देख, मैं तेरे साथ हूँ। जहाँ कहीं तू जाएगा, मैं तेरी रक्षा करूँगा। मैं तुझे इस देश में वापस लाऊंगा। जो बातें मैंने तुझसे कही हैं, जब तक उनको पूर्ण नहीं कर लूँगा तब तक तुझे नहीं छोड़ूँगा।’
यशायाह 41:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब दीन-हीन जन पानी ढूंढ़ेंगे, और उन्हें पानी नहीं मिलेगा; जब उनका तालु प्यास के कारण सूखेगा, तब मैं, इस्राएल का प्रभु परमेश्वर उनकी प्रार्थना का उत्तर दूंगा, मैं उन्हें नहीं त्यागूंगा। पवित्र बाइबल “गरीब जन, और जरुरत मंद जल ढूँढ़ते हैं किन्तु उन्हें जल नहीं मिलता है। वे प्यासे हैं और उनकी जीभ सूखी है। मैं उनकी विनतियों का उत्तर दूँगा। मैं उनको न ही तजूँगा और न ही मरने दूँगा। Hindi Holy Bible जब दीन और दरिद्र लोग जल ढूंढ़ने पर भी न पाएं और उनका तालू प्यास के मारे सूख जाए; मैं यहोवा उनकी बिनती सुनूंगा, मैं इस्राएल का परमेश्वर उन को त्याग न दूंगां पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब दीन और दरिद्र लोग जल ढूँढ़ने पर भी न पायें और उनका तालू प्यास के मारे सूख जाये; मैं यहोवा उनकी विनती सुनूँगा, मैं इस्राएल का परमेश्वर उनको त्याग न दूँगा। सरल हिन्दी बाइबल “जो दीन तथा दरिद्र हैं वे जल की खोज कर रहे हैं, किंतु जल कहीं नहीं; प्यास से उनका गला सूख गया है. मैं याहवेह ही उन्हें स्वयं उत्तर दूंगा; इस्राएल का परमेश्वर होने के कारण मैं उनको नहीं छोड़ूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब दीन और दरिद्र लोग जल ढूँढ़ने पर भी न पाएँ और उनका तालू प्यास के मारे सूख जाये; मैं यहोवा उनकी विनती सुनूँगा, मैं इस्राएल का परमेश्वर उनको त्याग न दूँगा। |
देख, मैं तेरे साथ हूँ। जहाँ कहीं तू जाएगा, मैं तेरी रक्षा करूँगा। मैं तुझे इस देश में वापस लाऊंगा। जो बातें मैंने तुझसे कही हैं, जब तक उनको पूर्ण नहीं कर लूँगा तब तक तुझे नहीं छोड़ूँगा।’
हे इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर, अब अपने सेवक दाऊद को दिए गए अपने वचन को सच प्रमाणित कर।
मेरा कंठ ठीकरे के समान सूख गया है और मेरी जीभ तालू से चिपक गई है; तू मुझे मृत्यु की धूल में मिला रहा है।
इस पीड़ित व्यक्ति ने प्रभु को पुकारा, और प्रभु ने उसकी प्रार्थना सुनी; प्रभु ने उसके सब संकटों से उसको बचाया।
मैं भी तरुण था, और अब वृद्ध हूँ। मैंने यह कभी नहीं देखा, क प्रभु ने किसी धार्मिक को कभी त्याग दिया; और न मैंने उसकी सन्तान को भीख मांगते पाया।
मेरा प्राण परमेश्वर के, जीवंत परमेश्वर के दर्शन का प्यासा है। मैं कब जाऊंगा और परमेश्वर के मुख का दर्शन पाऊंगा?
किन्तु लोग वहाँ पानी के लिए प्यासे थे। वे मूसा के विरुद्ध बक-बक करने लगे। उन्होंने कहा, ‘आप हमें, हमारी सन्तान और पशुओं को प्यास से मार डालने के लिए मिस्र देश से क्यों ले आए?’
