दाऊद ने गाद को उत्तर दिया, ‘मैं बड़े संकट में हूँ। आओ, हम प्रभु के हाथ से मारे जाएँ। वह महादयालु है। परन्तु मैं मनुष्य के हाथ में नहीं पड़ना चाहता।’
यशायाह 47:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं अपने निज लोग इस्राएलियों से क्रुद्ध था, अत: मैंने अपनी मीरास को अशुद्ध घोषित कर तेरे हाथ में उसे सौंप दिया। पर तूने उन पर दया नहीं की, तूने बूढ़ों पर भी बड़ा भारी जूआ रखा। पवित्र बाइबल “मैंने अपने लोगों पर क्रोध किया था। ये लोग मेरे अपने थे, किन्तु मैं क्रोधित था, इसलिए मैंने उनको अपमानित किया। मैंने उन्हें तुझको दे दिया, और तूने उन्हें दण्ड दिया। तूने उन पर कोई करूणा नहीं दर्शायी और तूने उन बूढ़ों पर भी बहुत कठिन काम का जुआ लाद दिया। Hindi Holy Bible मैं ने अपनी प्रजा से क्रोधित हो कर अपने निज भाग को अपवित्र ठहराया और तेरे वश में कर दिया; तू ने उन पर कुछ दया न की; बूढ़ों पर तू ने अपना अत्यन्त भारी जूआ रख दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं ने अपनी प्रजा से क्रोधित होकर अपने निज भाग को अपवित्र ठहराया और तेरे वश में कर दिया; तू ने उन पर कुछ दया न की; बूढ़ों पर तू ने अपना अत्यन्त भारी जूआ रख दिया। सरल हिन्दी बाइबल मैं अपनी प्रजा से अप्रसन्न था, मैंने अपने निज भाग को अपवित्र किया; और तुम्हें सौंप दिया, तुमने उन पर दया नहीं की. बूढ़ों पर भारी बोझ रख दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैंने अपनी प्रजा से क्रोधित होकर अपने निज भाग को अपवित्र ठहराया और तेरे वश में कर दिया; तूने उन पर कुछ दया न की; बूढ़ों पर तूने अपना अत्यन्त भारी जूआ रख दिया। |
दाऊद ने गाद को उत्तर दिया, ‘मैं बड़े संकट में हूँ। आओ, हम प्रभु के हाथ से मारे जाएँ। वह महादयालु है। परन्तु मैं मनुष्य के हाथ में नहीं पड़ना चाहता।’
मेरे पिता ने तुम्हारे कन्धे पर भारी जूआ रखा था, तो मैं उससे भी भारी जूआ तुम्हारे कन्धे पर रखूंगा। मेरा पिता तुम्हें चाबुक से मारता था तो मैं तुम्हें हण्टर से मारूंगा।” ’
उनके मध्य वहाँ प्रभु का एक नबी था। उसका नाम ओबेद था। जब इस्राएली प्रदेश के सैनिक सामरी नगर में पहुंचे, तब वह उनसे मिलने के लिए गया। नबी ओबेद ने उनसे कहा, ‘यह सच है कि तुम्हारा प्रभु परमेश्वर यहूदा प्रदेश के निवासियों से क्रुद्ध था; और इसलिए उसने तुम्हारे हाथ में उनको सौंप दिया। किन्तु तुमने निर्दयता से उनका महासंहार किया। उनकी करुण चीत्कार परमेश्वर के पास स्वर्ग तक पहुँची है।
अत: प्रभु ने अपने निज लोगों के विरुद्ध कसदी कौम के राजा को बुलाया, जिसने उनके युवकों को पवित्र स्थान में तलवार से मौत के घाट उतार दिया। राजा ने किसी पर दया नहीं की, न बच्चों पर न कन्याओं पर, न प्रौढ़ों पर न वृद्धों पर। प्रभु ने उन सबको कसदी कौम के राजा के हाथ में सौंप दिया।
जो तलवार की मार से बच गए थे, वह उनको बन्दी बना कर बेबीलोन ले गया। जब तक फारस राज्य की स्थापना न हुई वे कसदी कौम के राजाओं के गुलाम बने रहे।
किन्तु हमारे पूर्वजों ने स्वर्ग के परमेश्वर को अपने आचरण से क्रुद्ध किया, अत: उसने बेबीलोन देश के राजा, कसदी कौम के नबूकदनेस्सर के हाथ में उनको सौंप दिया। राजा नबूकदनेस्सर ने इस भवन को ध्वस्त कर दिया, और हमारे पूर्वजों को बन्दी बनाकर बेबीलोन देश ले गया।
ऐसे मनुष्य उस व्यक्ति का पीछा करते हैं, जिसे तूने मारा है; वे उन लोगों की पीड़ा की चर्चा करते हैं, जिन्हें तूने घात किया है।
मैंने तुझे एक भक्तिहीन राष्ट्र को दण्ड देने के लिए भेजा; मेरा क्रोध भड़कानेवाली जाति को लूटने, उसकी सम्पत्ति का अपहरण करने, गली की कीचड़ की तरह उसे रौंदने के लिए तुझे भेजा।’
उनकी आंखों के सामने उनके शिशुओं को भूमि पर पटक-पटक कर मारा जाएगा। उनके घरों को लूट लिया जाएगा। उनकी स्त्रियों के साथ बलात्कार किया जाएगा।
इसने ही दुनिया को रेगिस्तान बना दिया था; जिन नगरों ने इसके बन्दियों को उनके घर लौटने नहीं दिया था, उनको इसने उलट-पुलट दिया था। क्या यह वही सम्राट है?”
