जो उन्हें बनाते हैं; वे उन्हीं मूर्तियों के सदृश निर्जीव हैं। वे भी बेजान हैं, जो उन पर भरोसा करते हैं।
यशायाह 41:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सुनो, तुम कुछ भी नहीं हो, तुम कुछ नहीं कर सकते, जो तुम्हें आराधना के लिए चुनता है, वह स्वयं घृण्य है। पवित्र बाइबल “देखो झूठे देवताओं, तुम बेकार से भी ज्यादा बेकार हो! तुम कुछ भी तो नहीं कर सकते। केवल बेकार के भ्रष्ट लोग ही तुम्हें पूजना चाहते हैं!” Hindi Holy Bible देखो, तुम कुछ नहीं हो, तुम से कुछ नहीं बनता; जो कोई तुम्हें चाहता है वह घृणित है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) देखो, तुम कुछ नहीं हो, तुम से कुछ नहीं बनता; जो कोई तुम्हें चाहता है वह घृणित है। सरल हिन्दी बाइबल देखो तुम कुछ भी नहीं हो तुम्हारे द्वारा किए गए काम भी व्यर्थ ही हैं; जो कोई तुम्हारा पक्ष लेता है वह धिक्कार-योग्य है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 देखो, तुम कुछ नहीं हो, तुम से कुछ नहीं बनता; जो कोई तुम्हें चाहता है वह घृणित है। |
जो उन्हें बनाते हैं; वे उन्हीं मूर्तियों के सदृश निर्जीव हैं। वे भी बेजान हैं, जो उन पर भरोसा करते हैं।
प्रभु की दृष्टि में कुटिल व्यक्ति घृणित है, किन्तु निष्कपट व्यक्ति उसका विश्वासपात्र है।
उनके इष्ट देवताओं की मूर्तियां आग में झोंक दीं। प्रभु, ये मूर्तियां सच्चा ईश्वर नहीं थीं। वे केवल मनुष्य के हाथ की रचना, लकड़ी और पत्थर की मूर्तियां थीं। इसलिए वे नष्ट हो गई।
देखो, उनका अस्तित्व व्यर्थ है, उनके कार्य व्यर्थ हैं, उनकी ढली हुई मूर्तियाँ कोरी हवा हैं।
‘वे नगर से बाहर निकलेंगे, और उन लोगों के शव देखेंगे जिन्होंने मुझ से विद्रोह किया था। कीड़े उन के शव को निरन्तर खाते रहेंगे, उनको भस्म करने वाली अग्नि कभी न बुझेगी। सब प्राणियों को उन से घृणा होगी।’
इस जाति के सब मनुष्य मूर्ख हैं, वे परमेश्वर के ज्ञान से रहित हैं। सुनार अपनी बनाई हुई मूर्ति के कारण अपमानित होगा; क्योंकि उसकी मूर्ति झूठी है; उनमें जीवन का श्वास है ही नहीं।
वे निस्सार हैं, वे मनुष्यों को भ्रम के जाल में फंसाती हैं। दण्ड के समय वे भी नष्ट होंगी।
उनकी ये मूर्तियां ककड़ी के खेत में खड़े फूस के पुतले के समान हैं; वे न बोल सकती हैं, और न चल ही सकती हैं। अत: उनको लाद कर ले जाते हैं। उनसे मत डरो, वे न तो तुम्हारा अनिष्ट कर सकती हैं, और न उनमें भलाई करने का सामर्थ्य ही है।’
मूर्तियों की आशा करनेवाले मूर्ख और अज्ञानी हैं; मूर्तियाँ क्या शिक्षा दे सकती हैं? उनकी शिक्षा लकड़ी के समान बेजान है।
मूर्तियों को अर्पित मांस खाने के विषय में हम जानते हैं कि संसार में मूर्ति की कोई वास्तविकता नहीं है-एकमात्र परमेश्वर के अतिरिक्त कोई और परमेश्वर नहीं है।
“जो व्यक्ति खोदकर अथवा गढ़कर मूर्ति बनाता है, और गुप्त स्थान में उसको प्रतिष्ठित करता है, वह शापित है। ऐसे कारीगर का यह हस्तकार्य प्रभु की दृष्टि में घृणित है।” सब लोग प्रत्युत्तर में कहेंगे, “ऐसा ही हो!”
‘तू उनके देवताओं की मूर्तियाँ आग में जला डालना। मूर्तियों पर मढ़े हुए सोना-चांदी का लालच मत करना, और न उसको लेना। ऐसा न हो कि तू मूर्तियों के फन्दे में फंस जाए, क्योंकि यह तेरे प्रभु परमेश्वर के लिए घृणित बात है।
तू अपने घर में कोई भी घृणित मूर्ति नहीं लाएगा, अन्यथा तू भी उसके समान निषिद्ध बनेगा। तू उसको पूर्णत: अशुद्ध और घृणित वस्तु समझना; क्योंकि वह निषिद्ध वस्तु है।
उसके माथे पर एक रहस्यमय नाम अंकित था: “महान बेबीलोन। वेश्याओं और पृथ्वी के सभी घृणित कर्मों की माता।”