क्या प्रभु के लिए कोई कार्य असम्भव है? मैं निर्धारित समय पर वसन्त ऋतु में तेरे पास वापस आऊंगा, और सारा को पुत्र उत्पन्न होगा।’
यशायाह 50:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या कारण है कि जब मैं आया तब वहां कोई मनुष्य नहीं था? जब मैं ने पुकारा तब क्यों मुझे उत्तर देनेवाला वहाँ नहीं था? क्या मेरा हाथ इतना छोटा हो गया कि वह छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं रही? देखो, मैं अपनी डांट से समुद्र को सुखा देता हूं, मैं नदियों को मरुस्थल बना देता हूं। उनकी मछलियाँ जल के अभाव में प्यास से तड़प कर मर जाती हैं, और बसाती हैं। पवित्र बाइबल जब मैं घर आया था, मैंने वहाँ किसी को नहीं पाया। मैंने बार—बार पुकारा किन्तु किसी ने उत्तर नहीं दिया। क्या तुम सोचते हो कि तुमको मैं नहीं बचा सकता हूँ मैं तुम्हारी विपत्तियों से तुम्हें बचाने की शक्ति रखता हूँ। देखो, यदि मैं समुद्र को सूखने को आदेश दूँ तो वह सूख जायेगा। मछलियाँ प्राण त्याग देंगी क्योंकि वहाँ जल न होगा और उनकी देह सड़ जायेंगी। Hindi Holy Bible इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला? और जब मैं ने पुकारा, तब कोई न बोला? क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है कि छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं? देखो, मैं एक धमकी से समुद्र को सुखा देता हूं, मैं महानदों को रेगिस्तान बना देता हूं, उनकी मछलियां जल बिना मर जाती और बसाती हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला? जब मैं ने पुकारा, तब कोई न बोला? क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है कि छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं? देखो, मैं एक धमकी से समुद्र को सुखा देता हूँ, मैं महानदों को रेगिस्तान बना देता हूँ; उनकी मछलियाँ जल बिना मर जातीं और बसाती हैं। सरल हिन्दी बाइबल मेरे यहां पहुंचने पर, यहां कोई पुरुष क्यों न था? मेरे पुकारने पर, जवाब देने के लिये यहां कोई क्यों न था? क्या मेरा हाथ ऐसा कमजोर हो गया कि छुड़ा नहीं सकता? या मुझमें उद्धार करने की शक्ति नहीं? देखो, मैं अपनी डांट से ही सागर को सूखा देता हूं, और नदियों को मरुस्थल में बदल देता हूं; जल न होने के कारण वहां की मछलियां मर जाती हैं और बदबू आने लगती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला? और जब मैंने पुकारा, तब कोई न बोला? क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है कि छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं? देखो, मैं एक धमकी से समुद्र को सूखा देता हूँ, मैं महानदों को रेगिस्तान बना देता हूँ; उनकी मछलियाँ जल बिना मर जाती और बसाती हैं। |
क्या प्रभु के लिए कोई कार्य असम्भव है? मैं निर्धारित समय पर वसन्त ऋतु में तेरे पास वापस आऊंगा, और सारा को पुत्र उत्पन्न होगा।’
इसलिए हिजकियाह की बातों के बहकावे में मत आओ, और न इस प्रकार धोखा खाओ; क्योंकि किसी भी राष्ट्र या राज्य का राष्ट्रीय देवी-देवता अपने लोगों को मेरे पंजे से नहीं छुड़ा सका है। तब तुम्हारे परमेश्वर की क्या हस्ती कि वह तुम्हें मेरे पंजे से छुड़ा सके?’
प्रभु, तूने लाल सागर को डांटा, और वह सूख गया; तू उन्हें गहरे सागर से निकाल लाया मानो सागर शुष्क प्रदेश हो!
