राजा का उद्धार उसकी विशाल सेना से नहीं होता; वीर पुरुष की मुक्ति उसके अपार बल से नहीं होती।
यशायाह 40:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) युवक भी निर्बल हो जाते हैं, वे थक जाते हैं, तरुण भी थक कर चूर हो जाते हैं। पवित्र बाइबल युवक थकते हैं और उन्हें विश्राम की जरुरत पड़ जाती है। यहाँ तक कि किशोर भी ठोकर खाते हैं और गिरते हैं। Hindi Holy Bible तरूण तो थकते और श्रमित हो जाते हैं, और जवान ठोकर खाकर गिरते हैं; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तरुण तो थकते और श्रमित हो जाते हैं, और जवान ठोकर खाकर गिरते हैं; सरल हिन्दी बाइबल यह संभव है कि जवान तो थकते, और मूर्छित हो जाते हैं और लड़खड़ा जाते हैं; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तरूण तो थकते और श्रमित हो जाते हैं, और जवान ठोकर खाकर गिरते हैं; |
राजा का उद्धार उसकी विशाल सेना से नहीं होता; वीर पुरुष की मुक्ति उसके अपार बल से नहीं होती।
युवा सिंहों को घटी होती और उन्हें भूख लगती है; पर जो लोग प्रभु को खोजते हैं, उन्हें भली वस्तु का अभाव नहीं होता।
तूने मेरे जीवन-काल को बित्ता भर बनाया है। मेरी आयु तेरे सम्मुख कुछ भी नहीं है। वस्तुत: प्रत्येक मनुष्य की स्थिति श्वास मात्र है। सेलाह
मैंने पुन: अनुभव किया कि सूर्य के नीचे इस धरती पर तेज दौड़ने वाला धावक नहीं जीतता, और न बलवान योद्धा लड़ाई जीतता है। बुद्धिमान मनुष्य को भोजन नहीं मिलता, और न समझदारों को धन-सम्पत्ति। विद्वानों पर कोई कृपा नहीं करता। ये सब समय और संयोग के वश में हैं।
उनके धनुष युवकों का वध करेंगे; वे गर्भ के शिशुओं पर भी दया नहीं करेंगे। वे बच्चों पर भी तरस नहीं खाएंगे।
अत: स्वामी इन लोगों के नवयुवकों से प्रसन्न नहीं है, और न वह उनके अनाथ बच्चों पर, और न उनकी विधवा स्त्रियों पर दया करता है। ये सब भक्तिहीन और कुकर्मी हैं; हर आदमी मूर्खतापूर्ण बातें करता है। प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
‘देखो, मोआब का विनाश करने वाला आ गया। और वह नगरों में पहुंच गया; मोआब के सर्वोत्तम सैनिक मौत के घाट उतार दिए गए। राजाधिराज ने, जिसका नाम “स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु है,” यह कहा है।
अत: मेरे क्रोध का प्याला भर गया है; अब मैं और सहन नहीं कर सकता। मैं यरूशलेम के गली-कूचों में बच्चों पर, जवानों के एकत्र होने के स्थानों पर अपने क्रोध को उण्डेल दूंगा। पति और पत्नी दोनों एक साथ मेरे क्रोध से भस्म हो जाएंगे; पकी आयु वाले और बूढ़े भी मेरे क्रोध की पकड़ में आ जाएंगे।
क्योंकि मृत्यु हमारी खिड़कियों तक पहुंच चुकी है, वह हमारे महलों में घुस आयी है। वह गली-कूचों में बच्चों का वध कर रही है, और चौराहों पर जवानों का।
वेग से दौड़नेवाला धावक भी मृत्यु की पहुंच से भाग नहीं सकेगा; बलवान का बल भी उसके काम न आएगा; योद्धा भी अपने प्राण को बचा न सकेगा।