यशायाह 42:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं अनजान मार्ग पर अंधों का मार्ग-दर्शन करूंगा, मैं अपरिचित राह पर उनका पथ-प्रदर्शन करूंगा। मैं उनके सम्मुख अंधकार को प्रकाश में बदल दूंगा, ऊबड़-खाबड़ स्थानों को समतल मैदान बना दूंगा। मैं यह सब आश्चर्यपूर्ण कार्य करूंगा, और उनको कभी नहीं त्यागूंगा। पवित्र बाइबल फिर मैं अन्धों को ऐसी राह दिखाऊँगा जो उनको कभी नहीं दिखाई गयी। नेत्रहीन लोगों को मैं ऐसी राह दिखाऊँगा जिन पर उनका जाना कभी नहीं हुआ। अन्धेरे को मैं उनके लिये प्रकाश में बदल दूँगा। ऊँची नीची धरती को मैं समतल बनाऊँगा। मैं उन कामों को करुँगा जिनका मैंने वचन दिया है! मैं अपने लोगों को कभी नहीं त्यागूँगा। Hindi Holy Bible मैं अन्धों को एक मार्ग से ले चलूंगा जिसे वे नहीं जानते और उन को ऐसे पथों से चलाऊंगा जिन्हें वे नहीं जानते। उनके आगे मैं अन्धियारे को उजियाला करूंगा और टेढ़े मार्गों को सीधा करूंगा। मैं ऐसे ऐसे काम करूंगा और उन को न त्यागूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं अन्धों को एक मार्ग से ले चलूँगा जिसे वे नहीं जानते और उनको ऐसे पथों से चलाऊँगा जिन्हें वे नहीं जानते। उनके आगे मैं अन्धियारे को उजियाला करूँगा और टेढ़े मार्गों को सीधा करूँगा। मैं ऐसे ऐसे काम करूँगा और उनको न त्यागूँगा। सरल हिन्दी बाइबल अंधों को मैं ऐसे मार्ग से ले जाऊंगा जिसे वे जानते नहीं, उन अनजान रास्तों पर मैं उन्हें अपने साथ साथ ले चलूंगा; मैं उनके अंधियारे को दूर करूंगा उनके टेढ़े रास्ते को सीधा कर दूंगा. मैं यह सब कर दिखाऊंगा; इसमें कोई कमी न होगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं अंधों को एक मार्ग से ले चलूँगा जिसे वे नहीं जानते और उनको ऐसे पथों से चलाऊँगा जिन्हें वे नहीं जानते। उनके आगे मैं अंधियारे को उजियाला करूँगा और टेढ़े मार्गों को सीधा करूँगा। मैं ऐसे-ऐसे काम करूँगा और उनको न त्यागूँगा। (लूका 3:5, यशा. 29:18) |
परमेश्वर के कार्यों पर विचार करो: जिसको परमेश्वर ने टेढ़ा बनाया है, उसे कौन सीधा कर सकता है?
धार्मिक व्यक्ति का मार्ग समतल होता है, क्योंकि प्रभु, तू उसके मार्ग को सीधा बनाता है।
उस दिन बहरा व्यक्ति पुस्तक के शब्द सुनेगा, और अन्धे व्यक्ति की आंखें गहन अन्धकार में देखेंगी!
प्रभु अब भी प्रतीक्षा कर रहा है कि तुम प्रायश्चित करो, और वह तुम कर कृपा करे। वह तुम पर दया करने को तत्पर है। प्रभु न्याय करनेवाला परमेश्वर है। धन्य हैं वे, जो उसकी प्रतीक्षा करते हैं।
जब तुम सत्य मार्ग से दाएं-बाएं भटकोगे तब तुम्हारे कानों में पीछे से यह आवाज सुनाई देगी; “सत्य मार्ग यही है, इस पर चलो!”