मूसा ने समुद्र की ओर अपना हाथ फैलाया। प्रभु ने रात भर पूर्वी वायु बहाकर समुद्र को पीछे धकेल दिया। प्रभु ने समुद्र को सूखी भूमि बना दिया। समुद्र का जल दो भागों में विभाजित हो गया।
पर इस्राएली समुद्र के मध्य सूखी भूमि पर चलकर पार हो गए। जल उनकी दाहिनी ओर तथा बायीं ओर दीवार बन कर खड़ा था।
नील नदी की मछलियां मर जाएंगी। उसका जल दुर्गन्धमय हो जाएगा। मिस्र निवासी नील नदी का जल पीना घृणित समझेंगे।” ’
नील नदी की मछलियां मर गईं। उसका जल दुर्गन्धमय हो गया। अत: मिस्र निवासी नील नदी का जल पी न सके। समस्त मिस्र देश में रक्त ही रक्त था।
मैंने तुम्हें पुकारा, पर तुमने मेरी बात सुनने से इन्कार कर दिया; मैंने तुम्हारी ओर अपना हाथ बढ़ाया, किन्तु तुममें से किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
प्रभु मिस्र देश की खाड़ी को पूर्णत: सुखा देगा। वह फरात नदी पर अपना हाथ उठाएगा, और प्रचण्ड लू बहाएगा; वह उस पर प्रहार करेगा, और उसको सात धाराओं में खण्डित कर देगा, लोग बिना जूता उतारे हुए उन्हें पार करेंगे।
प्रभु ने समुद्र पर अपना हाथ उठाया, उसने राज्यों को हिला दिया। प्रभु ने फीनीके देश के विषय में यह आदेश दिया : “उसके किलों को ढाह दो!”
किस देश का वह कौन देवता है जो अपने देश को मेरे हाथ से मुक्त कर सका है? तब क्या तुम्हारा प्रभु यरूशलेम नगर को मेरे हाथ से मुक्त कर सकेगा?”
मैंने इधर-उधर देखा, पर वहाँ कोई न था, देवताओं के मध्य कोई परामर्शदाता नहीं था, जो मेरी पूछताछ का उत्तर दे सके।
मैं पर्वतों और पहाड़ियों को उजाड़ दूंगा, मैं उनकी समस्त वनस्पति को सुखा दूंगा। मैं नदियों को द्वीप बना दूंगा; मैं तालाबों को सुखा दूंगा।
प्रभु ही बोल रहा है, जो समुद्र में मार्ग बनाता है, उत्ताल तरंगों में पथ निर्मित करता है।
क्या तू वही नहीं है जिसने समुद्र को शुष्क कर दिया था, जिसने अतल महासागर के जल को सुखा दिया था, जिसने गुलामी के बंधन से छुड़ाए गए लोगों को उस पार ले जाने के लिए समुद्र की गहराई को मार्ग बना दिया था?
प्रभु ने तुझे ऐसे बुलाया है, जैसे त्यागी हुई और दु:खी मन वाली स्त्री को पुन: बुलाया जाता है। क्या कोई युवावस्था की पत्नी को भुला सकता है? तेरा परमेश्वर यह कहता है:
देखो, प्रभु का हाथ इतना छोटा नहीं है कि वह बचा न सके। प्रभु के कान बहरे नहीं हैं, कि वह सुन न सके।
उसने देखा कि किसी में भी पुरुषार्थ नहीं रहा। यह देखकर उसे अचरज हुआ कि कोई भी ऐसा मनुष्य नहीं है, जो बुराई से संघर्ष करे। अत: उसने अपने भुजबल से विजय प्राप्त की, और उसकी धार्मिकता ने उसका साथ दिया।
और हमें लाल सागर की गहराइयों के उस पार ले गया? जैसे घोड़ा बिना गिरे मरुस्थल को पार कर जाता है वैसे ही हमने समुद्र पार किया था।
हम-सब अशुद्ध व्यक्ति के समान हो गए हैं, हमारे सब धर्म-कर्म गन्दे वस्त्र हो गए हैं। हम-सब पत्ते के सदृश मुरझा जाते हैं। हमारे दुष्कर्म हवा की तरह हमें उड़ा ले जाते हैं।