जिससे वे देशों पर क्रोधावेश में निरन्तर अचूक प्रहार करते थे, जिसके द्वारा वे रोष में राष्ट्रों पर शासन करते थे, और उनको लगातार सताते थे।
इस कारण मैंने पवित्र स्थान के प्रशासकों को पदच्युत कर दिया, मैंने याकूब को संहार के लिए, इस्राएल को निन्दा के हेतु त्याग दिया।
उनके सैनिकों के हाथों में धनुष और भाले हैं। वे निर्दय हैं, उनमें तनिक भी दया नहीं है। वे समुद्र की तरह गरजते हैं; वे घोड़ों पर सवार हैं। ओ बेबीलोन के निवासियो, वे युद्ध के लिए पंिक्तबद्ध हो आ रहे हैं।
‘मेरे अपराधों का जूआ मुझ पर रखा गया; स्वयं प्रभु ने अपने हाथ से रस्सी के सदृश मेरे अपराधों को बुना है। जूआ मेरी गर्दन पर बांधा गया; स्वामी ने मेरी शक्ति क्षीण कर दी, और मुझे उन लोगों के हाथ में सौंप दिया जिनका सामना मैं नहीं कर सकती।
‘वे सुनते हैं कि मैं पीड़ा से कराहती हूं, पर कोई मुझे सांत्वना नहीं देता। मेरे सब शत्रुओं ने मेरे संकट के विषय में सुना; प्रभु, वे प्रसन्न हैं कि तूने मुझे संकट में डाला। जिस दिन की तूने घोषणा की है वह दिन अविलम्ब ला, ताकि मेरे शत्रु भी मुझ जैसे दु:ख भोगें।
स्वामी ने निर्दयतापूर्वक याकूब राष्ट्र की सब बस्तियों को नष्ट कर दिया; उसने अपने क्रोध से यहूदा की पुत्री के गढ़ों को ध्वस्त कर दिया। उसने राज्य और उसके शासकों को अपमानित कर धूल-धूसरित कर दिया।
स्वयं प्रभु ने अपने क्रोध से उन्हें अन्य राष्ट्रों में तितर-बितर किया है; अब वह उन पर ध्यान नहीं देगा। लोगों ने पुरोहितों का सम्मान नहीं किया, और न ही धर्मवृद्धों पर दया की।
शत्रुओं ने हमारे अधिकारियों को उनके हाथ बांधकर लटका दिया; धर्मवृद्धों का अनादर किया गया।
“ओ मानव, तू इस्राएल के वंशजों से यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है: मेरा पवित्र स्थान तुम्हारे लिए अत्यन्त प्रिय है। वह तुम्हारी आंखों का तारा है। तुम्हारा प्राण-प्रिय है। तुम उसके बल पर गर्व करते हो। मैं अपने उस पवित्र स्थान को अशुद्ध कर दूंगा। जिन पुत्र-पुत्रियों को तुम वहां छोड़ आए हो, वे शत्रु की तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे।
जब तेरा व्यापार बढ़ा, तब तुझ में हिंसावृत्ति भर गई, और तू पाप करने लगा। मैंने तुझको अपवित्र प्राणी के सदृश परमेश्वर के पर्वत से हटा दिया। तेरे अंगरक्षक करूब ने भी अग्नि सदृश चमकनेवाली मणियों के मध्य से तुझ को निकाल दिया।
‘ओ एसाव, तूने अपने भाई याकूब के साथ हिंसापूर्ण व्यवहार किया था। अत: लज्जा से तुझे सिर झुकाना होगा; तू सदा-सर्वदा के लिए नष्ट हो जाएगा।
‘इस्राएल, जैसा तूने मेरे पवित्र पर्वत पर मेरे क्रोध का प्याला पीया, वैसा ही तेरे चारों ओर के राष्ट्र पियेंगे, वे पियेंगे, और लड़खड़ा कर गिरेंगे। उनका अस्तित्व भी समाप्त हो जाएगा।
तब प्रभु के दूत ने कहा, ‘हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, तू कब तक यरूशलेम पर और यहूदा प्रदेश के नगरों पर दया नहीं करेगा? तू उनसे पिछले सत्तर वर्षों से नाराज है।’
पर मैं अहंकार में डूबे हुए राष्ट्रों के प्रति क्रोध से भरा हूं। जितना ही कम मैंने क्रोध किया, उतना ही अधिक ये बुराइयों के ढेर लगाते गए।
जिस प्रकार तुम दोष लगाते हो, उसी प्रकार तुम पर भी दोष लगाया जाएगा और जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिए भी नापा जाएगा।
उस राष्ट्र के लोगों के कठोर चेहरे होंगे, जो न बूढ़ों का सम्मान करेंगे, और न बच्चों पर दया।
जिसने दया नहीं दिखायी है, उसका न्याय दया के साथ नहीं किया जायेगा; किन्तु दया न्याय पर विजय पाती है।