उनके राज्य-काल में लोग, जो अपनी आंखों से देख सकते हैं, वे ध्यान से देखेंगे; जो अपने कानों से सुन सकते हैं, वे प्रभु का सन्देश ध्यान से सुनेंगे।
वहां एक राजमार्ग होगा, वह ‘पवित्र मार्ग’ कहलाएगा। कोई अपवित्र प्राणी उस पर नहीं चलेगा। मूर्ख उस पर पैर भी नहीं रख सकेंगे।
हर एक घाटी को भर दो, प्रत्येक पहाड़ और पहाड़ी को गिरा दो, ऊंची-नीची जमीन को समतल कर दो, ऊबड़-खाबड़ मैदान को सपाट बना दो।
जब दीन-हीन जन पानी ढूंढ़ेंगे, और उन्हें पानी नहीं मिलेगा; जब उनका तालु प्यास के कारण सूखेगा, तब मैं, इस्राएल का प्रभु परमेश्वर उनकी प्रार्थना का उत्तर दूंगा, मैं उन्हें नहीं त्यागूंगा।
वह उन्हें खदेड़ता जाता है, बिना अवरोध के वह बढ़ता जाता है, वह इतनी तीव्रगति से पीछा करता है, मानो उसके पैर भूमि को स्पर्श ही नहीं करते।
मैं तेरे आगे-आगे जाऊंगा, और पहाड़ों को समतल मैदान बनाऊंगा। मैं पीतल के प्रवेश-द्वार तोड़ दूंगा, मैं लोहे की छड़ों को टुकड़े-टुकड़े करूंगा।
मैं ही प्रकाश का उत्पन्न करनेवाला हूं, मैं ही अन्धकार का स्रष्टा हूं। मैं ही कल्याण का देनेवाला, मैं ही विपत्ति का ढाहनेवाला हूं। मैं, प्रभु, यह सब करता हूं।’
प्रभु, तेरा मुक्तिदाता, इस्राएल का पवित्र परमेश्वर यों कहता है : ‘मैं तेरा प्रभु परमेश्वर हूं। मैं तेरे लाभ के लिए शिक्षा देनेवाला तेरा शिक्षक हूं, जिस मार्ग पर तुझे चलना चाहिए, उस मार्ग पर तुझे चलानेवाला तेरा पथ-प्रदर्शक हूं।
पर तुम्हें वहाँ से हड़बड़ी में नहीं निकलना होगा; तुम्हें प्राण बचाकर भागना ही नहीं पड़ेगा; क्योंकि प्रभु तुम्हारे आगे-आगे चलेगा, इस्राएल का परमेश्वर तुम्हारे पीछे-पीछे रक्षक बन कर चलेगा।
यदि भूखे व्यक्ति के लिए अपना भण्डार-गृह खोल दे, पीड़ित मनुष्य के प्राण को सन्तुष्ट करे, तो तेरे आनन्द का प्रकाश अंधकार में चमकेगा, और तेरे दु:ख का अंधकार दोपहर के सुखद प्रकाश में परिणत हो जाएगा।
लोग उन्हें ‘पवित्र कौम’, ‘प्रभु के द्वारा छुड़ाया गया राष्ट्र’ कहेंगे। ओ सियोन, तेरा नाम ‘ग्रहण की हुई नगरी’, ‘सुहागिन’ रखा जाएगा।
उनके आचरण और व्यवहार को देखकर तुम्हें शान्ति मिलेगी, और तुम्हें मालूम होगा कि जो मैंने यरूशलेम नगर में किया है, उसका कोई कारण है।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
देख, अब मैं उसे मोहित करके, निर्जन प्रदेश में ले जाऊंगा; मैं वहाँ उससे प्रेम से बातें करूंगा।
अत: मैं उसके मार्ग में कांटे बोऊंगा; उसके मार्ग में बाधा की दीवार खड़ी करूंगा; ताकि वह अपने अभिसार-मार्ग पर न जा सके।
जो कृत्तिका और मृगशीर्ष नक्षत्रों को बनानेवाला है; जो मृत्यु की छाया को सबेरे के प्रकाश में बदलता है; जो दिन को रात के अंधकार में ढालता है; जो सागरों के जल को भाप में बदलकर भूमि की सतह पर वर्षा के रूप में उण्डेलता है, उसका नाम प्रभु है।
हर एक घाटी भर दी जाएगी, हर एक पहाड़ और पहाड़ी नीची की जाएगी, टेढ़े रास्ते सीधे और ऊबड़-खाबड़ मार्ग समतल किये जाएँगे;
मैं उनकी आँखें खोलने के लिए, उन्हें अन्धकार से ज्योति की ओर उन्मुख करने के लिए, अर्थात् शैतान की शक्ति से विमुख हो परमेश्वर की ओर अभिमुख करने के लिए, तुझे उनके पास भेज रहा हूं, जिससे वे मुझ में विश्वास करने के कारण अपने पापों की क्षमा पाएं और पवित्र किए हुए भक्तों के बीच स्थान प्राप्त कर सकें।’
आप लोग पहले ‘अन्धकार’ थे, अब प्रभु के शिष्य होने के नाते ‘ज्योति’ बन गये हैं। इसलिए ज्योति की सन्तान की तरह आचरण करें।
आप लोग धन का लालच न करें। जो आपके पास है, उस से सन्तुष्ट रहें; क्योंकि परमेश्वर ने स्वयं कहा है, “मैं तुझको नहीं छोड़ूँगा। मैं तुझको कभी नहीं त्यागूँगा।”
तब तुम्हें ज्ञात होगा कि किस दिशा में तुम्हें जाना है, क्योंकि तुम इस ओर पहले कभी नहीं आए थे। परन्तु तुम विधान-मंजूषा के निकट मत जाना, वरन् उससे एक किलोमीटर पीछे रहना।’
परन्तु आप लोग चुने हुए वंश, राजकीय पुरोहित-वर्ग, पवित्र राष्ट्र तथा परमेश्वर की अपनी निजी प्रजा हैं, जिससे आप उसी के महान् कार्यों की घोषणा करें, जो आप लोगों को अन्धकार में से निकाल कर अपनी अलौकिक ज्योति में बुला लाया है।