जो व्यक्ति अन्य देवताओं का अनुसरण करते हैं, वे अपने दु:ख को बढ़ाते हैं। मैं उन देवताओं के लिए न रक्त की पेयबलि उण्डेलूंगा, और न उनका नाम ही अपनी जीभ पर लाऊंगा।
यशायाह 50:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ आग जलानेवालो! ओ अग्निबाण छोड़ने वालो! तुम्हें स्वयं अपनी जलाई हुई आग में, अग्निबाणों से सुलगाई हुई अग्नि में चलना पड़ेगा; मेरा हाथ ही तुम्हें यह भोगने पर विवश करेगा। तुम संताप में पड़े रहोगे। पवित्र बाइबल “देखो, तुम लोग अपने ही ढंग से जीना चाहते हो। अपनी अग्नि और अपनी मशालों का तुम स्वयं जलाते हो। तुम अपने ही ढंग से रहना चाहते। किन्तु तुम्हें दण्ड दिया जायेगा। तुम अपनी ही आग में गिरोगे और तुम्हारी अपनी ही मशालें तुम्हें जला डालेंगी। ऐसी घटना मैं घटवाऊँगा।” Hindi Holy Bible देखो, तुम सब जो आग जलाते और अग्निबाणों को कमर में बान्धते हो! तुम सब अपनी जलाई हुई आग में और अपने जलाए हुए अग्निबाणों के बीच आप ही चलो। तुम्हारी यह दशा मेरी ही ओर से होगी, तुम सन्ताप में पड़े रहोगे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) देखो, तुम सब जो आग जलाते और अग्निबाणों को कमर में बाँधते हो! तुम सब अपनी जलाई हुई आग में और अपने जलाए हुए अग्निबाणों के बीच आप ही चलो। तुम्हारी यह दशा मेरी ही ओर से होगी, तुम सन्ताप में पड़े रहोगे। सरल हिन्दी बाइबल तुम सभी, जो आग जलाते और अपने आस-पास आग का तीर रखे हुए हो, तुम अपने द्वारा जलाई हुई आग में जलते रहो, जो तुमने जला रखे हैं. मेरी ओर से यही होगा: तुम यातना में पड़े रहोगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 देखो, तुम सब जो आग जलाते और अग्निबाणों को कमर में बाँधते हो! तुम सब अपनी जलाई हुई आग में और अपने जलाए हुए अग्निबाणों के बीच आप ही चलो। तुम्हारी यह दशा मेरी ही ओर से होगी, तुम सन्ताप में पड़े रहोगे। |
जो व्यक्ति अन्य देवताओं का अनुसरण करते हैं, वे अपने दु:ख को बढ़ाते हैं। मैं उन देवताओं के लिए न रक्त की पेयबलि उण्डेलूंगा, और न उनका नाम ही अपनी जीभ पर लाऊंगा।
दुर्जन को अनेक दु:ख हैं; किन्तु प्रभु पर भरोसा करने वाले को प्रभु की करुणा घेरे रहती है।
जो मनुष्य अपने पड़ोसी को धोखा देता है, और बहाना बनाकर यह कहता है, ‘मैं तो मजाक कर रहा था’; वह उस पागल मनुष्य के समान है, जो लोगों पर जलती लकड़ियां फेंकता है, जो प्राण घातक तीर मारता है।
जो भोजन नहीं है, उस पर पैसा क्यों खर्च करते हो? जिससे सन्तोष नहीं मिलता, उसके लिए परिश्रम क्यों करते हो? ध्यान से मेरी बात सुनो! तब तुम्हें खाने को उत्तम वस्तु प्राप्त होगी, और तुम स्वादिष्ट व्यंजन खाकर तृप्त होगे।
और कभी नीचे देखेंगे। परन्तु उन्हें केवल यह दिखाई देगा: अन्धकार, संकट और निराशपूर्ण व्यथा। वे गहन अन्धकार में ढकेल दिए जाएंगे।
