथा चकमक की नाईं कड़ा किया क्योंकि मुझे निश्चय था कि मुझे लज्जित होना न पड़ेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि प्रभु यहोवा मेरी सहायता करता है, इस कारण मैं ने संकोच नहीं किया; वरन् अपना माथा चकमक के समान कड़ा किया क्योंकि मुझे निश्चय था कि मुझे लज्जित होना न पड़ेगा। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि वह, जो प्रभु याहवेह हैं, मेरी सहायता करते हैं, तब मुझे लज्जित नहीं होना पड़ा. और मैंने अपना मुंह चमका लिया है, और मैं जानता हूं कि मुझे लज्जित होना नहीं पड़ेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि प्रभु यहोवा मेरी सहायता करता है, इस कारण मैंने संकोच नहीं किया; वरन् अपना माथा चकमक के समान कड़ा किया क्योंकि मुझे निश्चय था कि मुझे लज्जित होना न पड़ेगा। |
प्रभु ने मेरे स्वामी से कहा: ‘जब तक मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की चौकी न बना दूं, तू मेरी दाहिनी ओर बैठ।’
मैं तुझ को स्वेच्छा से बलि चढ़ाऊंगा; प्रभु, मैं तेरे नाम की सराहना करूंगा− क्योंकि वह उत्तम है।
अत: प्रभु, अब्राहम का मुक्तिदाता, याकूब के वंशजों का परमेश्वर, यों कहता है: “अब याकूब का वंश लज्जित नहीं होगा, अपमान के कारण उसका मुख काला नहीं होगा।
यह है मेरा सेवक! इसको मैं सम्भाले हुए हूं। यह मेरा मनोनीत है! इससे मैं प्रसन्न हूं। मैंने इसको अपना आत्मा प्रदान किया है, जिससे वह राष्ट्रों में न्याय की स्थापना करे।
किन्तु प्रभु ने अपने शाश्वत उद्धार से इस्राएली राष्ट्र को बचा लिया; अब वह अनन्तकाल तक लज्जित और आतंकित नहीं होगा।
राजा तेरे बच्चों के पालक-पिता होंगे; रानियाँ उनको दूध पिलानेवाली धाइयाँ बनेंगी। वे भूमि की ओर सिर झुकाकर तुझे प्रणाम करेंगे, वे तेरे पैरों की धूल चाटेंगे। तब तुझे अनुभव होगा कि निस्सन्देह मैं ही प्रभु हूं; जो लोग मेरी प्रतीक्षा करते हैं, वे निराश नहीं होंगे।
प्रभु यों कहता है : ‘कृपा के समय मैंने तेरी प्रार्थना सुनी, उद्धार के दिन मैंने तेरी सहायता की। मैंने तुझे सुरक्षित रखा है, और जनता के लिए विधान के रूप में तुझे नियुक्त किया है, ताकि तू देश का पुन: निर्माण करे, उजाड़ पैतृक-भूमि का पुन: आबंटन करे;
देखो, स्वामी-प्रभु मेरी सहायता करता है; कौन मुझे दोषी ठहरा सकता है? मुझ पर दोष लगानेवाले वस्त्र के सदृश जीर्ण हो जाएंगे, उनको कीड़े खा जाएंगे।
मत डर; क्योंकि अब तू लज्जित न होगी। मत घबरा; क्योंकि अब तू अपमानित न होगी। जो अपमान तूने जवानी में सहा था, उसे तू भूल जाएगी। अपने विधवापन का कलंक तुझे याद न रहेगा।
‘देख, आज मैं तुझको एक किलाबन्द नगर, लौहस्तम्भ, और कांस्य दीवार बनाता हूं। यह सारा यहूदा प्रदेश − राजा, उच्चाधिकारी, पुरोहित, और प्रतिष्ठित नागरिक − तुझ पर आक्रमण करेगा।
हे लोगो, तुम सब सुनो; हे पृथ्वी, और पृथ्वी के निवासियो, ध्यान दो। स्वामी-प्रभु तुम्हारे विरुद्ध साक्षी देगा। स्वामी अपने पवित्र मन्दिर से बाहर आए।
जब येशु के ऊपर उठा लिये जाने के दिन निकट आए तब उन्होंने यरूशलेम जाने का दृढ़ निश्चय किया।
मैंने तुम से यह सब इसलिए कहा है कि तुम मुझ में शान्ति प्राप्त कर सको। संसार में तुम्हें क्लेश सहना पड़ेगा। परन्तु धैर्य रखो; मैंने संसार पर विजय पायी है।”
शुभ समाचार से मैं लज्जित नहीं होता! यह परमेश्वर का सामर्थ्य है, जो प्रत्येक विश्वासी के लिए—पहले यहूदी और फिर यूनानी के लिए—मुक्ति का स्रोत है।
इसलिए हम विश्वस्त हो कर यह कह सकते हैं, “प्रभु मेरी सहायता करता है, मैं नहीं डरूँगा। मनुष्य मेरा क्या कर सकता है?”
मसीह ने अपने शरीर में दु:ख भोगा; इसलिए आप भी शस्त्र की तरह यही मनोभाव धारण करें कि जिसने अपने शरीर में दु:ख भोगा है, उसने पाप से सम्बन्ध तोड़ लिया है
परन्तु यदि किसी को मसीही होने के नाते दु:ख भोगना पड़े, तो उसे लज्जित नहीं होना चाहिए, बल्कि वह परमेश्वर की महिमा के लिए इस नाम को स्वीकार करे;