यशायाह 47:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तूने सोचा था, कि तू सदा मालकिन बनी रहेगी। अत: तूने अपने हृदय में इन बातों पर विचार नहीं किया, तू भूल गई कि इनका परिणाम गंभीर होगा। पवित्र बाइबल तू कहा करती थी, ‘मैं अमर हूँ। मैं सदा रानी रहूँगी।’ किन्तु तूने उन बुरी बातों पर ध्यान नहीं दिया जिन्हें तूने उन लोगों के साथ किया था। तूने कभी नहीं सोचा कि बाद में क्या होगा। Hindi Holy Bible तू ने कहा, मैं सर्वदा स्वामिन बनी रहूंगी, सो तू ने अपने मन में इन बातों पर विचार न किया और यह भी न सोचा कि उनका क्या फल होगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू ने कहा, “मैं सर्वदा स्वामिन बनी रहूँगी,” इसलिये तू ने अपने मन में इन बातों पर विचार न किया और यह भी न सोचा कि उनका क्या फल होगा। सरल हिन्दी बाइबल फिर भी तुम ज़िद करती रही कि, ‘रानी तो सदैव मैं ही बनी रहूंगी!’ न तो तुमने इन बातों का ध्यान रखा और न ही इसके बारे में सोचा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तूने कहा, “मैं सर्वदा स्वामिनी बनी रहूँगी,” इसलिए तूने अपने मन में इन बातों पर विचार न किया और यह भी न सोचा कि उनका क्या फल होगा। |
अत: उसने इस्राएली राष्ट्र पर अपनी क्रोधाग्नि की वर्षा की, युद्ध का आतंक फैलाया। विनाश की आग से इस्राएली राष्ट्र चारों ओर से घिर गया, पर उसने उसको नहीं समझा, कि यह क्यों हुआ। आग ने उसको झुलसा दिया, पर वह नहीं चेता।
ओ कसदी कौम की बेटी, अंधकार में जा, और वहाँ चुपचाप बैठ; क्योंकि अब लोग तुझे राज्यों की महारानी नहीं कहेंगे।
जब धार्मिक मनुष्य मरता है, तब इस पर कोई ध्यान नहीं देता। भक्त मनुष्य उठा लिये जाते हैं, पर यह बात कोई नहीं समझता : विपत्ति आने से पूर्व प्रभु भक्त मनुष्य को उठा लेता है।
तूने किसके डर से भयभीत होकर मुझ से झूठ कहा; मुझे स्मरण नहीं किया, मेरा विचार भी नहीं किया? निस्सन्देह मैं बहुत समय तक चुप रहा, इसलिए तूने मुझ से डरना छोड़ दिया।
नबी झूठी नबूवत करते हैं; पुरोहित उनकी हां में हां मिलाते हैं। मेरे निज लोगों को यह पसन्द भी है। परन्तु जब अन्त आएगा तब तुम क्या करोगे?
उसकी अशुद्धता उसके कपड़ों पर लिपटी है। उसने अपने अंत का विचार भी न किया। अत: वह विस्मित ढंग से पतन के गड्ढे में गिर पड़ी! उसे सांत्वना देनेवाला भी कोई नहीं है। ‘हे प्रभु, मेरे कष्टों को देख; क्योंकि शत्रु मुझ पर प्रबल हो गया!’
‘ओ मानव-सन्तान, तू सोर नगर-राज्य के शासक से यों कह : स्वामी-प्रभु यों कहता है : “तेरा हृदय अहंकार से भरा है। तू कहता है कि तू ईश्वर है, और समुद्र के मध्य में, देवताओं के दरबार में उच्चासन पर बैठता है। नहीं, तू ईश्वर नहीं, बल्कि केवल मनुष्य है। तू अपने को ईश्वर के सदृश बुद्धिमान समझता है।
तू उनसे यह कहना, स्वामी-प्रभु यों कहता है : “ओ मिस्र देश के राजा फरओ, ओ नील नदी की जलधाराओं में शयन करनेवाले महा जलचर! तू कहता है कि नील नदी तेरी है और तूने उसको बनाया है। सुन, मैं तेरे विरुद्ध हूं।
‘ओ मानव-संतान, सुन। इस्राएल देश के सम्बन्ध में स्वामी-प्रभु यों कहता है: अन्त! हां अन्त! देश के चारों कोनों पर अन्त बढ़ा आ रहा है।
“मैं, नबूकदनेस्सर अपने निवास-स्थान में सुख-चैन से था और अपने महल में सुख-समृद्धि भोग रहा था।
उसने जितनी डींग मारी और जितना भोगविलास किया है, उसे उतनी यन्त्रणा और उतना शोक दो। वह अपने मन में यह कहती है, ‘मैं रानी की तरह सिंहासन पर विराजमान हूँ। मैं विधवा नहीं हूँ और कभी शोक नहीं मनाऊंगी।’