मैं तुम्हारी ‘नियति’ तलवार को निश्चित् करूंगा; तुम-सब को वध के लिए गर्दन झुकानी होगी; क्योंकि मैंने तुम्हें पुकारा, पर तुमने मुझे उत्तर नहीं दिया। जब मैं तुमसे बोला, तो तुमने नहीं सुना। किन्तु तुमने वही किया जो मेरी दृष्टि में बुरा था; तुमने उसको पसन्द किया, जो मुझे नापसन्द था।’
इसलिए मैं भी उनके लिए विपत्ति चुनूंगा; जिन बातों से वे डरते हैं; उन्हीं को मैं उन पर लाऊंगा। मैंने उनको पुकारा था, पर उन्होंने मुझे उत्तर नहीं दिया; जब मैं उनसे बोला, तो उन्होंने नहीं सुना : किन्तु उन्होंने वही किया जो मेरी दृष्टि में बुरा था; उन्होंने उसको पसन्द किया, जो मुझे नापसन्द था।’
तू भ्रम में पड़े हुए व्यक्ति की तरह निष्क्रिय क्यों हो गया है? तू वीर योद्धा है, फिर भी हमें नहीं बचा रहा है। प्रभु, तू हमारे मध्य उपस्थित है; तूने हमें अपना नाम दिया है, प्रभु, हमें मत त्याग।’
देखो, योनादाब बेन-रेकाब ने अपने अनुयायियों को शराब न पीने का आदेश दिया था, और उसके सम्प्रदाय के सब लोगों ने अब तक उसके आदेश का पालन किया। किन्तु मैं बार-बार तुमसे बोलता हूं, और तुम मेरे वचनों को नहीं सुनते हो।
मैंने बार-बार तुम्हारे पास अपने सेवक नबियों को भेजा, और उनके माध्यम से मैंने तुमसे कहा, “प्रत्येक व्यक्ति अपने बुरे आचरण को छोड़ दे, अपने व्यवहार को सुधारे, अन्य जाति के देवताओं का अनुसरण न करे, उनकी पूजा न करे। तब तुम इस देश में निश्चिन्त निवास करोगे, जो मैंने तुम्हारे पूर्वजों को, और तुम्हें दिया है।” लेकिन तुमने मेरी बातों पर ध्यान नहीं दिया, एक कान से सुन कर दूसरे कान से निकाल दिया।
प्रभु कहता है, ‘यरूशलेम की सड़कों पर इधर-उधर दौड़ कर देखो, और पता लगाओ! उसके चौराहों में खोजो और देखो, कि क्या यरूशलेम में ऐसा मनुष्य है जो न्याय से काम करता है, जो अपने आचरण में ईमानदार है? तब मैं यरूशलेम को क्षमा कर दूंगा।
अब तुम मुझ-प्रभु की वाणी सुनो: तुम ने भी ये दुष्कर्म किए। मैंने बार-बार तुम्हें चेतावनी दी; पर तुमने मेरी बात नहीं सुनी; और जब मैंने तुम्हें पश्चात्ताप के लिए बुलाया तब तुमने मुझे उत्तर भी नहीं दिया।
‘यिर्मयाह, तू ये बातें उन से कहेगा; किन्तु वे नहीं सुनेंगे। तू पश्चात्ताप के लिए उन्हें बुलाएगा; परन्तु वे तुझे उत्तर नहीं देंगे।
मैं ध्यान से उनकी बातें सुनता हूं, किन्तु वे उचित बात बोलते ही नहीं! एक भी आदमी अपने दुष्कर्म के लिए पश्चात्ताप नहीं करता; बल्कि वह कहता है, “मैंने किया ही क्या है?” जैसे घोड़ा युद्ध के मैदान में बिना समझे-बूझे अपनी नाक की सीध में दौड़ता है, वैसे ही यह जाति मनमाना आचरण कर रही है।
अब यदि तुम नरसिंगे, बांसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई और अन्य सब प्रकार के वाद्यों का स्वर सुनकर मेरे द्वारा स्थापित मूर्ति के सम्मुख गिरकर उसका सम्मान करने को तैयार हो, तो ठीक है; तुम्हारा अनिष्ट न होगा। पर यदि तुम मूर्ति के प्रति सम्मान प्रकट नहीं करोगे, तो तुम अविलम्ब धधकती हुई अग्नि की भट्ठी में फेंक दिए जाओगे। तब मैं देखूंगा कि कौन-सा ईश्वर तुम्हें मेरे हाथ से बचाएगा?’
