मैं तेरे वंशजों को पृथ्वी के रजकणों के सदृश बढ़ाऊंगा। उनकी गिनती करना असम्भव होगा: यदि कोई पृथ्वी के रजकणों को गिन सकेगा तो वह तेरे वंशजों को भी गिन सकेगा।
यशायाह 48:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तेरे वंशज रेत के सदृश असंख्य होते, तेरी सन्तान उसके कणों के समान अगणित होती। उनका नाम मेरे सम्मुख से न कभी काटा जाता, और न मिटाया जाता।’ पवित्र बाइबल यदि तू मेरी मानता तो तेरी सन्तानें बहुत बहुत होतीं। तेरी सन्तानें वैसे अनगिनत हो जाती जैसे रेत के असंख्य कण होते हैं। यदि तू मेरी मानता तो तू नष्ट नहीं होता। तू भी मेरे साथ में बना रहता।” Hindi Holy Bible तेरा वंश बालू के किनकों के तुल्य होता, और तेरी निज सन्तान उसके कणों के समान होती; उनका नाम मेरे सम्मुख से न कभी काटा और न मिटाया जाता॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तेरा वंश बालू के किनकों के तुल्य होता, और तेरी निज सन्तान उसके कणों के समान होती; उनका नाम मेरे सम्मुख से न कभी काटा और न मिटाया जाता।” सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारे वंश बालू के कण के समान होते, मेरे कारण उनके नाम न तो मिटाए न ही काटे जाएंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरा वंश रेतकणों के तुल्य होता, और तेरी निज सन्तान उसके कणों के समान होती; उनका नाम मेरे सम्मुख से न कभी काटा और न मिटाया जाता।” |
मैं तेरे वंशजों को पृथ्वी के रजकणों के सदृश बढ़ाऊंगा। उनकी गिनती करना असम्भव होगा: यदि कोई पृथ्वी के रजकणों को गिन सकेगा तो वह तेरे वंशजों को भी गिन सकेगा।
मैं निश्चय ही तुझे आशिष दूंगा, और तेरे वंश को आकाश के तारों एवं समुद्र तट के रेत-कणों के सदृश असंख्य बनाऊंगा। तेरे वंशज अपने शत्रुओं के नगर-द्वारों पर अधिकार करेंगे।
तो मैं इस्राएलियों को इस देश से, जो मैंने उन्हें प्रदान किया है, निकाल दूंगा। जिस भवन को मैंने अपने नाम के लिए पवित्र किया है, उसको अपनी आंखों के सामने से दूर कर दूंगा। इस्राएली विश्व की जातियों के मध्य निन्दा और उपहास के पात्र बन जाएंगे।
तुम्हें यह भी ज्ञात होगा कि तुम्हारा वंश बढ़ता जा रहा है; तुम्हारे वंशज पृथ्वी की घास के सदृश असंख्य होंगे।
तूने राष्ट्रों को डांटा, और दुर्जनों को नष्ट किया; तूने उनका नाम सदा-सर्वदा कि लिए मिटा दिया।
ओ इस्राएल, यह सच है कि तेरी कौम की जनसंख्या समुद्र के रेतकणों के सदृश असंख्य होगी, तो भी मुट्ठी भर लोग बचकर लौटेंगे। विनाश का निर्णय लिया जा चुका है। धार्मिकता उमड़ रही है।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, “मैं बेबीलोन के विरुद्ध उठूंगा, और उसका नाम और निशान मिटा डालूंगा; मैं उसकी सन्तान को, उसके वंशजों को निर्मूल कर दूंगा।
मैं प्यासी भूमि को पानी दूंगा, सूखी भूमि पर नदियाँ बहाऊंगा। मैं तेरे वंशजों पर अपना आत्मा उण्डेलूंगा, तेरी सन्तान पर अपनी आशिष की वर्षा करूंगा।’
तब वे जलाशयों के तट की घास के सदृश लहलहा उठेंगे; वे बहते झरनों के किनारे उगे मजनूं के समान बढ़ने लगेंगे।
‘मैं अपने नाम के कारण अपना क्रोध रोके हुए हूं, मैंने अपनी स्तुति के अभिप्राय से, उसको तेरे लिए रोक लिया है, अन्यथा मैं तुझे टुकड़े-टुकड़े कर देता।
क्योंकि अब तू दाएं-बाएँ फैलेगी, तेरे वंशज राष्ट्रों पर अधिकार करेंगे, वे उजाड़ नगरों को आबाद करेंगे।
मैं उसको अपने गृह में, अपनी शहरपनाह के भीतर ऐसा स्थायी नाम दूंगा जो पुत्रों और पुत्रियों से श्रेष्ठ होगा। मैं उसको शाश्वत नाम दूंगा जो कभी न मिटेगा।
प्रभु यह कहता है; ‘जिस प्रकार नया आकाश और नई पृथ्वी, जो मैं बनानेवाला हूं, मेरे सम्मुख स्थिर रहेंगे, उसी प्रकार तुम्हारे वंशज और तुम्हारा नाम स्थिर रहेंगे।
अत: प्रभु ने इस्राएल राष्ट्र के सिर और उसकी पूंछ को काट दिया; एक ही दिन में उसने इस्राएल के धनी और निर्धन वर्ग का विनाश कर दिया।
जैसे आकाश के तारों की और समुद्र-तट के रेतकणों की गणना नहीं हो सकती है, वैसे मैं अपने सेवक दाऊद के वंशजों को तथा मेरी सेवा करनेवाले लेवीय पुरोहितों को अगणित बनाऊंगा।’
इस्राएली राष्ट्र की जनसंख्या सागर-तट के रेत कणों के सदृश असंख्य हो जाएगी, जिनको न मापा जा सकता है और न जिनकी गणना ही की जा सकती है। जिस स्थान में उनको ‘लो-अम्मी’ अर्थात् ‘मेरे लोग नहीं’ कहा गया था, वही उन्हें कहा जाएगा, ‘जीवित परमेश्वर की संतान’।
‘मैं यहूदा प्रदेश पर, राजधानी यरूशलेम के निवासियों पर विनाश के लिए हाथ उठाऊंगा। बअल देवता के बचे हुए आराधकों को, मूर्तिपूजक पुरोहितों के नाम को इस स्थान से मिटा डालूंगा।
नबी यशायाह इस्राएल के विषय में पुकार कर कहते हैं, “इस्राएलियों की संख्या समुद्र के बालू-कणों के सदृश क्यों न हो, फिर भी उन में अवशेष मात्र मुक्ति पायेगा,
मुझे छोड़ दे कि मैं उनको नष्ट करूं और आकाश के नीचे से उनका नाम मिटा डालूं। किन्तु मैं तुझे उनसे अधिक शक्तिशाली और महान राष्ट्र बनाऊंगा।”
कनानी जाति तथा इस देश में रहने वाली अन्य जातियां हमारी पराजय के विषय में सुनेंगी। वे हमें घेर लेंगी, और पृथ्वी से हमारा नामो-निशान मिटा डालेंगी। तब तू अपने महान नाम के लिए क्या करेगा?’
इसके अतिरिक्त मैं महलोन की विधवा, मोआबी रूत को पत्नी के रूप में स्वीकार करता हूँ, जिससे मृतक का नाम उसकी पैतृक सम्पत्ति पर कायम रहे, और मृतक का नाम उसके भाइयों के मध्य से तथा उसके नगर के सभा-स्थल से लुप्त न हो जाए। आज आप इस बात के गवाह हैं।’