फिर भी उसका धनुष स्थिर रहा। उसकी भुजाएँ, उसके हाथ गतिवान थे। याकूब के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के हाथ से, इस्राएल की चट्टान, मेषपाल के नाम से,
यशायाह 40:29 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह शक्तिहीन को शक्ति प्रदान करता है, वह बलहीन का बल बढ़ाता है। पवित्र बाइबल यहोवा शक्तिहीनों को शक्तिशाली बनने में सहायता देता है। वह ऐसे उन लोगों को जिनके पास शक्ति नहीं है, प्रेरित करता है कि वह शक्तिशाली बने। Hindi Holy Bible वह थके हुए को बल देता है और शक्तिहीन को बहुत सामर्थ देता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह थके हुए को बल देता है और शक्तिहीन को बहुत सामर्थ देता है। सरल हिन्दी बाइबल वह थके हुओं को बल देता है, शक्तिहीनों को सामर्थ्य देता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह थके हुए को बल देता है और शक्तिहीन को बहुत सामर्थ्य देता है। |
फिर भी उसका धनुष स्थिर रहा। उसकी भुजाएँ, उसके हाथ गतिवान थे। याकूब के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के हाथ से, इस्राएल की चट्टान, मेषपाल के नाम से,
वस्तुत: वे हमें डराना चाहते थे। वे यह सोचते थे : ‘डर के मारे उनके हाथ-पैर ठण्डे पड़ जाएंगे और निर्माण-कार्य बन्द हो जाएगा।’ पर, हे परमेश्वर, तू मेरे हाथ मजबूत कर!
तेरा रेवड़ देश में बस गया; हे परमेश्वर, तूने अपनी भलाई के कारण, पीड़ित प्रजा की व्यवस्था की।
परमेश्वर अपने पवित्र स्थान में भयप्रद है; इस्राएल का परमेश्वर ही अपनी प्रजा को शक्ति और सामर्थ्य प्रदान करता है; परमेश्वर धन्य है!
मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूं। डर से यहाँ-वहाँ मत ताक; क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं। मैं तुझे सुदृढ़ करूंगा, मैं तेरी सहायता करूंगा। विजय प्रदान करनेवाले अपने दाहिने हाथ का सहारा मैं तुझे दूंगा।
स्वामी-प्रभु ने मुझे शििक्षत जन की वाणी दी है ताकि मैं थके-मांदे लोगों को शांति के वचन बोलकर संभाल सकूं। वह प्रतिदिन सबेरे मुझे जगाता है; मेरे कान खोलता है, जिससे मैं शिष्य की तरह ध्यान दे सकूं।
इस्राएलियों को मुझ-प्रभु से शक्ति प्राप्त होगी, और वे मुझ-प्रभु के नाम की महिमा करेंगे’, प्रभु ने यह कहा है।
यही कारण है कि हम हिम्मत नहीं हारते। हमारे शरीर की शक्ति भले ही क्षीण होती जा रही हो, किन्तु हमारे अभ्यन्तर में दिन-प्रतिदिन नये जीवन का संचार होता रहता है;
आप परमेश्वर की महिमामय शक्ति से अत्यधिक बल पा कर सदा दृढ़ बने रहेंगे, सब कुछ आनन्द के साथ सह सकेंगे
और प्रज्वलित आग बुझायी। वे तलवार की धार से बच गये और दुर्बल होते हुए भी शक्तिशाली बन गये। उन्होंने युद्ध में वीरता का प्रदर्शन किया और विदेशी सेनाओं को भगा दिया।
तब परमेश्वर ने भूमि में ओखली-सा एक गड्ढा कर दिया (यह गड्ढा लेही में है), और उसमें से पानी फूट कर निकल पड़ा। जब शिमशोन ने पानी पिया तब मानो उसका प्राण लौट आया और वह पुनर्जीवित हो गया। इसलिए उस झरने का नाम ‘एन-हक्कोर’ पड़ा। वह आज भी लेही नगर में है।