देख, वहाँ मैं तेरे सम्मुख होरेब पर्वत की चट्टान पर खड़ा रहूँगा। तू चट्टान पर प्रहार करना। तब उससे जल निकलेगा कि लोग उसे पी सकें।’ मूसा ने इस्राएलियों के धर्मवृद्धों की आंखों के सामने ऐसा ही किया।
ओ सियोन के लोगो, यरूशलेम नगर में रहनेवालो, तुम अब नहीं रोओगे; तुम्हारी दुहाई की पुकार सुनकर प्रभु तुम पर निस्सन्देह कृपा करेगा। जब वह उसको सुनेगा तब निश्चय ही वह तुम्हें उत्तर देगा।
मैं अनजान मार्ग पर अंधों का मार्ग-दर्शन करूंगा, मैं अपरिचित राह पर उनका पथ-प्रदर्शन करूंगा। मैं उनके सम्मुख अंधकार को प्रकाश में बदल दूंगा, ऊबड़-खाबड़ स्थानों को समतल मैदान बना दूंगा। मैं यह सब आश्चर्यपूर्ण कार्य करूंगा, और उनको कभी नहीं त्यागूंगा।
वन-पशु, गीदड़ और शुतुरमुर्ग मेरा आदर करेंगे; क्योंकि मैं उन्हें निर्जन प्रदेश में पीने को पानी देता हूं, मरुस्थल में नदियां बहाता हूं। मैं अपने मनोनीत लोगों को, पीने का पानी प्रदान करता हूं,
मैं प्यासी भूमि को पानी दूंगा, सूखी भूमि पर नदियाँ बहाऊंगा। मैं तेरे वंशजों पर अपना आत्मा उण्डेलूंगा, तेरी सन्तान पर अपनी आशिष की वर्षा करूंगा।’
जब प्रभु उन्हें मरुस्थल में से ले गया था तब उन्हें प्यासा नहीं रहना पड़ा था; उसने चट्टान से उनके लिए पानी बहाया था। उसने चट्टान को तोड़ा, और पानी बह निकला था।
वे न भूखे रहेंगे, और न प्यासे; वे न गर्म रेत से पीड़ित होंगे, और न धूप में उन्हें कष्ट होगा; क्योंकि जिसने उन पर दया की है, और उन्हें छुड़ाया है, वही उनका मार्गदर्शन करेगा। वह उन्हें जल-स्रोतों के पास ले जाएगा।
सब प्यासे लोगो, जल के पास आओ। जिसके पास पैसा नहीं है, वह भी आए। सब आओ, खरीदो, और खाओ। बिना पैसे के, बिना दाम के, अंगूर-रस और दूध खरीदो।
प्रभु निरन्तर तेरा मार्गदर्शन करता रहेगा, और वह अभाव के दिनों में भी तुझे तृप्त करेगा। वह तेरी हड्डियों को मजबूत बनाएगा, और तू सिंचे हुए उद्यान के सदृश हरा-भरा होगा; तू उस झरने के समान होगा, जिसका जल कभी नहीं सूखता।
प्रभु का आत्मा मुझ पर है; क्योंकि उसने पीड़ित व्यक्तियों को शुभ-सन्देश सुनाने के लिए मेरा अभिषेक किया है; स्वामी प्रभु ने मुझे इस कार्य के लिए भेजा है कि मैं घायल हृदयवालों को स्वस्थ करूं, बन्दियों को स्वतंत्रता का सन्देश सुनाऊं, और जो कारागार में हैं उनके लिए कारागार के द्वार खोल दूं।
लोग उन्हें ‘पवित्र कौम’, ‘प्रभु के द्वारा छुड़ाया गया राष्ट्र’ कहेंगे। ओ सियोन, तेरा नाम ‘ग्रहण की हुई नगरी’, ‘सुहागिन’ रखा जाएगा।
अत: स्वामी-प्रभु यों कहता है : ‘मेरे सेवकों को भोजन प्राप्त होगा, पर तुम भूखे मरोगे; मेरे सेवक पेय पीएंगे; लेकिन तुम प्यासे रहोगे। मेरे सेवक आनन्द-मग्न होंगे; पर तुम विलाप करोगे।
उनके पुकारने के पूर्व ही मैं उनको उत्तर दूंगा; उनकी प्रार्थना समाप्त भी न होगी कि मैं उसको सुन लूंगा।
प्रभु कहता है : ‘इन सबको स्वयं मेरे हाथों ने बनाया है, अत: ये सब वस्तुएँ मेरी ही हैं। पर मैं उस मनुष्य पर ध्यान दूंगा, जो विनम्र है जो आत्मा में पीड़ित है जो मेरे वचन में श्रद्धा रखता है।
प्यास के कारण दूध पीनेवाले बच्चों की जीभ उनके तालू से चिपक गई। बच्चे रोटी मांग रहे हैं, परन्तु कोई भी उनको रोटी नहीं देता।
उसने मुझे बताया, ‘यह नदी पूर्वी क्षेत्र की ओर बहती हुई अराबा में उतरती है। जब यह लवण-सागर के स्थिर जल में मिलती है, तब वह भी स्वच्छ और मीठा हो जाता है।
उसने पुकार कर कहा, ‘पिता अब्राहम! मुझ पर दया कीजिए और लाजर को भेजिए, जिससे वह अपनी उँगली का सिरा पानी में भिगो कर मेरी जीभ को ठंडा करे; क्योंकि मैं इस ज्वाला में तड़प रहा हूँ।’
किन्तु प्रभु ने कहा-“मेरी कृपा तुम्हारे लिए पर्याप्त है, क्योंकि तुम्हारी दुर्बलता में मेरा सामर्थ्य पूर्ण रूप से प्रकट होता है।” इसलिए मैं बड़ी खुशी से अपनी दुर्बलताओं पर गौरव करूँगा, जिससे मसीह का सामर्थ्य मुझ पर छाया रहे।
उसने फिर मुझ से कहा, “कार्य समाप्त हो गया। अलफा और ओमेगा, आदि और अन्त मैं हूँ। मैं प्यासे को संजीवन जल के स्रोत से मुफ्त में पिलाऊंगा।
आत्मा तथा वधू, दोनों कहते हैं, “आइए।” जो सुनता है, वह उत्तर दे, “आइए।” जो प्यासा है, वह आये। जो चाहता है, वह उपहार में संजीवन जल ग्रहण करे।