हमें घेरनेवाले शत्रुओं ने मन में सोचा, ‘जब तक हम उनके बीच में घुस कर उनको मार नहीं डालेंगे, और यों निर्माण-कार्य रोक नहीं देंगे, तब तक उनकी दृष्टि हम पर नहीं पड़ेगी, उनको पता भी न चलेगा।’
यशायाह 47:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पर तुझ पर अनिष्ट का प्रकोप होगा, जिस को दूर करने का मन्त्र तू नहीं जानती। तुझ पर विपत्ति का पहाड़ टूटेगा, जिसको तू दूर नहीं कर सकेगी। अचानक तेरा सर्वनाश हो जाएगा, तू उसको समझ ही नहीं पाएगी। पवित्र बाइबल “किन्तु तुझ पर विपत्तियाँ आयेंगी। तू नहीं जानती कि यह कब हो जायेगा, किन्तु विनाश आ रहा है। तू उन विपत्तियों को रोकने के लिये कुछ भी नहीं कर पायेगी। तेरा विनाश इतना शीघ्र होगा कि तुझको पता तक भी न चलेगा कि क्या कुछ तेरे साथ घट गया। Hindi Holy Bible परन्तु तेरी ऐसी दुर्गती होगी जिसका मन्त्र तू नहीं जानती, और तुझ पर ऐसी विपत्ति पड़ेगी कि तू प्रायश्चित कर के उसका निवारण न कर सकेगी; अचानक विनाश तुझ पर आ पड़ेगा जिसका तुझे कुछ भी पता नहीं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु तेरी ऐसी दुर्गति होगी जिसका मन्त्र तू नहीं जानती, और तुझ पर ऐसी विपत्ति पड़ेगी कि तू प्रायश्चित करके उसका निवारण न कर सकेगी; अचानक विनाश तुझ पर आ पड़ेगा जिसका तुझे कुछ भी पता नहीं। सरल हिन्दी बाइबल किंतु कष्ट तो तुम पर आएगा ही, अपने जादू-टोने से इसे दूर कर पाना मुश्किल होगा. तुम पर तो घोर विपत्ति टूट ही पड़ेगी जिसका सामना करना तुम्हारे लिए संभव न होगा; यह ऐसी घोर विपत्ति होगी, जिसके विषय में तुम्हें मालूम न होगा यह तुम पर अचानक आ पड़ेगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु तेरी ऐसी दुर्गति होगी जिसका मंत्र तू नहीं जानती, और तुझ पर ऐसी विपत्ति पड़ेगी कि तू प्रायश्चित करके उसका निवारण न कर सकेगी; अचानक विनाश तुझ पर आ पड़ेगा जिसका तुझे कुछ भी पता नहीं। (1 थिस्स. 5:3) |
हमें घेरनेवाले शत्रुओं ने मन में सोचा, ‘जब तक हम उनके बीच में घुस कर उनको मार नहीं डालेंगे, और यों निर्माण-कार्य रोक नहीं देंगे, तब तक उनकी दृष्टि हम पर नहीं पड़ेगी, उनको पता भी न चलेगा।’
अकस्मात् उनका सर्वनाश हो जाए। जो जाल उन्होंने बिछाया है, वे उसमें स्वयं फंस जाएं, वे उसमें गिर पड़ें और उनका सर्वनाश हो जाए!
ओ परमेश्वर को भूलने वालो! इस बात को समझो− ऐसा न हो कि मैं तुम्हें सिंह के समान विदीर्ण करूं, और तुम्हें मुक्त करने वाला कोई न हो।
विनाश उन पर छा जाए; वे जीवित ही मृतक-लोक को चले जाएं; क्योंकि बुराई उनके घर में, उनके मध्य में है।
अनिष्ट पापी मनुष्य के पीछे लगा रहता है; किन्तु धार्मिक व्यक्ति को समृद्धि प्राप्त होती है।
शोक मनाओ! प्रभु का दिन समीप आ गया। वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर की ओर से सर्वनाश के रूप में आ गया।
तेरा शत्रु-दल बारीक रेत-कणों के सदृश बिखर जाएगा; निर्दयी आक्रमणकारियों का समुदाय भूसे के सदृश उड़ जाएगा। पलक झपकते, अचानक
इस कारण तुम्हारा यह अनिष्ट होगा: जैसे एक ऊंची दीवार का कुछ भाग टूट कर आगे निकल आता है, और गिरनेवाला होता है; अचानक, क्षण-भर में टूटकर गिर पड़ता है, ऐसी ही दशा तुम्हारी होगी।
उस रात प्रभु का एक दूत बाहर निकला। वह असीरियाई सेना के पड़ाव में गया, और उसने वहां एक लाख पचासी हजार सैनिकों का वध कर दिया। जब सबेरा हुआ तब लोगों ने देखा कि शव पड़े हैं!