दुष्टता अग्नि के सदृश धधकती है; वह कंटीले झाड़-झंखाड़ को भस्म करती है। वह जंगल की घनी झाड़ियों में भी आग लगाती है, और मनुष्य धूएँ के घने बादल में सिमट कर ऊपर लुप्त हो जाते हैं।
तुझको अपने पैतृक भूमि-क्षेत्र से हाथ धोना पड़ेगा, जो मैंने तुझको दिया था! तू उस देश में शत्रुओं की गुलामी करेगा, जिस को तू अभी नहीं जानता है। ओ यहूदा प्रदेश, मेरी क्रोधाग्नि तेरे विरुद्ध भड़क उठी है। यह कभी नहीं बुझेगी।’
‘मैं, स्वामी-प्रभु कहता हूँ: यदि तुम भी, ओ इस्राएल के वंशजो, मेरी बात सुनना नहीं चाहते, और मूर्ति-पूजा करना चाहते हो, तो जाओ, और अपने-अपने गृह-देवता की मूर्ति को गले लगाओ, उसकी पूजा करो! लेकिन अपनी भेंटों और मूर्तियों द्वारा तुम मेरे पवित्र नाम को अपवित्र नहीं कर पाओगे।
‘मैंने जैसे मिस्र देश में महामारियाँ भेजी थीं, वैसे तुम पर भी भेजीं; मैंने तलवार से तुम्हारे जवानों को मार डाला तुम्हारे घोड़ों को लुटा दिया, मैंने तुम्हारे सैनिक-शिविरों को अग्नि से फूंक दिया; और दुर्गंध तुम्हारी नाकों में भर गई। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
‘मैंने तुम्हारे खेतों को पाले और गेरुए कीड़े से मारा, तुम्हारे उद्यान, अंगूर-उद्यान उजाड़ दिए, तुम्हारे अंजीर और जैतून के वृक्ष टिड्डियाँ चाट गईं। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की ओर से यह निर्धारित है : ये कौमें अग्नि में स्वाहा होने के लिए परिश्रम करती हैं, राष्ट्र व्यर्थ कष्ट झेलते हैं; क्योंकि उनका परिश्रम निष्फल होगा।
तब राजा ने अपने सेवकों से कहा, ‘इसके हाथ-पैर बाँध कर इसे बाहर, अन्धकार में फेंक दो। वहाँ यह रोएगा और दाँत पीसता रहेगा।’
परन्तु राज्य की सन्तान को बाहर, अन्धकार में फेंक दिया जाएगा। वहाँ वे लोग रोएँगे और दाँत पीसेंगे।”
इसलिए मैंने तुम से कहा कि तुम अपने पापों में मर जाओगे। यदि तुम विश्वास नहीं करते कि ‘मैं वह हूँ’ तो तुम अपने पापों में मर जाओगे।”
येशु ने कहा, “मैं संसार में न्याय के लिए आया हूँ, जिससे जो अन्धे हैं, वे देखने लगें और जो देखते हैं, वे अन्धे हो जाएँ।”
वे उस धार्मिकता को नहीं जानते, जिसे परमेश्वर चाहता है, और अपनी धार्मिकता की स्थापना करने में लगे रहते हैं। इसलिए उन्होंने परमेश्वर द्वारा निर्धारित धार्मिकता के अधीन रहना अस्वीकार किया;
जीभ भी एक आग है। उसमें अधर्म का संसार भरा पड़ा है। हमारे अंगों में जीभ ही है जो हमारा समस्त शरीर दूषित करती और नरकाग्नि से प्रज्वलित हो कर हमारे भव-चक्र में आग लगा देती है।
पशु बन्दी बनाया गया और उसके साथ वह झूठा नबी भी, जिसने पशु के निरीक्षण में चमत्कार दिखा कर उन लोगों को बहकाया था, जिन्होंने पशु की छाप ग्रहण की थी और उसकी प्रतिमा की आराधना की थी। वे दोनों जीवित ही धधकते गन्धक के अग्निकुण्ड में डाल दिये गये।