इसलिए मैं यह राजाज्ञा प्रसारित करता हूं : यदि किसी भी कौम, राष्ट्र और भाषा का व्यक्ति शद्रक, मेशक और अबेदनगो के परमेश्वर के विरुद्ध कुछ कहेगा, तो उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े किए जाएंगे, और उसका घर खण्डहर बना दिया जाएगा; क्योंकि उनके परमेश्वर के अतिरिक्त और कोई ईश्वर नहीं है जो इस ढंग से अपने सेवकों को बचा सके।’
वह मांद के पास पहुँचा, जहां दानिएल बन्द थे। उसने दु:ख भरी आवाज में दानिएल को पुकारा, ‘ओ दानिएल, जीवित परमेश्वर के सेवक! क्या तुम्हारे परमेश्वर ने जिसकी तुम निरन्तर सेवा करते हो, तुम्हें सिंहों के मुंह से बचा लिया?’
वह संकट से मुक्त करता, और प्राणों की रक्षा करता है; वह आकाश में अद्भुत चिह्न दिखाता, और पृथ्वी पर आश्चर्य कर्म करता है। उसी ने सिंहों के मुंह से दानिएल को बचाया।’
जितना अधिक मैं उसे बुलाता था, वह मेरे सम्मुख से भाग जाता था। वह बअल देवता को पशु-बलि चढ़ाता रहा; वह मूर्तियों के सम्मुख धूप-द्रव्य जलाता रहा।
मेरे अपने लोग तुले बैठे हैं कि वे मेरे पास नहीं लौटेंगे; अत: उनको जूए में जोता जाएगा; उनको जूए से कोई भी अलग नहीं कर सकेगा।
वह जल को सुखानेवाला है; उसकी डांट से समुद्र, और समस्त नदियाँ सूख जाती हैं। तब बाशान का कछार और कर्मेल का हरित पहाड़ी क्षेत्र मुरझा जाते हैं, लबानोन का हरा-भरा प्रदेश कुम्हला जाता है।
प्रभु, तू अपने अश्वों पर, अपने विजयी रथों पर क्यों सवार है? क्या तेरा कोप सरिताओं के प्रति है? क्या तू नदियों से नाराज है? क्या तू समुद्र से क्रुद्ध है?
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘क्या मेरा भुजबल घट गया है? अब तू देखेगा कि मेरा वचन तेरे लिए सिद्ध होता है अथवा नहीं।’
येशु उठे और उन्होंने वायु को डाँटा और झील से कहा, “शान्त हो! थम जा!” वायु मन्द हो गयी और पूर्ण शान्ति छा गयी।
दोषी ठहराने का कारण यह है कि ज्योति संसार में आयी है और मनुष्यों ने ज्योति की अपेक्षा अन्धकार को अधिक पसन्द किया, क्योंकि उनके कार्य बुरे थे।
तब ऊपर का जल-प्रवाह रुक गया, और वह बहुत दूर, सारतन नगर के निकट आदम नगर पर, एक ढेर के रूप में खड़ा हो गया। नीचे की ओर, अराबाह सागर, अर्थात् मृत सागर, की ओर बहने वाला जल पूर्णत: सूख गया और समस्त इस्राएली समाज ने यरीहो नगर के निकट नदी पार कर ली।