मैं ही प्रकाश का उत्पन्न करनेवाला हूं, मैं ही अन्धकार का स्रष्टा हूं। मैं ही कल्याण का देनेवाला, मैं ही विपत्ति का ढाहनेवाला हूं। मैं, प्रभु, यह सब करता हूं।’
सुन, एक क्षण, एक ही दिन ये दोनों विपत्तियाँ तुझ पर टूट पड़ेंगी: तू सन्तान से पूर्णत: वंचित होगी, और तू विधवा होगी। तेरे अनेक टोने-टोटके, तेरे भारी-भारी तन्त्र-मन्त्र निष्फल हो जाएंगे!
निस्सन्देह, तूने इनके विषय में कभी सुना नहीं था, और न तुझे कुछ मालूम ही था। इससे पहले तेरे कान में यह बात पड़ी भी नहीं थी; क्योंकि मैं जानता था, कि तू निश्चय विश्वासघात करेगा। तू अपनी मां के गर्भ से ही विद्रोही कहलाता आया है।
जब धार्मिक मनुष्य मरता है, तब इस पर कोई ध्यान नहीं देता। भक्त मनुष्य उठा लिये जाते हैं, पर यह बात कोई नहीं समझता : विपत्ति आने से पूर्व प्रभु भक्त मनुष्य को उठा लेता है।
पृथ्वी कांप रही है, वह पीड़ा से तड़प रही है; क्योंकि प्रभु ने निश्चय किया है कि वह बेबीलोन देश को उजाड़ देगा, वह उसको निर्जन बना देगा।
बेबीलोन के नगर आतंक का कारण बन गए, बेबीलोन अकाल का देश बन गया। वह मरुस्थल हो गया। वह निर्जन हो गया, अब उसमें कोई नहीं रहता; वहां से मनुष्य भी नहीं गुजरते।
किन्तु अचानक बेबीलोन का पतन हो गया, वह छिन्न-भिन्न हो गया। ओ राष्ट्रो, उसके लिए विलाप करो, उसके घावों पर लगाने के लिए मलहम ले जाओ। कदाचित् वह स्वस्थ हो जाए।
‘वे सुनते हैं कि मैं पीड़ा से कराहती हूं, पर कोई मुझे सांत्वना नहीं देता। मेरे सब शत्रुओं ने मेरे संकट के विषय में सुना; प्रभु, वे प्रसन्न हैं कि तूने मुझे संकट में डाला। जिस दिन की तूने घोषणा की है वह दिन अविलम्ब ला, ताकि मेरे शत्रु भी मुझ जैसे दु:ख भोगें।
उन पर एक के बाद एक विपत्ति आएगी; युद्ध की अफवाहें चारों ओर फैलेंगी। वे नबियों के पास मेरा दर्शन पाने के लिए जाएंगे। परन्तु स्वयं पुरोहित मेरी धर्म-व्यवस्था से वंचित हो जाएगा, और न धर्मवृद्ध के पास परामर्श देने का सामर्थ्य रहेगा।
और स्वामी ने क्रुद्ध हो कर उसे तब तक के लिए यंत्रणा देने वालों के हवाले कर दिया, जब तक वह कौड़ी-कौड़ी न चुका दे।
मैं तुम से कहता हूँ, जब तक तुम कौड़ी-कौड़ी न चुका दोगे, तब तक वहाँ से नहीं छूटने पाओगे।”
नूह के जलयान पर चढ़ने के दिन तक लोग खाते-पीते और शादी-ब्याह करते रहे। तब जलप्रलय आया और उसने सब को नष्ट कर दिया।
जब लोग यह कहेंगे, “अब तो शान्ति और सुरक्षा है”, तभी विनाश, गर्भवती की प्रसव-पीड़ा की तरह, उन पर अचानक आ पड़ेगा और वे उससे नहीं बच सकेंगे।
तुम ने जो शिक्षा स्वीकार की और सुनी, उसे याद रखो, उसका पालन करो और पश्चात्ताप करो। यदि तुम नहीं जागोगे, तो मैं चोर की तरह आऊंगा और तुम्हें मालूम नहीं है कि मैं किस घड़ी तुम्हारे पास आ जाऊंगा।